इत्र कारोबारी के कानपुर स्थित घर में मिले बेशुमार नोंटों की गिनती भले ही 177 करोड़ पर ठहर गई हो लेकिन कन्नौज स्थित ठिकानों से खजाने का मिलना जारी है. आनंदपुरी की ही तरह यहां भी पीयूष जैन के घर से अधिकारियों को बड़ी मात्रा में कैश और सोना चांदी बरामद हुआ है.

कानपुर(ब्यूरो)। इत्र कारोबारी के कानपुर स्थित घर में मिले बेशुमार नोंटों की गिनती भले ही 177 करोड़ पर ठहर गई हो लेकिन कन्नौज स्थित ठिकानों से खजाने का मिलना जारी है। आनंदपुरी की ही तरह यहां भी पीयूष जैन के घर से अधिकारियों को बड़ी मात्रा में कैश और सोना चांदी बरामद हुआ है। इस पूरी संपत्ति को डेढ़ दर्जन से ज्यादा तालों में बंद कर रखा गया था। जिसे तोडऩे के लिए गैस कटर तक मंगाया गया। अब तक 20 ताले टूट चुके हैं। जिसमें से नोटों से भरे 9 बोरों के साथ 250 किलो चांदी और 25 किलो सोना बरामद हुआ है। वहीं नोटों की गिनती का काम जारी है।

पूछताछ के लिए लाए
कानपुर के आनंदपुरी में छापे में जहां 500 के ज्यादातर नोट मिले थे। वहीं कन्नौज स्थित ठिकानों पर मारे गए छापों में 2 हजार रुपए के नोटों की बोरियां मिल रही हैं। छापे की कार्रवाई शनिवार देर शाम तक चलती रही। वहीं जीएसटी अधिकारी पीयूष जैन को सर्वोदय नगर स्थित जीएसटी भवन में पूछताछ के लिए लाए हैं। मालूम हो कि डीजी जीएसटीआई की कानपुर में आनंदपुरी स्थित घर में हुई कार्रवाई में 177 करोड़ कैश बरामद हुआ था।

बेटों के साथ कन्नौज में कार्रवाई
फ्राईडे दोपहर से पीयूष जैन के बेटों प्रत्यूष और प्रियांश को जीएसटी इंटेलिजेंस के अधिकारी कन्नौज ले गए थे। वहां बेटों से ही घर व परिसर के ताले खुलवाए गए थे। उसके बाद कन्नौज से भी नोटों का मिलना शुरू हो गया था। परिसर में कई कमरों में लॉकर और अलमारियां होने की वजह से सभी को एक-एक कर खोला गया। दो दर्जन से ज्यादा जीएसटी अफसरों की टीमें परिसर में तालों को खोलने का प्रयास करती रहीं।

गैस कटर से काटी तिजोरियां
सैटरडे सुबह तक 20 ताले तोड़े जा चुके थे। इनमें से कुछ तिजोरियां इतनी मजबूत थीं कि वह टूटी ही नहीं। जिसके बाद 11 बजे गैस कटर मंगाया गया। जिससे तिजोरियों को काटा गया। शाम तक नोटों से भरे 9 बोरे मिलने की जानकारी मिली। जिसमें ज्यादातर 2 हजार रुपए के नोट थे। अधिकारियों के मुताबिक यह अमांउट भी 50 से 60 करोड़ रुपए के बीच हो सकता है। जिसकी गिनती चल रही है।


पीयूष से पूछताछ जारी
डीजीजीएसटी अहमदाबाद की टीम के अधिकारी कारोबारी पीयूष जैन को पूछताछ के लिए कार से सुबह पौने चार बजे लेकर घर से निकल गए थे। उसे लेकर वह सर्वोदय नगर स्थित सीजीएसटी भवन पहुंचे। जहां उसे रखा गया। दोपहर 12 बजे पीयूष जैन के नौकर से उनकी दवा सर्वोदय नगर स्थित जीएसटी भवन में ही मंगाई गई।

इत्र कारोबार से पीयूष का नहीं सरोकार
कन्नौज में द अतर्स एंड परफ्यूमर्स एसोसिएशन ने पीयूष जैन के इत्र कारोबारी होने को लेकर आपत्ति जताई है। एसोसिएशन के अध्यक्ष पवन त्रिवेदी ने इस बाबत प्रेस रिलीज जारी कर जानकारी दी कि कन्नौज के छिपट्टी में रहने वाले कारोबारी पीयूष जैन कानपुर में रहते हैं। कन्नौज में उनकी कोई इत्र की फैक्ट्री नहीं है। न ही वह एसोसिएशन के मेंबर हैं। पीयूष जैन का इत्र के कारोबार से कोई वास्ता नहीं है। उनके क्या कारोबार हैं। इसकी शासन स्तर से जांच की मांग भी की गई है।


अब तक कुल रिकवरी-
कानपुर-
177 करोड़ कैश
कन्नौज-
58 करोड़ रुपए के करीब कैश
250 किलो चांदी-1.75 करोड़ रुपए अनुमानित कीमत
25 किलो सोना- 12.5 करोड़ अनुमानित कीमत

Posted By: Inextlive