- जालसाजों ने बनाया शिकार, युवक ने दर्ज कराई एफआईआर

- सोशल मीडिया के जरिए कर रहे थे संपर्क, अचानक हुए लापता

GORAKHPUR: लॉकडाउन में वाइन शॉप्स बंद हैं। ऐसे में तलबगारों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। उनकी कोशिश है कि ब्लैक में ही पर कहीं से शराब मिल जाए। थोड़ी-थोड़ी ही पीकर काम चलाएंगे। कुछ लोगों ने सेटिंग करके शराब दुकानों से निकलवा भी ली। लेकिन जब इसकी जानकारी प्रशासन को हुई तो दुकानों को सील करा दिया गया। इसके बाद का उपाय तलाशने में लगे लोगों के लिए जालसाजों ने अपनी दुकान खोल दी। अ्रनलाइन शराब की डिलीवरी का झांसा देकर जालसाजों ने ठगी शुरू कर दी। शहर में उनकी ठगी के शिकार तमाम लोग हुए। लेकिन कोई भी खुलकर सामने नहीं आया। पुलिस भी तब हरकत में आई जब शाहपुर एरिया में रहने वाले युवक ने मुकदमा दर्ज कराया। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने जब पड़ताल की तो सामने आया कि सोशल मीडिया के जरिए दूर कहीं बैठे जालसाज लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं। शिव नाम से ऑनलाइन चल रही वाइन शॉप कभी गोरखपुर तो कभी नोएडा तो कभी हरिद्वार बताकर लोगों को ठग रहा है। फिलहाल पुलिस की छानबीन में उसका कोई सुराग नहीं लग सका है।

1300 गंवाने के बाद समझ में आई बात

शाहपुर, पादरी बाजार मोहल्ले के राज यादव ने फेसबुक पर होम डिलीवरी के जरिए शराब उपलब्ध होने का एड देखा। उनका मन मचल उठा और उन्होंने शराब मंगाने के लिए दिए गए मोबाइल नंबर पर कॉल किया। फोन उठाने वाले ने खुद को सुनील कुमार बताते हुए जानकारी दी। कहा कि सभी ब्रांड की शराब मेरे पास उपलब्ध है। इसको मैं आधे घंटे के भीतर दिए गए पते पर भेज दूंगा। लेकिन इसके पहले पेटीएम, गूगल पे या फोन पे के जरिए आधा पेमेंट करना होगा। राज ने समझा कि डिमांड पूरी होगी। अपना पता और मोबाइल नंबर नोट कराकर दिए गए मोबाइल नंबर पर एक ब्रांड की दो बोतल मंगाने के लिए 1300 रुपए का भुगतान करा दिया। घंटों इंतजार करने के बाद जब शराब नहीं पहुंची तो दोबारा कॉल करने लगे। तब समझ में आया कि उनको चपत लग चुकी है। राज के साथ-साथ शहर में कई अन्य लोग भी ठगी के शिकार हुए। लेकिन लोकलाज में लोगों ने शिकायत नहीं दर्ज कराई।

कभी गोरखपुर तो कभी नोएडा तो कभी हरिद्वार

राज यादव के साथ ठगी होने के बाद दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने इसकी पड़ताल की। तब अधिकारियों ने बताया कि लॉकडाउन में शराब की बिक्री पूरी तरह से प्रतिबंधित है। ऐसे में जो कोई भी शराब सप्लाई के दावे कर रहा है, वह निश्चित रूप से लोगों को ठग रहा है। सोशल मीडिया पर शिव इन गोरखपुर के नाम से बनी प्रोफाइल चेंज होती रह रही है। पड़ताल में सामने आया कि जालसाजों का गैंग खुद को कभी शिव इन गोरखपुर तो कभी नोएडा तो कभी हरिद्वार बताकर लोगों से ठगी कर रहा है। जालसाजी करने वाले लोगों से मोबाइल पर बात करके पेटीएम, गूगल पे और फोन पर रुपए देने को कह रहे हैं। सप्लाई की शर्त यह है कि डिलीवरी के पहले आधी रकम भेजनी होगी। आंधे घंटे में होम डिलीवरी मिलने के बाद बाकी पैसा देना होगा। लेकिन आधी रकम बिना डिजिटल पेमेंट किए किसी को कोई सप्लाई नहीं मिल सकेगी।

