- डिजिटल दुनिया में सोशल मीडिया पर श्रीप्रकाश शुक्ला की एक्टिव हैं दो दर्जन से अधिक प्रोफाइल

- यंगस्टर्स ने श्रीप्रकाश शुक्ला को ट्विटर पर भी पहुंचाया

- श्रीप्रकाश शुक्ला के पेज पर तीन लाख से अधिक लाइक

GORAKHPUR: मत दे मुझे वो सब जो मेरी किस्मत में नहीं, क्योंकि भीख मांगकर जीना मेरी फितरत में नहीं ये लाइनें यूपी के टॉप क्रिमिनल श्रीप्रकाश शुक्ला के फेसबुक प्रोफाइल पर लिखी गई हैं। आपको हैरानी होगी यूपी को दहला देने वाला मोस्ट वाटेंड क्रिमिनल श्रीप्रकाश शुक्ला मरने के बाद भी सोशल मीडिया पर जिंदा है। इस समय फेसबुक पर दो दर्जन से भी अधिक माफिया श्रीप्रकाश की प्रोफाइल और पेज रन कर रहे हैं।

एके 47 और कट्टे के साथ फोटो

फेसबुक पर सर्च करते ही लाइन से दर्जनों श्रीप्रकाश की फोटो लगी प्रोफाइल खुल जाती हैं। श्रीप्रकाश की किसी प्रोफाइल पिक्चर के साथ एके 47 तो किसी के साथ कट्टा और गोली की फोटो लगाई गई है।

90 का दशक आज भी भारी

हैरान कर देने वाली बात ये है कि आज कल के यंगस्टर्स पर भी श्रीप्रकाश शुक्ला का जादू चल रहा है। इतने दिनों में ना जाने कितने बड़े-बड़े क्रिमिनल्स आए और चले गए लेकिन यंगस्टर्स को श्रीप्रकाश की स्टाइल सबसे अधिक भा रही है। इससे अंदाजा लगा सकते हैं कि 90 का वो दशक आज भी भारी है।

तारीफों के बांधे पुल

फेसबुक पेज पर 3-5 लाख तक यंगस्टर्स के लाइक हैं। यही नहीं है वे क्राइम को लेकर इस पेज पर चर्चा भी करते रहते हैं। साथ ही एक दूसरे को श्रीप्रकाश शुक्ला की कहानी भी सुनाते रहते हैं। कई ऐसे भी युवा हैं जो कमेंट कर श्रीप्रकाश के तारीफों के पुल बांधते रहते हैं।

20 साल में पहला मर्डर

श्रीप्रकाश शुक्ला ने अपनी पहलवानी के दम पर अखाड़े में भी अच्छा नाम कमाया था। इसी बीच उसकी बहन से किसी युवक ने छेड़छाड़ कर दी। तब बदला लेने के लिए 20 साल की उम्र में श्रीप्रकाश शुक्ला ने उस लड़के किया था। यह उसकी जिंदगी का पहला मर्डर था। जिसके बाद उसके सिर पर जो खून सवार हुआ वो उसके मरने के बाद ही शंात हुआ।

बड़ी घटनाएं

-पूर्व विधायक लक्ष्मीपुर विरेंद्र शाही का मर्डर।

-बिहार के बाहुबली मंत्री का मर्डर।

-सीएम की सुपारी ली।

यहां करता था अवैध धंधे

यूपी, बिहार, दिल्ली, पश्चिम बंगाल और नेपाल।

-4 मई 1998 को 50 जवानों की स्पेशल टास्क फोर्स का गठन।

-23 सितंबर 1998 में एसटीएफ ने मुठभेड़ में श्रीप्रकाश की हुई मौत।

बॉक्स

श्रीप्रकाश से विकास दूबे का कम्पेयर

यूपी के गोरखपुर के शार्प शूटर सुपारी किलर श्रीप्रकाश शुक्ला से पुलिस के साथ साथ अपराधी भी खौफ खाते थे। श्रीप्रकाश उस समय एके 47 लेकर चलता था। इस समय कानपुर की घटना के बाद हाइलाइट हुआ मोस्ट वाटेंड क्रिमिनल विकास दूबे का शार्प शूटर श्रीप्रकाश शुक्ला से कम्पेयर किया जा रहा है।

वर्जन

जो बच्चे दब्बू या समाज में अपने आप को दबा हुआ समझते हैं, वे भी ऐसे लोगों को आइडियल मानकर प्रेरणा लेते हैं। वहीं कुछ ऐसे भी लोग हैं जो हर जगह अपना वर्चस्व कायम करना चाहते हैं, वे भी ऐसे अपराध से जुड़े लोगों को अपना आइडियल मानना पसंद करते हैं।

प्रो। अनुभूति दुबे, साइक्लॉजिस्ट

Posted By: Inextlive