- डीडीयूजीयू के होम साइंस डिपार्टमेंट में छात्रा के साथ हुई घटना के बाद दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने किया रियलिटी चेक

डीडीयूजीयू के होम साइंस डिपार्टमेंट में छात्रा के साथ हुई घटना के बाद दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने किया रियलिटी चेक

GORAKHPUR:

GORAKHPUR: डीडीयूजीयू होम साइंस डिपार्टमेंट में छात्रा के फंदे में लटकने के बाद यूनिवर्सिटी कैंपस का माहौल बेहद गर्म है। एग्जाम देने आए स्टूडेंट्स सोमवार को डर और दहशत में नजर आए। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट टीम ने कैंपस में सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। इस दौरान कुछ डिपार्टमेंट में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने की बात सामने आई। अप्रैल ख्0ख्क् में महिला सुरक्षा गार्ड को भी हटाए जाने का मामला प्रकाश में आया। वहां से जुड़े लोगों का कहना है कि सिक्योरिटी व्यवस्था कम कर दी जाएगी और निगरानी नहीं होगी तो ऐसी घटनाएं आगे भी हो सकती हैं।

डिपार्टमेंट किया गया सील

होम साइंस डिपार्टमेंट की छात्रा प्रियंका कुमारी के मौत के बाद से कैंपस के भीतर जब दैनिक जागरण आईनेक्स्ट टीम मेन गेट के पास पहुंची तो वहां मौजूद यूनिवर्सिटी के सिक्योरिटी गार्ड के जिम्मेदार जगन्नाथ सिंह मिले। उन्होंने बताया कि सिक्योरिटी कहां और कितनी संख्या में लगाई जानी है। वह प्रॉक्टर ऑफिस से तय किया जाता है। अभी यूनिवर्सिटी में कुल 8ख् लोगों की टीम है। इनमें एक एएसओ, तीन सुपरवाइजर और 78 सिक्योरिटी गार्ड तैनात किए गए हैं।

पहले महिला सुरक्षाकर्मी भी थीं तैनात

यूनिवर्सिटी में पहले करीब क्0भ् सुरक्षा कर्मियों की ड्यूटी थी। इनमें से छह महिला सिक्योरिटी गार्ड की तैनाती की गई थी, ताकि ग‌र्ल्स स्टूडेंट्स की सुरक्षा व्यवस्था संभाल सकें, लेकिन उन्हें अप्रैल ख्0ख्क् में ही हटा दिया गया है। टीम जब घटनास्थल वाले डिपार्टमेंट के बाहर पहुंची तो होम साइंस डिपार्टमेंट व दीक्षा भवन के पास भारी मात्रा पुलिस बल तैनात नजर आई। वहीं होम साइंस डिपार्टमेंट को पूरी तरह से सील कर दो पुलिस कर्मियों को तैनात कर दिया गया है।

मेन गेट पर लगाए ब् कैमरे

जब टीम प्रॉक्टर ऑफिस में पहुंची तो वहां मौजूद चीफ प्रॉक्टर व अन्य प्रॉक्टोरियल बोर्ड के सदस्य मिले। इन सभी ने बताया कि कैंपस में मेन गेट पर नजर रखने के लिए चार कैमरे लगाए गए हैं। जो एंट्री करने वालों पर नजर रखते हैं। इसके अलावा दीक्षा भवन, केमिस्ट्री डिपार्टमेंट, जूलॉजी, रक्षा अध्ययन में भी कैमरे लगाए गए हैं। लेकिन पॉलिटिकल, होम साइंस, लॉ डिपार्टमेंट व जियोग्राफी डिपार्टमेंट में सीसीटीवी कैमरे नहीं लगाए गए हैं। हालांकि, कैंपस के भीतर की सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी प्रॉक्टोरियल बोर्ड के मेंबर्स की होती है। चाहे छात्र हो या फिर छात्राएं। उनके डिसिप्लीन से लगाए उनके हर एक गतिविधियों पर नजर रखने के लिए चीफ प्राक्टर को मिलाकर कुल ख्भ् सदस्य कार्यरत हैं।

कैंपस के भीतर हुई यह घटना

जब टीम ने लॉ डिपार्टमेंट में शुरू होने वाले एग्जामिनेशन से पहले स्टूडेंट्स से बात की तो उन्होंने बताया कि कैंपस में इस तरह की घटना ने सभी को झकझोर दिया है। चाहे सुसाइड केस हो या फिर मर्डर, लेकिन कैंपस में इस तरह से यह घटना नहीं होनी चाहिए थी। शिक्षा के मंदिर में अनुशासन बनाना और स्टूडेंट को अनुशासन में रहना जरूरी होता है। अगर छात्रा ने सुसाइड किया गया है तो भी गलत है और किसी ने इस घटना को अंजाम दिया है ऐसे में तो सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठता है। इस तरह की घटना ने हमारे यूनिवर्सिटी के छवि को खराब करती है।

कैंपस के भीतर सुरक्षा व्यवस्था के लिए सुरक्षा कर्मियों की तैनाती है। लेकिन लॉकडाउन में फाइनेंशियल इश्यू के कारण कुछ सुरक्षा कर्मियों को कम किया गया है। चूंकि हमारे आने से पहले ही सुरक्षाकर्मी कम थे, ऐसे में अब इस पर विचार किया जाएगा। सीसीटीवी कैमरा क्यों नहीं लगा है, इसको भी देखा जाएगा।

- वी प्रसाद, रजिस्ट्रार, डीडीयूजीयू

Posted By: Inextlive