कहां गई टूरिस्ट पुलिस
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-शहर में दो साल पूर्व हुई थी तैनाती, गायब हुए सिपाही -सिटी के सभी टूरिस्ट प्लेस पर निगरानी की थी जिम्मेदारी arunkumar@inext.co.in GORAKHPUR: शहर में आने वाले टूरिस्ट को कोई प्रॉब्लम न हो। इसके लिए टूरिस्ट पुलिस की तैनाती की गई थी। तीन साल पूर्व सीएम योगी आदित्यनाथ ने हरी झंडी दिखाकर टूरिस्ट पुलिस को गोरखनाथ मंदिर से रवाना किया था। शुरूआती दिनों में टूरिस्ट पुलिस तो नजर आती थी। लेकिन धीरे-धीरे यह गायब हो गई। ऐसे में जब शहर में टूरिज्म को बढ़ावा देने की कोशिश हो रही है तो एक बार फिर से टूरिस्ट पुलिस की जरूरत महसूस की जा रही है। शॉकिंग पहलू यह है कि थाना से लेकर एसपी तक को टूरिस्ट पुलिस के बारे में कोई जानकारी नहीं है। सीएम ने दिखाई थी हरी झंडीएक जनवरी 2018 को सीएम योगी आदित्यनाथ से टूरिस्ट पुलिस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। गोरखनाथ मंदिर में कार्यक्रम में तत्कालीन आईजी मोहित अग्रवाल, डीआईजी नीलाब्जा चौधरी और एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज सहित अन्य की मौजूदगी में बाइक और साइकिल सवार दस्ता को फुल ड्रेस में रवाना किया गया। शुरुआत के कुछ महीनों तक यह अपने स्पॉट पर नजर भी आते थे। गोरखनाथ मंदिर, रेलवे म्यूजियम, रामगढ़ताल का नौकायन सहित अन्य जगहों पर इनको मोबाइल देखा गया। लेकिन बाद में पूरी तरह से गायब हो गए।
यह बनी थी कार्ययोजना 12 टीम बनाई गई थी टूरिस्ट पुलिस के लिए कुल 02 कांस्टेबल की तैनाती की गई थी हर टीम में 07 टीमों को बाइक और पांच टीमों को साइकिल से गश्त की जिम्मेदारी दी गई थी हिंदी और अंग्रेजी बोलने में एक्सपर्ट पुलिस कर्मचारी की सेलेक्ट किए गए। 08 बजे सुबह से रात आठ बजे तक टूरिस्ट पुलिस की थी ड्यूटी यह बताए गए थे फायदे -टूरिस्ट स्पॉट को सुरक्षित रखने में मदद मिलती है। -टूरिस्ट को किसी तरह के बिचौलियों से बचाते हैं। -भिखारियों सहित अन्य के रैकेट से टूरिस्ट की सुरक्षा होती है। -सुरक्षा मिलने से टूरिस्ट बेखौफ होकर सभी जगहों पर घूम सकते हैं। -लूट, चोरी और छिनैती सहित अन्य तरह की घटनाओं से सुरक्षा -किसी तरह का एक्सीडेंट होने पर टूरिस्ट की तत्काल मदद -पर्यटकों को अच्छे होटल, टैक्सी स्टैंड की जानकारी मिल सकेगी। इसलिए बढ़ गई है जरूरत -गोरखपुर को पिछले कुछ अरसे में लगातार टूरिस्ट स्पॉट के तौर पर डेवलप किया जा रहा है। -इसके तहत रामगढ़ताल पर लगातार ब्यूटीफिकेशन का काम किया जा रहा है।-सीएम ने खुद कहा है कि रामगढ़ताल पर सी-प्लेन चलाया जाएगा, ताकि अधिक से अधिक टूरिस्ट को यहां लाया जाए।
-चिडि़याघर का निर्माण भी यहां टूरिज्म को बढ़ावा देने की दिशा में कदम है। -अब चिलुआताल को भी रामगढ़ताल की तर्ज पर डेवलप करने का प्लान बन रहा है। वर्जन टूरिस्ट पुलिस के बारे में सही जानकारी नहीं है। यदि इसकी शुरूआत हुई थी तो पेट्रोलिंग क्यों बंद हो गई। इसके बारे में पुलिस लाइन से जानकारी लेकर आगे की कार्रवाई की जाएगी। रत्नेश कुमार, सीओ गोरखनाथ टूरिस्ट पुलिस का गठन जिला स्तर पर पुलिस ने किया था। परमानेंट टूरिस्ट पुलिस के लिए एक माह पूर्व ही लेटर लिखा गया है। विभिन्न जगहों पर पुलिस की टीमें मोबाइल रह रही है। स्पेशल टूरिस्ट पुलिस की टीम होने से पब्लिक को सुरक्षा के साथ-साथ संबंधित प्लेस के बारे में जानकारी भी मिल जाती है। रविंद्र कुमार मिश्रा, क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी