- फ्रंटलाइन वर्कर्स और हेल्थ केयर वर्कर्स को दी गई सेकेंड डोज, दिनभर लगा रहा तांता

GORAKHPUR: फ‌र्स्ट फेज के हेल्थ वर्कर्स को कोविड वैक्सीनेशन का दूसरा डोज दी गई। वहीं सेकेंड फेज छूटे हुए फ्रंट लाइन वर्कर्स के लिए मॉपअप राउंड में लाभार्थियों को पहला डोज दिया गया। गुरुवार को कुल 78 बूथों पर 6753 लाभार्थियों को टीका लगाया गया। इसमें 3850 मेल व 2903 फीमेल शामिल रही, जबकि टारगेट 7221 का रखा गया था। कुल 93.5 प्रतिशत टीकाकरण हुआ।

नोडल अधिकारियों को दी गई थी जिम्मेदारी

पहले व दूसरे फेज में बचे स्वास्थ्य कर्मियों व फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीका लगाने की तैयारियां सुबह-सुबह बूथ से फोन करने के साथ ही शुरू हो गई थी। एम्स, बीआरडी मेडिकल कालेज, जिला अस्पताल, जिला महिला अस्पताल, रेलवे व संक्रामक रोग अस्पताल सहित सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर दो-दो बूथ बनाए गए थे। इन बूथ्स पर किसी प्रकार की कोई गड़बड़ी न हो, इसके लिए 10 नोडल अधिकारियों को मॉनीटरिंग के लिए तैनात किया गया था।

बिना मैसेज के भी लगा टीका

जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ। एनके पांडेय ने बताया कि हर बूथ पर नजर रखने के लिए एक्सपर्ट भी तैनात किए गए थे। हालांकि किसी भी बूथ पर किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं आई। लेकिन जिन्हें मैसेज नहीं मिला था। उन्हें कोविन पोर्टल से निकले लिस्ट में नाम दर्ज होने पर टीका लगवाया गया। वहीं एंबुलेंस कर्मियों को सतर्क तो किया गया था, लेकिन उनकी जरूरत नहीं पड़ी। हेल्थ डिपार्टमेंट की तरफ से एहतियात के तौर पर बीआरडी मेडिकल कालेज में 10 बेड रिजर्व किए गए थे।

सभी बूथ पर रही निगरानी

सभी 78 बूथ पर सीएमओ डॉ। सुधाकर प्रसाद पांडेय जहां अपने टीम के साथ जायजा लेते रहे। वहीं डॉ। एनके पांडेय ने जिला अस्पताल व जिला महिला चिकित्सालय के अलावा पीएचसी व सीएचसी पर रिपोर्ट लेते रहे। बीआरडी मेडिकल कॉलेज में बनाए गए बूथ पर प्रिंसिपल डॉ। गणेश कुमार स्वयं दिन भर सभी हेल्थ वर्कर्स के सेकेंड डोज को लेकर एक्टिव रहे।

अब तक हुए टीकाकरण फीसदी में

25 फरवरी - 93.5

19 फरवरी - 100.47

18 फरवरी - 90

15 फरवरी - 38.7

12 फरवरी - 42.4

11 फरवरी -40.3

5 फरवरी - 70.7

4 फरवरी - 70

29 जनवरी - 82.4

28 जनवरी - 77.3

22 जनवरी - 70.83

16 जनवरी - 51

कोविड वैक्सीनेशन का सेकेंड डोज भी मैने लगवा लिया। सेकेंड डोज के लिए जैसे ही मैसेज आया, उसके बाद करवा लिया। अब बॉडी एंटीबॉडी बन चुकी है। बूस्टर डोज है, इसलिए वैक्सीन 100 प्रतिशत हमारे बॉडी के लिए सुरक्षित है।

डॉ। रविंद्र ओझा, कंन्सलटेंट फिजियोथेरेपिस्ट

बीआरडी मेडिकल कॉलेज में बनाए गए बूथ पर मैने अपना सेकेंड डोज लगवा लिया। वैक्सीनेशन को लेकर किसी प्रकार के भ्रम में न रहे। वैक्सीनेशन ही हमें बचा सकता है, इसलिए समय निकालकर वैक्सीनेशन जरूर कराएं।

- प्रो। डॉ। अमित मिश्रा, ऑर्थो डिपार्टमेंट, बीआरडी मेडिकल कालेज

कोविड वैक्सीनेशन का जैसे ही मैसेज आया, तुरंत अपना काम होल्ड कर वैक्सीनेशन करा लिया। दूसरा डोज लिया है, कोई दिक्कत नहीं हुई।

- विकास जालान, फ्रंट लाइन वर्कर

हेल्थ वर्कर्स को जहां दूसरा डोज दिया गया। वहीं फ्रंट लाइन वर्कर्स जो छूटे थे, उनमें जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। अपने टारगेट के करीब पहुंचे। इस बात की खुशी है।

- डॉ। सुधाकर प्रसाद, पांडेय, सीएमओ

Posted By: Inextlive