दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर यूनिवर्सिटी में एफपीओ और स्टार्ट अप को बढ़ावा देने की दिशा में यूनिवर्सिटी प्रशासन की ओर से गुरूवार को बड़ा कदम उठाया गया.


गोरखपुर (ब्यूरो)। वीसी प्रो। राजेश सिंह ने विवि में स्थापित पूर्वांचल इन्क्यूबेशन काउंसिल एंड इनोवेशन सेंटर की वेबसाइट को लांच किया। इसके बाद यूनिवर्सिटी में एफपीओ और स्टार्ट अप लगाने के लिए इच्छुक लोग यूनिवर्सिटी की ओर से बनाए गए बेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे. ऐसे करना होगा रजिस्टे्र्रशन बता दे, आवेदक को पहले वेबसाइट से ऑनलाइन आवेदन फार्म को डाउनलोड करना होगा, इसके बाद फॉर्म भरकर उसे वहीं मौजूद ईमेल आईडी पर मेल करना होगा। तत्पश्चात एक स्क्रीनिंग कमेटी की ओर से उसकी जांच होगी। कंपनी की शॉट लिस्टिंग के बाद एक प्रेजेंटेशन देखा जाएगा, तथा चयनित एफपीओ, स्टार्टअप और कंपनियों से अनुबंध किया जाएगा। चयनित स्टार्टअप को सेंटर के मीटिंग हॉल, लेक्चर्स के साथ ट्रेनिंग रूम का इस्तेमाल करने की सहूलियत दी जाएगी। अत्याधुनिक संसाधनों से लैस होगा सेंटर वेबसाइट को लांच करने के बाद वीसी ने कहा, एफपीओ, स्टार्टअप, पंजीकृत या अपंजीकृत कंपनियों से आवेदन आमंत्रित किया जा रहा है। एफपीओ को भी स्टार्टअप शुरू करने जैसी सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। सभी क्षमतावान उद्यमियों (इन्टरप्रेन्योर्स) को यूनिवर्सिटी प्रशासन एक प्लेटफार्म देने जा रहा है। जिससे वो अपने आईडिया को इन्क्यूबेट कर सके। सेंटर के सुचारू रूप से संचालन के लिए एक सीईओ,सीए, कोआर्डिनेटर, वित्तीय सलाहकार एवं ऑफिस सेक्रेटरी होंगे। ज्यादा से ज्यादा स्टूडेंट्स और इच्छुक व्यक्तियों को स्टार्टअप और एफपीओ लगाने के लिए प्रेरित किया जाएगा। पूरा सेंटर वाई फाई से लैस होगा। वो यूनिवर्सिटी के सेंटर के भवन, इंटरनेट, फर्नीचर, लेक्चरल हॉल, सेमिनार रूम का इस्तेमाल कर सकेंगे। ये एक्सपर्ट करेंगे मार्गदर्शन वीसी ने कहा, स्टार्टअप और एफपीओ की स्थापना में प्राथमिकता एग्रीकल्चर एवं आईटी सेक्टर को दी जाएगी। ख्यातिलब्ध एक्सपर्ट डॉ। पंजाब सिंह, डॉ। रामचेत चौधरी, डॉ। कीर्ति सिंह, आईआईएम लखनऊ से प्रो। सुशील कुमार, एनआईआईटी जयपुर के डॉ। संजय गौड़, प्रो। नरेश त्रिखा एफपीओ और स्टार्टअप लगाने वाले लोगों का ऑनलाइन और ऑफलाइन मोड में मार्गदर्शन करेंगे. ये लोग कर सकते है आवेदन बता दे, कोई भी स्टूडेंट जो स्टार्ट अप लगाने का इच्छुक हो, उसके पास आइडिया हो। ऐसा शख्स जिसने कंपनी नहीं बनाई और वो कंपनी बनाना चाह रहा है या ऐसे व्यक्ति जिसकी कंपनी रजिस्टर्ड है मगर संसाधनों के अभाव में वो उसका संचालन नहीं कर पा रहे हैं तो इनोवेशन सेंटर उनकी मदद करेगा. Posted By: Inextlive