कानपुर सेंट्रल स्टेशन के कैंट साइड चल रहे अवैध बेस किचन में गंदगी के अंबार में पकने वाला खाना व नाश्ता डेली हजारों पैसेंजर्स को परोसा जा रहा है. इस गोरखधंधे का खुलासा दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने ड्राइव चलाकर किया था. लगातार स्टोरीज पब्लिश होने के बाद प्रयागराज रीजन के जीएम ने मामले को गंभीरता से लिया. आरपीएफ व रेलवे के फूड डिपार्टमेंट को मामले की जांच करने के आदेश दिए.

कानपुर (ब्यूरो)। कानपुर सेंट्रल स्टेशन के कैंट साइड चल रहे अवैध बेस किचन में गंदगी के अंबार में पकने वाला खाना व नाश्ता डेली हजारों पैसेंजर्स को परोसा जा रहा है। इस गोरखधंधे का खुलासा दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने ड्राइव चलाकर किया था। लगातार स्टोरीज पब्लिश होने के बाद प्रयागराज रीजन के जीएम ने मामले को गंभीरता से लिया। आरपीएफ व रेलवे के फूड डिपार्टमेंट को मामले की जांच करने के आदेश दिए। लिहाजा सैटरडे को आरपीएफ ने टीम गठित कर ट्रेन नंबर 12561 स्वतंत्रा सेनानी एक्सप्रेस में औचक छापा मारा। आरपीएफ ने ट्रेन से 17 अवैध वेंडर को हिरासत में लेकर उनके पास से खाद्य समाग्री भी जब्त की। सभी के खिलाफ रेलवे एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है। आरपीएफ एसआई एम अहमद ने बताया कि आरपीएफ कमांडेंट के विजय पंडित के दिशानिर्देश पर सोर्सेस से मिली जानकारी के बाद औचक छापा मारा गया था। जिसमें 17 अवैध वेंडर पकड़े गए हैं।
टीम ने लिए खाने के सैैंपल

सेंट्रल स्टेशन में पैसेंजर्स को अवैध बेस किचन में बना खाना परोसा जाने का मामला डिवीजन अधिकारियों के लेने के बाद फ्राईडे को डिवीजन से चीफ इंस्पेक्टर कैटरिंग की चार सदस्यीय टीम जांच के लिए पहुंची थी। जिन्होंने स्टेशन के कैंट साइड रेलवे से ऑथराइज बेस किचन में बनाए जाने वाली खाद्य सामग्री के कैंपल भर जांच के लिए लैब भेजा है। इसके अलावा उन्होंने बेस किचन में साफ-सफाई के मानक की भी जांच की है।
अवैध बेस किचन पर कार्रवाई कब

रेलवे स्टेशन के कैंट साइड 100 मीटर के रेंज में चल रहे अवैध बेस किचन में गंदगी के अंबार में बनाए जाने वाले खाने पर अंकुश लगाने वाला कोई नहीं है। डीजे आईनेक्स्ट में खबर प्रकाशित होने के बाद रेलवे ने मामले को सख्ती में लेते हुए कार्रवाई शुरू कर दी है। बड़ी बात यह है कि सभी अवैध बेस किचन सिविल एरिया में है। जिसमें कार्रवाई करने की जिम्मेदारी सिटी के फूड डिपार्टमेंट की है जो अभी तक गहरी नींद में है।

Posted By: Inextlive