केस-1 विकास नगर के रहने वाले अरविंद पाठक ने बिजली निगम के एसई के ट्विटर अकाउंट पर बिजली बिल से संबंधित कंप्लेन की। इसको गंभीरता से लेते हुए एई ने संबंधित अधिकारी को ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद तत्काल बिजली का बिल जनरेट हो गया।

केस-2-गोरखपुर शहर के रहने वाले मुकेश शर्मा ने ट्विटर पर शिकायत दर्ज कराई। मेरे पिता के नाम से कनेक्शन हैं। माता के नाम करवाना है। इसके लिए क्या करें। एसई ने तत्काल समस्या का समाधान करते हुए संबंधित डिवीजन से संपर्क करने को कहा और अधिकारी को भी इसके बारे में अवगत कराया।

केस-3-सहारा स्टेट की रहने वाली वंदना ने ट्विटर पर शिकायत की। उन्होंने बताया कि कनेक्शन का बिल नहीं बन पा रहा है। एसई ने एसडीओ खोराबार को लिखकर डिटेल्स दी। इसके बाद बिल बन गया।

GORAKHPUR: बिजली विभाग में लोगों के अटके काम अब चुटकियों में होने लगे हैं। ट्विटर पर सक्रिय हुए बिजली विभाग अब तार जोड़ने से लेकर बिल जनरेट करने और बिल जमा कराने तक की समस्या का ट्विटर के जरिए समाधान कर रहा है। जहां कंप्लेन दर्ज कराने के लिए लोगों को विभाग के चक्कर लगाने पड़ रहे थे, कई-कई बार विभाग पहुंचकर उन्हें अपनी अप्लीकेशन का अपडेट स्टेटस लेना पड़ता था, वहीं अब कंज्यूमर समस्या का समाधान घर बैठे ही हो जा रहा है।

लोगों को मिला बेहतर प्लेटफॉर्म

बिजली निगम के सभी अधिकारियों को पावर कारपोरेशन के आदेश पर ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट बनाए हैं। लोगों को इसका फायदा मिलने लगा है। जिम्मेदार विभाग से जुड़ी सभी गतिविधियां अकाउंट पोस्ट कर रहे हैं, जबकि कंज्यूमर के लिए यह समस्याओं को सही जगह पहुंचाने की बेहतर प्लेटफॉर्म बन गया है। इन शिकायतों का बिजली निगम के अधिकारी से लेकर ऊर्जा मंत्री भी संज्ञान ले रहे हैं। संबंधित अधिकारी को शिकायत प्रेषित करते हैं। इसके बाद ज्यादातर कंज्यूमर्स की समस्याओं का समाधान हो जा रहा है।

अधिकतर शिकायतें -

कनेक्शन ट्रांसफर कराने

बिल जनरेट

सप्लाई कटने

बिजली का पोल और तार लगाने

मीटर जंपिग

रीडिंग

52 मामले सामने आए सभी का समाधान

बिजली निगम में लगभग ट्विटर में बिजली की समस्याओं से जुड़ा करीब 52 मामले सामने आए। इसमें से सभी मामले का पॉवर कारपोरेशन से संज्ञान लेते हुए संबंधित अधिकारी को निपटाने का आदेश दिया। हालांकि विभाग के रिकार्ड में सभी मामले का समाधान कर दिया गया है।

हेल्पलाइन नंबर - 9450963851

ट्वीटर - @PuVVNLgkp_urbaZ

ट्विटर में ज्यादातर बिजली से संबंधित शिकायतें आती है। इन शिकायतों को संबंधित डिवीजन के अफसरों को ट्रांसफर कर दिया जाता है। ज्यादा से ज्यादा मामलों को निस्तारण कर दिया गया है।

राजीव चतुर्वेदी, एसई रूरल

Posted By: Inextlive