टीनेजर्स के वैक्सीनेशन के लिए को-वैक्सीन की शार्टेज शुरू हो गई हैैं. महज 6340 डोज डिस्ट्रिक्ट वैक्सीनेशन सेंटर पर बची हैं. आलम यह है कि सीएचसी व पीएचसी पर चल रहे वैक्सीनेशन के दौरान को-वैक्सीन नहीं होने की सूचना पर लाभार्थी वापस लौटने को मजबूर हैैं. हालांकि उन्हें स्लॉट बुकिंग के बाद दूसरे दिन बुलाया जा रहा है. हेल्थ डिपार्टमेंट से मिली जानकारी के मुताबिक 26 जनवरी से लेकर एक फरवरी तक विभाग को केवल 20500 डोज मिली हैं. इसलिए सभी इंटरमीडिएट कॉलेजों में टीनेजर्स के लिए वैक्सीनेशन कैंप का आयोजन संभव नहीं हो पा रहा है. वहीं कोविशील्ड वैक्सीन पर्याप्त मात्रा में मिल रही है. इस वक्त 54500 डोज डिस्ट्रिक्ट वैक्सीनेशन सेंटर में अवेलेबल हैं.29 जनवरी के बाद नहीं आई वैक्सीन


गोरखपुर ब्यूरो। 26 जनवरी को को-वैक्सीन 2500 व कोविशील्ड 1.80 लाख और 29 जनवरी को को-वैक्सीन 18 हजार डोज मिली थीं। इसके बाद वैक्सीन नहीं आई है। टीनेजर्स के लिए वैक्सीन कम मिलने से उनका वैक्सीनेशन मात्र 58.17 प्रतिशत ही हो पाया है, जबकि 31 जनवरी तक शत-प्रतिशत टीकाकरण का लक्ष्य रखा गया था। 3,11,465 में से अभी तक केवल 1,81,152 टीनेजर्स को ही पहली डोज लगाई जा सकी है। 547 टीनेजर्स दूसरी डोज लगवा चुके हैं।स्टोर करने के लिए नहीं है वैक्सीन सीएमओ डॉ। आशुतोष कुमार दुबे ने बताया कि वैक्सीन कम मात्रा में जरूर आ रही है, लेकिन इससे वैक्सीनेशन प्रभावित नहीं हो रहा है। जब जरूरत पड़ती है तो एडी हेल्थ कार्यालय से मंगा ली जाती है। इतना जरूर है कि अब इतनी को-वैक्सीन नहीं मिल रही है कि उसे स्टोर किया जा सके। वैक्सीन आते ही बूथों पर भेज दी जाती है।


केस-1: चारफाटक निवासी प्रह्लाद कुमार अपने बच्चे के वैक्सीनेशन के लिए मोहद्दीपुर पीएचसी पर पहुंचे थे, लेकिन वैक्सीन नहीं लग सकी। वैक्सीन खत्म होने के कारण दूसरे दिन वैक्सीन लगाने की बात कही गई।

केस-2: संक्रमण विभाग पहुंचे विवेकानंद मौर्या के बेटे को वैक्सीन की पहली डोज लगनी थी, लेकिन वैक्सीन नहीं होने के कारण उन्हें दूसरे दिन बुलाया गया। दूसरे दिन पहुंचने के बाद उन्हें वैक्सीन लगाई जा सकी।

Posted By: Inextlive