केंद्र व राज्य में समान विचारधारा की डबल इंजन की सरकार होने से ही उत्तर प्रदेश में तीव्र गति से विकास संभव हो पा रहा है. जब स्थानीय स्तर पर भी उसी पार्टी की समान विचारधारा की सरकार होती है तो ट्रिपल इंजन की सरकार बुलेट ट्रेन की रफ्तार से विकास कार्यो को आगे बढ़ाती है.


गोरखपुर (ब्यूरो)।सीएम योगी रविवार शाम 1822 करोड़ रुपए की लागत वाली फ्लाईओवर, फोरलेन, जलनिकासी और सीवरेज से जुड़ी चार प्रमुख विकास परियोजनाओं के शिलान्यास समारोह को संबोधित कर रहे थे। वीर बहादुर सिंह स्पोट्र्स कॉलेज परिसर में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि विकास कार्यों के लिए पैसों की कोई कमी नहीं है। विकास की प्रक्रिया से जुडऩा, हो चुके कार्यों का संरक्षण करना और जो हो रहा है, उसे समयबद्ध ढंग से आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी नागरिकों की भी है। गोरखपुर विकास का मॉडल


सीएम योगी ने कहा कि पहले माफिया, अराजकता और अव्यवस्था के लिए बदनाम गोरखपुर को प्रदेश सरकार ने विकास के मॉडल के रूप में प्रस्तुत किया है। 2017 के पहले तक यहां का स्वास्थ्य तंत्र चरमराया हुआ था। आज यहां एम्स है तो मेडिकल कॉलेज में सुपर स्पेशियलिटी सेवाएं। 1990 में बंद खाद कारखाना की जगह नया कारखाना 105 प्रतिशत की दर से खाद उत्पादन कर रहा है। यह अन्नदाता किसानों के लिए रामबाण का काम कर रहा है। खाद कारखाना परिसर में ही सैनिक स्कूल बन रहा है जो अगले सत्र में प्रारम्भ हो जाएगा। वाराणसी तीन घंटे दूर

गोरखपुर में हर मार्ग फोरलेन है तो गोरखपुर-लखनऊ मार्ग सिक्सलेन होने जा रहा है। गोरखपुर-वाराणसी फोरलेन से वाराणसी की दूरी ढाई-तीन घंटे में सिमट गई है। सड़कों की कनेक्टिविटी से जाम की समस्या का भी समाधान हो रहा है। गोरखपुर में शानदार एयर कनेक्टिविटी भी उपलब्ध है। यहां से दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु आदि प्रमुख शहरों के लिए 14 फ्लाइट की सेवाएं हैं। सरकार यहां नए एयरपोर्ट के लिए की धनराशि उपलब्ध करा रही है। मानसरोवर, सूर्यकुंड, मुक्तेश्वरनाथ, जटाशंकर और मोहद्दीपुर के गुरुद्वारा समेत सभी धर्मस्थल दर्शनीय बन चुके हैं। रामगढ़ताल में हो रही शूटिंगआठ-दस साल पहले तक अपराध का गढ़ रहा रामगढ़ताल सबसे सुंदर स्थल के रूप में विकसित हुआ है। यहां अब फिल्मों की शूटिंग हो रही है। गोरखपुर में चार विश्वविद्यालय क्रियाशील हैं। एम्स और मेडिकल कॉलेज के साथ ही यहां बड़ी संख्या में अस्पताल और हजारों निजी चिकित्सकों की सेवाएं उपलब्ध हैं। गोरखपुर शिक्षा व चिकित्सा का हब बन चुका है। गोरखपुर में निवेश आ रहा है। गोड़धोइया नाला परियोजना से समाधान

