- प्रसव के बाद बच्चे को लेकर नहीं लगानी पड़ेगी बालरोग अस्पताल के एसएनसीयू की दौड़

- फ‌र्स्ट फ्लोर पर ओटी, लेबर रूम के पास एसआईसीयू निर्माण का काम अंतिम दौर में

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KANPUR: प्रसव के बाद अगर नवजात की तबीयत सही नहीं है तो उसे एनआईसीयू में रखा जाता है। शहर में अभी तक सरकारी एनआईसीयू सिर्फ मेडिकल कॉलेज के बाल रोग अस्पताल में ही था, लेकिन इसी महीने से डफरिन में भी 10 बेड का नया एसएनसीयू(सिक एंड न्यू बॉर्न चाइल्ड केयर यूनिट) शुरू हो जाएगा। इसका निर्माण अंतिम दौर में है। 38 लाख की लागत से बन रहे इस एसएनसीयू में लगने वाले उपकरणों की खरीद का भी ऑर्डर हो चुका है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक इसे जनवरी के लॉस्ट वीक में शुरू करने की योजना है।

बढ़ेंगे सस्ते इलाज के विकल्प

अमूमन एक प्राइवेट एनआईसीयू में बच्चे को भर्ती कराने पर हर दिन 3 से 5 हजार रुपए का खर्च आता है। वहीं बालरोग अस्पताल के एनआईसीयू में गरीब लोगों से कोई चार्ज नहीं लिया जाता है। इस वजह से बालरोग अस्पताल के एनआईसीयू में बच्चे को रखवाने के लिए काफी मशक्कत भी करनी पड़ती है। वहीं डफरिन हॉस्पिटल में एनआईसीयू शुरू होने से बालरोग अस्पताल के एनआईसीयू का बोझ भी कम होगा और डफरिन से भागदौड़ भी बंद होगी।

38 लाख की लागत से निर्माण

डफरिन में बन रहे सिक एंड न्यूबार्न चाइल्ड केयर यूनिट को 38 लाख की लागत से बनाया जा रहा है। इसे फ‌र्स्ट फ्लोर में महिला वार्ड के बगल में बनाया जा रहा है जिसके लिए 8 लाख रुपए स्वीकृत हुए हैं। इसके अलावा 30 लाख रुपए के उपकरणों की खरीद की जाएगी। जिसके लिए ऑर्डर भी कर दिया गया है। शुरुआती स्टेज में एसएनसीयू में वेंटीलेटर की सुविधा नहीं होगी। अभी वार्मर और फोटोथेरेपी की सुविधा होगी।

संविदा पर रखे जाएंगे 3 पीडियाट्रिशियन

डफरिन में एसएनसीयू के लिए 8 स्टॉफ नर्स और 3 पीडियाट्रिशियन भी रखे जाने हैं। तीनों डॉक्टर्स संविदा पर रखे जाएंगे ,लेकिन अभी इसके लिए प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है। ऐसे में जनवरी लॉस्ट वीक में कैसे एसएनसीयू काम करने शुरू होगा इसको लेकर संशय भी है।

कोट-

एसएनसीयू डफरिन में शुरू होने से काफी राहत मिलेगी। इसके निर्माण का काम अंतिम तौर में है जल्द ही इसे शुरू किया जाएगा। जो कमियां है उन्हें जल्द ही दूर कर लिया जाएगा।

- डॉ। आरपी यादव, सीएमओ, कानपुर नगर

Posted By: Inextlive