जिले में अवैध नकली शराब बनाने का खेल कई साल से चल रहा है. देसी और अंग्रेजी शराब की पैकेजिंग करके कारोबारी आसानी से खफा देते हैं. गोरखपुर बस्ती के अलावा बिहार बार्डर पर कारोबारियों का जाल फैला हुआ है. चौरीचौरा एरिया में नकली शराब की फैक्ट्री पकड़े जाने के बाद एक बार फिर से पुलिस कार्रवाई सवालों के घेरे में हैं. इस प्रकरण के सामने आने पर एसएसपी ने हलका दरोगा और बीट कांस्टेबल को सस्पेंड कर दिया था.


गोरखपुर (ब्यूरो)। एसएसपी ने साफ कहा है कि यदि इस तरह का कारोबार कहीं पाया गया तो संबंधित पुलिस कर्मचारी सीधे तौर पर जिम्मेदार होंगे। मंगलवार को भी पुलिस ने गैंग के सदस्य केा अरेस्ट किया। सरगना पर कसेगा शिकंजा, जब्त होगी प्रापर्टी रविवार की रात करीब 12 बजे आबकारी और पुलिस की टीम ने चौरीचौरा के अवधपुर में दबिश दी। इस दौरान कमरे में कमरे में अनिरुद्ध विश्वकर्मा पकड़ा गया। जिसने बताया कि सोनू सिंह और सोनू यादव फोर व्हीलर से शराब लेकर बाहर गए हैं। टीम ने उन दोनों को अरेस्ट कर लिया। इस दौरान अवधपुर निवासी सिनोध, भीम बलि और डंवरपार का अर्जुन जायसवाल फरार हो गए। इसके पूर्व भी अर्जुन जायसवाल का नाम शराब के अवैध कारोबार में सामने आ चुका है। लेकिन हर बार वह बचकर निकल जाता है। शाहपुर के शिवपुर
सहबाजगंज, पीपीगंज के जंगल कौडिय़ा, गुलरिहा के भटहट, रामगढ़ताल एरिया के पैडलेगंज में कारोबार पकड़ा जा चुका है। लेकिन कारोबार की कमर तोडऩे में पुलिस नाकाम रही है। पुलिस का कहना है कि आरोपित अर्जुन जायसवाल शराब माफिया घोषित किया गया है। उसके खिलाफ गैंगेस्टर की कार्रवाई हो चुकी है। इस बार उसकी प्रापर्टी जब्त करने की प्रक्रिया


अपनाई जाएगी। मार्च में वह जेल से जमानत पर छूटा है। इस मामले का पर्दाफाश तब हुआ जब 16 जून को सहजनवां में नकली शराब पकड़ी गई। तब चौरीचौरा के देवकहिया का एक युवक पकड़ा गया जिसने पुलिस को बताया कि कहां-कहां पर शराब बनती हैं।- 25 फरवरी 2018 को खोराबार एरिया में अंग्रेजी शराब की दुकान पर भारी मात्रा में नकली शराब की खेप पकड़ी गई। 22 पेटी नकली शराब मिलने पर पुलिस और आबकारी विभाग ने जांच बिठाई। मुनीम को अरेस्ट करके पुलिस ने कार्रवाई पूरी कर ली। लेकिन सप्लाई देने वालों तक टीम नहीं पहुंच सकी।

अवैध शराब के कारोबार में शामिल एक अन्य व्यक्ति को अरेस्ट किया गया है। मुख्य आरोपित की तलाश की जा रही है। आरोपितों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मनोज कुमार अवस्थी, एसपी नार्थ


