-ट्रांसपोर्टर्स ने बढ़ा दिया 20 परसेंट भाड़ा

-एक जुलाई की रात से लागू हुआ रेट

-डेली बाहर से आता है खाद्य सामग्री व मौरंग, गिट्टी, सफेद बालू लदा 450 ट्रक

GORAKHPUR: डीजल में बढ़ोत्तरी के साथ ही ट्रांसपोर्टर्स ने भी माल भाड़ा 20 परसेंट बढ़ा दिया है। डीजल, इश्योरेंस और टोल टैक्स के साथ ही मोटर पा‌र्ट्स की दरों में बढ़ोत्तरी के चलते माल भाड़ा बढ़ाया गया है। इसके साथ ही 30 रुपए प्रति बिल्टी टोल टैक्स भी एक्स्ट्रा लिया जाएगा। यूपी ट्रक संचालक एसोसिएशन का यह निर्णय लागू कर दिया गया है। ट्रकों के माल भाड़े का रेट बढ़ने के बाद अब देश के अलग-अलग राज्यों से गोरखपुर आने वाले सामानों के रेट में इजाफा होना तय है। हालांकि व्यापारियों ने भाड़ा बढ़ोतरी का विरोध किया है।

डेली आता है 450 ट्रक माल

गोरखपुर में दाल, चावल, आटा, किराना के सामनों से लेकर इलेक्ट्रिक गुड्स, हार्डवेयर, आटो पार्टस, स्पोर्ट्स सामान, खिलौने, कॉस्मेटिक, फल-सब्जी से लदे लगभग 200 ट्रक आते हैं। वहीं बिल्डिंग मैटेरियल जैसे गिट्टी, मौरंग, सफेद बालू, सरिया समेत 250 ट्रक डेली गोरखपुर में आते हैं।

भाड़ा बढ़ने से व्यापारियों को नुकसान

माल भाड़ा बढ़ने से व्यापारियों को ही नुकसान उठाना होगा। विभिन्न राज्यों से सिटी के व्यापारी माल मंगवाते हैं। व्यापारियों का कहना है कि भाड़ा बढ़ने से हमें इनकम कम हो जाएगा। जिन खाद्य सामग्री पर एमआरपी लिख कर आ रहा है। उसे उसी रेट पर बेचना होगा। इस रेट को बढ़ाया भी नहीं जा सकता है। वहीं, बिल्डिंग मैटेरियल की बात की जाएं तो इनके दामों में तेजी के साथ इजाफा हो रहा है। व्यापारियों का मानना है कि खनन पर रोक लगने व माल भाड़े में बढ़ोतरी के कारण की वजह से रेट बढ़ते जा रहे हैं। जिससे उन्हें काफी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है।

73 रुपए तक पहुंचा डीजल का रेट

ट्रांसपोर्टर्स के मुताबिक, एक माह पहले डीजल का रेट 59 से 61 रुपए प्रति लीटर था। ऑनलाक के बाद धीरे-धीरे 73 रुपए प्रति लीटर तक रेट बढ़ गया। इससे परेशानी बढ़ी है।

कोट

डीजल बढ़ने से खाद्य सामग्री के साथ अन्य सामानों के रेट पर काफी असर पड़ेगा। सरकार को इस पर एक बार सोचना चाहिए। व्यापारी पहले से ही परेशान हैं। कोरोना वायरस की वजह से मार्केट में ग्राहक भी नहीं दिख रहे हैं।

संजय सिंघानिया, अध्यक्ष चेंबर ऑफ कार्मश

अॅनलाक के बाद से डीजल मे इतनी तेजी आई हैं। बिक्री न होने के कारण तेल का रेट बढ़ाना ठीक नहीं है। लॉकडाउन के दौरान ही कारोबार पूरी तरह से चौपट हो चुका है। अब डीजल के रेट बढ़ने से मुसीबत बढ़ गई है। इसलिए सामानों का भी रेट बढ़ना तय है।

राजीव गुप्ता, महामंत्री व घी, तेल के व्यापारी

लॉकडाउन के दौरान मार्केट की स्थिति काफी दयनीय हो चुकी है। सामानों के दामों को ज्यादा रेट पर बेचना भी ठीक नहीं है। इस समय मार्केट में एक दूसरे के साथ प्रतिस्पर्धा काफी है। इसलिए सभी सोच समझ कर ही काम कर रहे हैं।

गौरव गुप्ता, थोक किराना व्यापारी

बारिश की वजह से जहां खनन पर रोक लगा दी गई हैं तो दूसरी तरफ ट्रांसपोर्टर्स ने भाड़ा भी बढ़ा दिए हैं। जिसकी वजह से बिल्डिंग मैटेरियल के दाम भी अचानक बढ़ गए हैं।

ओम प्रकाश तिवारी, बिल्डिंग मैटेरियल व्यापारी

व्यापारियों ने भाड़ा बढ़ाने पर विरोध किया था लेकिन डीजल का दाम बढ़ने से भाड़ा बढ़ना ट्रांसपोर्टर्स मजबूरी है। मजदूरों ने भी अपना रेट बढ़ा दिया है। इसलिए ट्रांसपोर्टर्स को भी रेट बढ़ाना पड़ा है।

आरपी सिंह, महामंत्री यूपी ट्रक संचालक एसोसिएशन

15 दिन में ऐसे बढ़े बिल्डिंग मैटेरियल के दाम

मौरंग 80 से 85 रुपए प्रति घन फीट 90 से 95 रुपए प्रति घन फीट

सफेद बालू 18 से 20 रुपए प्रति घन फीट 25 से 28 रुपए प्रति घन फीट

गिट्टी 70 से 72 रुपए प्रति घन फीट 80 से 84 रुपए प्रति घन फीट

सरिया 4400 रुपए प्रति कुंतल 4500 रुपए प्रति कुंतल

सीमेंट 400 से 430 रुपए प्रति बोरी 390 से 415 प्रति बोरी

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मौरंग बालू बिहार के डोरीगंज, कोइलवर, डेहरी और यूपी के हमीरपुर और बांदा से आता है। तीन माह से खनन पर रोक लगी है। इधर डीजल के दाम भी बढ़ गए हैं। डिमांड के हिसाब से माल नहीं आ रहा है। जिसकी वजह से रेट में इजाफा हो रहा है।

नरेंद्र यादव, कारोबारी

Posted By: Inextlive