- सोशल मीडिया पर वायरल हो गया बोर्ड सचिव का लेटर

-10वीं और 12वीं स्टूडेंट्स को पास करने का जारी कर दिया निर्देश

- डीआईओएस ने सचिव से की बातp> GORAKHPUR: यूपी बोर्ड एग्जाम 18 फरवरी को शुरू होकर 16 मार्च को समाप्त हुए। इसके बाद कॉपियों का मूल्यांकन शुरू तो हुआ लेकिन कोरोना इफेक्ट की वजह से बीच में ही रूक गया। तब से आज तक यूपी बोर्ड के 10वीं और 12वीं कैंडिडेट बेसब्री से अपने रिजल्ट का इंतजार कर रहे हैं। इस बीच अचानक गुरुवार को बोर्ड सचिव नीना श्रीवास्तव को एक लेटर सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें 10वीं और 12वीं कैंडिडेट्स को बिना कॉपी चेक किए पास करने का निर्देश दिया गया था। इसके बाद जब लेटर की सत्यता जांची गई तब वो फर्जी निकला।

परेशान हो गए कैंडिडेट, पैरेंट्स

वायरल लेटर में माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश प्रयागराज से जारी किए गए लेटर में 2020 यूपी बोर्ड एग्जाम के लिए निर्देश दिया गया है। इसमें लिखा है कि 2020 की परिषदीय परीक्षाओं में शामिल होने वाले 10वीं तथा 12वीं के स्टूडेंट्स को सूचित किया जाता है कि कोविड-19 महामारी के कारण परीक्षा पुस्तिकाओं की सुरक्षा में होने वाली कठिनाइयों को देखते हुए माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश द्वारा यह निर्णय लिया गया है कि सभी स्टूडेंट्स को पास किया जाएगा। ये लेटर पढ़ने के बाद स्टूडेंट्स स्कूल और अन्य परिचितों को कॉल करने लगे। वहीं उनके पैरेंट्स भी इधर-उधर पूछताछ करने लगे।

मॉर्कशीट पर लिखा जाएगा पास

लेटर में आगे लिखा है कि यूपी बोर्ड कैंडिडेट की मार्कशीट पर इस बार केवल पास लिखा जाएगा। उस पर अंक नहीं लिखे जाएंगे। माध्यमिक शिक्षा परिषद ने यह निर्णय उत्तर पुस्तिकाओं की सुरक्षा सही से न हो सकने के कारण सभी छात्रों के भविष्य को देखते हुए लिया है। इसके बाद लेटर में माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश प्रयागराज सचिव नीना श्रीवास्तव का नाम लिखा हुआ था।

डीआईओएस ने सचिव से की बात

इतना बड़ा निर्देश देख डीआईओएस ज्ञानेन्द्र प्रताप सिंह भदौरिया के भी होश उड गए। डीआईओएस ने कहा कि इतना बड़ा निर्देश पहले उन तक नहीं पहुंचा, सोशल मीडिया पर कैसे पहुंच गया। लेटर की सत्यता जांचने के लिए डीआईओएस ने बोर्ड सचिव को कॉल कर बात की। तब बोर्ड सचिव नीना श्रीवास्तव ने उस लेटर को फेक बताया। बोर्ड सचिव ने कहा कि किसी ने हैलो एप की मदद से ये लेटर तैयार किया है जो कि बिल्कुल फेक है।

बॉक्स

सीआईएससीई में भी जारी हो गया फेक सर्कुलर

एक अप्रैल को सीआईएससीई का भी एक सर्कुलर जारी हो गया। वायरल सर्कुलर के मुताबिक 10वीं और 12वीं के पोस्टपोन किए गए एग्जाम अब दोबारा नहीं कराए जाएंगे। 19 मार्च से 31 मार्च के बीच प्रस्तावित बोर्ड एग्जाम निरस्त होने की सूचना दी जा रही है। हर सब्जेक्ट में बच्चों को नंबर कैसे दिए जाएं इसे लेकर गाइडलाइन जारी करने की बात कही गई है। जबकि काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशंस ने ऐसा कोई सर्कुलर नहीं जारी करने की बात कही। जबकि इसके अलावा भी कई और सर्कुलर्स से बच्चे परेशान हो चुके हैं।

फैक्ट फिगर

यूपी बोर्ड एग्जाम चला-18 फरवरी से 16 मार्च

हाईस्कूल में कैंडिडेट - 78886

इंटर में कैंडिडेट -147509

कुल बनाए गए सेंटर्स-197

सोशल साइट पर बोर्ड सचिव प्रयागराज का एक लेटर वायरल हो रहा है। इसकी जांच मैंने प्रयागराज में करा ली है। ये बिल्कुल फेक लेटर है जिसे हैलो एप पर तैयार किया गया है। बच्चों से मैं अपील करता हूं कि फेक लेटर या फिर भ्रमित करने वाली बातों में ना आएं।

ज्ञानेन्द्र प्रताप सिंह भदौरिया, डीआईओएस

Posted By: Inextlive