कब-कब जेल गया अर्जुन गिरोह का मुख्य सरगना अर्जुन जायसवाल बेलीपार क्षेत्र का निवासी है। उसके खिलाफ 1998 में बेलीपार में ही मारपीट का दर्ज हुआ। नकली शराब से संबंधित उसके खिलाफ पहली एफआईआर वर्ष 2013 में सिद्धार्थनगर में दर्ज हुई। इसके बाद बस्ती में दो केस हुए। उसके खिलाफ दो बार गुंडा एक्ट की कार्रवाई हुई है। उसकी हिस्ट्रीशीट भी खुली है। करीब डेढ़ दशक एक्टिव अर्जुन जेल से छूटने के बाद अपना काम करने लगता है। उसका नेटवर्क गोरखपुर, बस्ती, सिद्धार्थनगर सहित बिहार तक फैला हुआ है। चार गुना फायदा, खूब चलता है खेलपुलिस से जुड़े लोगों का कहना है कि नकली शराब के कारेाबारी प्रतिबंधित स्प्रिट खरीदकर रैपर और ब्रांड लगाकर शराब पैक करते हैं। होलोग्राम और अन्य तरह के सुरक्षा मानक लागू होने के बावजूद इस पर विशेष असर नहीं पड़ सका है। हरियाणा से आने वाली शराब की खेप में इसे शामिल करके बेचा जाता है। जबकि शराब के ठेकों पर भी नकली शराब खप जाती है।मुनाफे का खेल, खूब करते कारोबार
अंग्रेजी शराब की विभिन्न ब्रांड के नाम से नकली शराब परोसने वाले लोग मुनाफे के लिए बड़ा रिस्क उठाते हैं। जानकारों का कहना है कि नकली शराब पीने से जान जा सकती है। इसमें अल्कोहल की मात्रा का निर्धारण मापन के अनुसार नहीं होता है। इसके जहरीली होने की संभावना बढ़ जाती है। इसके सेवन से मौत के अलावा, आंखों की रोशनी जाने, किडनी और लीवर को नुकसान पहुंचने का खतरा होता है।खंगाल रहे 10 साल का रिकार्ड, एनएसए की तैयारी नकली शराब का कारोबार रोकने के लिए पिछले 10 साल का रिकार्ड खंगाला जा रहा है। शराब तस्करी में शामिल लोगों के खिलाफ रासुका की कार्रवाई की तैयारी कर ली गई है। इस संबंध में डीएम ने एसएसपी को पत्र भी जारी कर दिया है। रासुका लगाने से अवैध कारोबार पर लगाम कसने की उम्मीद है। अवैध शराब में कार्रवाई वर्ष कार्रवाई 2021 12482020 19072019 1300पहले भी हुई बरामदगी 03 अक्टूबर 2021: रेलवे स्टेशन पर अंग्रेजी नकली शराब बनाने का कारोबार पकड़ा गया। गुलरिहा के बिस्टौली निवासी अजय सिंह को अरेस्ट करके पुलिस ने जेल भेजा।
23 नवंबर 2020: तिवारीपुर एरिया के नरसिंहपुर में किराना स्टोर्स में चल रहा नकली शराब का कारोबार पकड़ा गया। भारी मात्रा में अंग्रेजी शराब की बोतलें, रैपर सहित अन्य सामान बरामद हुए। 29 सितंबर 2020: रामगढ़ताल एरिया के पैडलेगंज में गोशाला में अवैध शराब बनाने का खेल पकड़ा गया। भटहट, शिवपुर सहबाजगंज और पीपीगंज एरिया में भी मामले सामने आए थे। - 11 मार्च 2019 को झंगहा एरिया के विश्वनाथपुर मोहल्ले में पुलिस ने एक दंपति को दबोचा। मकान में नकली अंग्रेजी शराब बनाने का कारोबार चल रहा था। इस दौरान अंग्रेजी शराब की कई ब्रांड के रैपर मिले। तब पुलिस ने दावा किया कि इस कारोबार से जुड़े सभी लोगों पर शिकंजा कसा जाएगा। लेकिन मामला शांत हो गया।- 01 जनवरी 2019 को पूर्व मंत्री के मुनीब सहित पांच लोगों को बेलीपार पुलिस ने 80 लीटर स्प्रिट सहित गिरफ्तार किया। तब पुलिस ने दावा किया बेलीपार एरिया का प्रधान और उसका भतीजा स्प्रिट का अवैध कारोबार करते हैं। प्रधान के खिलाफ बेलीपार, बांसगांव, खोराबार और सहजनवां में में मुकदमे दर्ज हैं। - 19 जुलाई 2018 को चौरीचौरा में रेक्टीफाइड स्प्रिट से नकली शराब बनाने का मामला सामने आया। पुलिस ने कुछ लोगों को अरेस्ट करके इसकी जांच सरैया डिस्टलरी में कराई। Posted By: Inextlive