छठे चरण का चुनाव गोरखपुर में शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गया. वोटर्स ने मतदान महोत्सव में बढ़-चढ़कर भागेदारी निभाई पर वोटिंग परसेंटेज उम्मीद से कम रहा. जिला निर्वाचन ने इस बार 70 परसेंट वोटिंग का नारा दिया था.


गोरखपुर (ब्यूरो)। गोरखपुर में शाम 6 बजे तक 56.82 परसेंट वोटिंग हुई, जो 2017 विधानसभा चुनाव की तुलना में 1.33 परसेंट अधिक रही। सुबह 7 बजे शुरुआत तो अच्छी हुई और सूरज के ताप के साथ ही वोटिंग प्रतिशत बढ़ता चला गया। पहले दो घंटे में महज 7.67 फीसदी वोटिंग हुई। 9 बजे से 11 बजे तक पहले दो घंटे के मुकाबले दोगुनी वोटिंग हुई। बूथों पर लम्बी कतारें नजर आने लगीं। बूथों के बाहर वाहनों की लाइन लग गई, कहीं लोग टोलियों में निकले तो कहीं वाहनों से समूह बनाकर बूथों तक पहुंचे। वोटिंग के दौरान ईवीएम खराब होने और वोटर लिस्ट से नाम कटने संबंधी कंप्लेन छोड़ दें तो कुल मिलाकर शांतिपूर्ण मतदान हुआ। पिछले चुनाव की तुलना में इस बार भी शहरी वोटर पिछड़ते नजर आए। युवाओं में दिखा जोश
विधानसभा चुनाव में फस्र्ट टाइम वोटर खासा तौर पर उत्साहित दिखे। सभी 9 विधानसभाओं में युवाओं का जोश हाई रहा। सुबह और शाम के वक्त जहां सीनियर सिटीजन ने मोर्चा संभाला। वहीं, दिनभर युवाओं और फस्र्ट टाइम वोटर्स की आवाजाही बरकरार रही। जिला निर्वाचन ने इस बार 70 परसेंट वोटिंग का नारा दिया था। जागरुकता के लिए तमाम कैंपेन भी चलााए, लेकिन वोटिंग परसेंटेज 56.82 के ग्राफ पर सिमट गया।


अपने बूथ के पहले वोटर बने सीएम योगीसीएम योगी आदित्यनाथ ने पहले मतदान फिर जलपान के आह्वान का गुरुवार को खुद भी अनुसरण किया। उन्होंने पुराना गोरखपुर स्थित कन्या प्राथमिक पाठशाला के बूथ संख्या 249 पर अपने मताधिकार का प्रयोग किया। सुबह सात बजे ही बूथ पर पहुंचकर योगी अपने बूथ के पहले वोटर भी बने। पोलिंग बूथ पर रहे इंतजाम पोलिंग को अच्छी तरह से संपन्न कराने के लिए जिला प्रशासन की ओर से अच्छे प्रबंध किए गए थे। वोटर्स के लिए पानी की व्यवस्था थी। दिव्यांगजनों के लिए रैंप बनवाने के साथ व्हीलचेयर की भी व्यवस्था की गई थी। कोविड प्रोटोकॉल का पूरी तरह से पालन किया गया। मतदाताओं का टेम्प्रेचर लिया गया और उनके हाथ सेनेटाइज कराए गए। इस तरह बढ़ती गई गोरखपुर की वोटिंग 9 बजे - 7.67 परसेंट11 बजे -21.89 परसेंट1 बजे - 36.66 परसेेंट3 बजे - 48.06 परसेंट5 बजे - 53.90 परसेंट6 बजे - 56.82 परसेंटचुनावी हलचल

1. चिल्लूपार विधानसभा में भाजपा प्रत्याशी राजेश त्रिपाठी ने आरोप लगाया कि फाइनल लिस्ट में हर बूथ से बड़ी संख्या में नाम कट गए हैं। इनके लोगों के नाम इधर से उधर गए थे। टाडा, बेलसड़ी, कोल्हुआ सहित अन्य कुछ बूथों पर फर्जी वोट डालने की शिकायत भी राजेश त्रिपाठी ने इलेक्शन कमीशन से की। 2. सहजनवां विधानसभा के डूमरी बूथ पर ईवीएम खराब होने के चलते देर से मतदान शुरू हुआ। इस बूथ पर दो बार ईवीएम बदलनी पड़ी। बिसरी, नेवास में भी ईवीएम में दिक्कत आई। 3. खजनी विधानसभा के सहसी में कई वोटर्स का नाम वोटर लिस्ट से गायब था। इसे लेकर नाराजगी देखने को मिली। पीपरा गांव के 250 लोगों का वोटर लिस्ट में नाम ही नहीं था। रामकिशोर की काफी समय पहले मौत हो गई थी, लेकिन उसका वोटर लिस्ट में नाम है।4. बांसगांव विधानसभा क्षेत्र के सोहगौरा में बूथ संख्या 99 पर सुबह ईवीएम खराब होने के कारण एक घंटे तक वोटिंग नहीं हो सकी। मशीन बदले जाने के बाद वोटिंग शुरू हुई। दोपहर 12.28 बजे ईवीएम में दोबारा दिक्कत आ गई और आधे घंटे तक वोटिंग बाधित रही।वर्जन.
गोरखपुर में 56.82 प्रतिशत मतदान हुआ है। वोटिंग प्रतिशत कम है, लेकिन पिछली साल की तुलना में 1.33 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। देर रात तक सूचनाएं अपडेट होंगी। नौ विधानसभा सीटों पर सकुशल चुनाव संपन्न हुआ। कुछ बूथों पर ग्रामीणों ने कुछ देर तक मताधिकार को लेकर बहिष्कार किया था, लेकिन उन्हें भी समझा बुझाकर वोट डलवा दिया गया। विजय किरण आनंद, जिला निर्वाचन अधिकारी गोरखपुर

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