सीएम योगी ने कहा कि गोड़धोइया नाला परियोजना पर काम शुरू होने के बाद यह नाला न केवल अतिक्रमण मुक्त होगा, बल्कि इससे 17 वार्डों की करीब दो लाख की आबादी के लिए सीवरेज व जलभराव की समस्या का समाधान होगा। परियोजना में 19.5 किमी इंटरसेप्टिंग सीवर लाइन, 38 एमएलडी की एक एसटीपी (सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट) 61 एमएलडी एमपीएस (मॉलिक्यूलर प्रॉपर्टी स्पेक्ट्रोमेट्री), 19.5 किमी आरसीसी नाला निर्माण व 22 ब्रिज/कल्वर्ट आदि के कार्य प्रस्तावित हैं। इसके अंतर्गत कुल 17 वार्डों बिछिया जंगल तुलसीराम पश्चिमी, शिवपुर शहबाजगंज, जंगल शालिग्राम, बिछिया जंगल तुलसीराम पूर्वी, रेलवे बिछिया कॉलोनी, शाहपुर, भेडिय़ागढ़, घोसीपुरवा, सेमरा, बशारतपुर, मानबेला, राप्तीनगर, लोहिया नगर, जंगल नकहा, राम जानकी नगर, शक्तिनगर एवं चक्सा हुसैन से जनित सीवेज जो नाले में बहते हैं, उन्हें प्रस्तावित 38 एमएलडी एसटीपी पर शोधित कर रामगढ़ताल में प्रवाहित किया जाएगा। सीएम ने कहा कि जलभराव व सीवरेज की समस्या का समाधान होने से एक्यूट इंसेफेलाइटिस जैसी जलजनित बीमारियों से भी निजात मिलेगी। 21 वार्डों में बनेगा सीवरेज नेटवर्कगोरखपुर सीवरेज योजना जोन सी पार्ट-2 की चर्चा करते हुए सीएम ने कहा कि इसके अंतर्गत जंगल बेनीमाधव, पुराना गोरखपुर, कल्याणपुर, सिविल लाइंस, रामजानकी नगर, चक्सा हुसैन, जनप्रिय विहार, सूर्यकुंड समेत 21 वार्डों के लिए सीवरेज नेटवर्क तैयार किया जाएगा। 188 किमी सीवर लाइन बिछाते हुए 44 हजार घरों को सीवर कनेक्शन उपलब्ध कराया जाएगा। विरोधियों के पास बोलने के लिए कुछ नहीं : रवि किशन
सांसद रविकिशन शुक्ल ने कहा कि सीएम योगी के खिलाफ विरोधियों के पास अब बोलने के लिए कुछ नहीं है। उन्होंने विकास कार्यों से विरोधियों की बोलती बंद कर दी है। उनके नेतृत्व में गोरखपुर में इतना विकास हुआ है कि अब सब लोगों का सपना है गोरखपुर में रहना है। कार्यों के दम पर ही गुजरात के चुनाव में भी सीएम योगी की जय जयकार हो रही है। इस अवसर पर मेयर सीताराम जायसवाल, क्षेत्रीय अध्यक्ष एवं एमएलसी डॉ। धर्मेंद्र सिंह, विधायक महेंद्रपाल सिंह, विपिन सिंह, फतेह बहादुर सिंह, श्रीराम चौहान, डॉ। विमलेश पासवान, प्रदीप शुक्ल, जिलाध्यक्ष युधिष्ठिर सिंह, महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता आदि मौजूद रहे। इन विकास परियोजनाओं का शिलान्यास 1. गोड़धोइया नाला एवं रामगढ़ताल के जीर्णोद्धार तथा नाले के इंटरसेप्शन, डायवर्जन व ट्रीटमेंट के निर्माण से संबंधित परियोजना। लागत : 474.42 करोड़ 2- गोरखपुर सीवरेज योजना जोन सी पार्ट-2. लागत : 561.34 करोड़ रुपए। 3- बरगदवा-कौवाबाग जेल बाईपास फोरलेन पर खजांची चौराहे पर फ्लाईओवर। लागत : 96.50 करोड़4- भटहट से बासस्थान मार्ग के फोरलेन में चौड़ीकरण व सुदृढ़ीकरण का कार्य। लागत - 689.35 करोड़

Posted By: Inextlive