कुछ इस तरह से हुई बातचीत

रिपोर्टर: सर, आप का नंबर देखकर कॉल किया है। शराब कैसे मिल पाएगी। हम राजेंद्र नगर में रहते हैं। आप कहां से बोल रहे हैं।

जालसाज: गोरखपुर के राजेंद्र नगर में रहते हो आप, वहां पर शराब मिल जाएगी। हम वर्कशॉप से बोल रहे हैं। वर्कशॉप मतलब अपने ठेके से बोल रहे हैं।

रिपोर्टर: शराब कैसे मिल पाएगी। कितने देर में मिल पाएगी।

जालसाज: शराब आप के घर पहुंच जाएगी। बस आप अपनी ब्रांड बताओ। कितनी बोतल चाहिए।

रिपोर्टर: दो-तीन ब्रांड का नाम बताते हुएएक बोतल दे दीजिए।

जालसाज: एक ब्रांड का नाम लेते हुए वह तो महंगी पड़ेगी।

रिपोर्टर: चौंकते हुए एक बोतल का इतना दाम लेंगे। ये तो काफी महंगा बता रहे हैं।

जालसाज: नहींवह तो 980 रुपए की है। आप मानकर चलो कि दो हजार में दो बोतल

रिपोर्टर: एक अन्य ब्रांड का नाम लेते हुए इसका क्या रेट होगा।

जालसाज: वह तो 1900 रुपए में आ जाएगी।

रिपोर्टर: होम डिलीवरी का चार्ज भी ले रहे हैं क्या, कितना देना होगा।

जालसाज: होम डिलीवरी का चार्ज नहीं है लेकिन आधी रकम का पेमेंट करना होगा। गूगल पे या फोन पे चलाते हो तो उस पर पैसे डाल दो।

रिपोर्टर: अच्छा आप पेमेंट वाला नंबर मुझे भेज दो। मैं एड्रेस भी लिखकर भेजता हूं।

जालसाज: देखो पेमेंट करने के बाद स्क्रीन शॉट भेजना तभी शराब की डिलीवरी पहुंच पाएगी।

नोट: जालसाज की बोली से स्पष्ट था कि वह गोरखपुर का रहने वाला नहीं है। इसलिए रिपोर्टर ने बातचीत खत्म कर दी। जालसाज ने कोशिश कि उसके झांसे में आकर पेमेंट कर दिया जाए। लेकिन रिपोर्टर ने यह नहीं किया।

बॉक्स

जालसाजी है ये, न करें सौदेबाजी

पुलिस से जुड़े लोगों का कहना है कि लॉकडाउन में लोगों से ठगी करने वालों ने ऑनलाइन फ्रॉड के कई तरीके खोज निकाले हैं। वह तरह-तरह के लालच देकर लोगों को चूना लगा रहे हैं। ऐसे में इनसे बचने की जरूरत है। इस तरह से सोशल मीडिया पर आए किसी विज्ञापन के झांसे में न आएं। कोई लिंक, मोबाइल नंबर या अन्य दूसरे तरीके का इस्तेमाल करके जालसाज आप के एकाउंट से रकम उड़ा सकते हैं।

वर्जन

ऐसे मामलों की शिकायत पहले आ चुकी है। इस तरह के प्रकरण की जांच की जा रही है। पब्लिक को चपत लगाने के लिए जालसाजों ने तरह-तरह के तरीके निकाल रखें हैं। दर्ज हुए मामले की जांच की जा रही है।

डॉ। कौस्तुभ, एसपी सिटी

Posted By: Inextlive