सेवा के जरिए हर लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है. हमारी संस्कृति भी हमें यही सिखाती है. प्रेम में भी एक त्याग होता है जिसमें खोकर भी लोग सुख की अनुभूति करते है. भारत इसी ध्येय को लेकर सेवा त्याग और समर्पण के साथ विश्व को नयी राह दिखाने जा रहा है. यह बात भाजपा प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद डॉ. सुधांशु त्रिवेदी ने सैटरडे को सीएसजेएम यूनिवर्सिटी के तत्वावधान में पीएसआईटी भौंती में आयोजित राष्ट्रीय सेवा योजना स्थापना दिवस में कही.


कानपुर (ब्यूरो) कार्यक्रम के अध्यक्ष कुलपति प्रो। विनय कुमार पाठक ने कहा कि हमारे राष्ट्रीय सेवा योजना के छात्र एक संकल्प के साथ 75 गांवों में गए। वहां जो सेवा की अलख जगाई वह सराहनीय है। हमारी नजर में शिक्षा के साथ सेवा और संस्कार का बड़ा मूल्य है। 15 एनएसएस के कार्यक्रम अधिकारी साबरमती आश्रम जाकर सेवा के भाव और कार्य को सीखने जाएंगे। 100 छात्रों को भी आश्रम में भेजने का प्रस्ताव है। पुरस्कार से नवाजा गया


अमृत महोत्सव में सेवा योजना के कार्यों में उल्लेखनीय भूमिका निभाने वाले कार्यकर्ताओं को गणेश शंकर विद्यार्थी और कर्मवीर पुरस्कार से सम्मानित किया गया। गणेश शंकर विद्यार्थी पुरस्कार में डॉ। मनोज कुमार यादव को स्वर्ण, रितु सिंह को रजत, डा। चित्रा सिंह तोमर व डा। संगीता सिरोही को कांस्य पदक से नवाजा गया। वहीं कर्मवीर पुरस्कार के अंतर्गत सौम्या सिंह को स्वर्ण, शिवम गोस्वामी को रजत तथा उदिता रावत व विलायत फातिमा को कांस्य पदक से सम्मानित किया गया। एनएसएस के सात जिला नोडल अधिकारियों तथा 40 कार्यक्रम अधिकारियों को भी पुरस्कृत किया गया। इस मौके पर 'सीएसजेएमयू परिवार 75 गांवों के द्वारÓ स्मारिका का विमोचन भी किया गया। ये लोग रहे शामिल

इस मौके पर विशिष्ट अतिथि आयुर्वेदाचार्य डॉ। वंदना पाठक, प्रति कुलपति प्रो। सुधीर कुमार अवस्थी, रजिस्ट्रार डॉ। अनिल कुमार यादव, एनएसएस के कोआर्डिनेटर प्रो। केएन मिश्रा, निदेशक सीडीसी डॉ। राजेश कुमार द्विवेदी, एसोसिएट वाईस प्रेसिडेंट (पीएसआईटी) अभिजीत सिंह, प्रबंध निदेशक शेफाली राज, डॉ शिवानी कपूर, डॉ प्रवीन कटियार आदि मौजूद रहे।

Posted By: Inextlive