सिटी के प्रमुख सड़कों पर अतिक्रमण और अवैध रूप से बने टैक्सी स्टैैंड को लेकर डीएम ने खुद मॉनीटरिंग शुरू कर दी है. इसके लिए नगर निगम पुलिस विभाग ट्रैफिक विभाग व परिवहन विभाग से रिपोर्ट तलब की है. डीएम विजय किरण आनंद ने नगर निगम से जहां अवैध स्टैंड की सूची मांगी है.


गोरखपुर (ब्यूरो)। साथ ही वैध स्टैैंड के लिए क्या प्लानिंग की गई है। इसको लेकर नगर आयुक्त से रिपोर्ट तलब की गई है। जिन चौराहों और रास्तों में होने वाले अतिक्रमण से जाम लग रहे हैं, वहां की लिस्ट पुलिस को सौंपी जाएगी और उसे अतिक्रमण मुक्त कराया जाएगा। अप्रैल मई में डीएम की टीम ने अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई का अभियान चलाया था।डीएम के आदेश पर बनाई गई थी टीम
बीते महीने एक महीने तक डे वाइज अतिक्रमण हटाओ जाम से मुक्ति दिलाओ अभियान चलाया गया। जिसमें नगर निगम, जिला प्रशासन व ट्रैफिक पुलिस की टीम संयुक्त रूप से रूट वाइज अभियान को सफल बनाने का दावा किया। अप्रैल में अभियान खत्म होने के बाद फिर से अतिक्रमण होने पर अब ऑपरेशन क्लीन अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत सात दिनों में 10 चौराहों से अतिक्रमण हटाए जाएंगे। डीएम विजय किरण आनंद ने अतिक्रमण मुक्त करने के लिए मजिस्ट्रेट लेवल के अधिकारी नामित किए गए थे। डे वाइज इन अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई थी, लेकिन इसका भी असर नजर नहीं आया। एसएसपी डॉ। विपिन ताडा ने भी लेटर जारी किया है। सभी चौराहों के लिए एक-एक अधिकारी को नोडल अफसर बनाया गया है। सभी को एक सप्ताह में अतिक्रमण मुक्त करने का जिम्मा सौंपा गया है।इनको दी गई जिम्मेदारी- यूनिवर्सिटी चौराहे से मोहद्दीपुर तक - एसपी सिटी- शास्त्री चौक से बेतियाहाता तक - एसपी ट्रैफिक- पैडलेगंज - सीओ कैंट- मोहद्दीपुर से कूड़ाघाट तक - सीओ ट्रैफिक- फलमंडी से टीपी नगर तक - सीओ कोतवाली- नौसड़ - एसपी नार्थ- कौड़ीराम -सीओ बांसगांव- असुरन चौराहा से मेडिकल चौराहा - सीओ गोरखनाथ- रेलवे स्टेशन से यातायात तिराहा - एसपी सिटी- पर्यटन विभाग कार्यालय व आसपास - एसपी ट्रैफिक

Posted By: Inextlive