संडे की वजह से गाडिय़ों की धमाचौकड़ी कम होने के बावजूद भी एयर पाल्यूशन से कानपुराइट्स को छुटकारा नहीं मिला. सीपीसीबी के सेंटर्स पर एयर पाल्यूशन मानक से छह गुना से अधिक तक दर्ज हुआ. वहीं एयर क्वालिटी इंडेक्स 213 यानि पुअर दर्ज हुआ.

कानपुर(ब्यूरो)। संडे की वजह से गाडिय़ों की धमाचौकड़ी कम होने के बावजूद भी एयर पाल्यूशन से कानपुराइट्स को छुटकारा नहीं मिला। सीपीसीबी के सेंटर्स पर एयर पाल्यूशन मानक से छह गुना से अधिक तक दर्ज हुआ। वहीं एयर क्वालिटी इंडेक्स 213 यानि पुअर दर्ज हुआ।

सुबह से ही पाल्यूशन
सेंट्रल पाल्यूशन कन्ट्रोल बोर्ड के मानक के मुताबिक एवरेज पीएम 2.5 की मात्रा 60 माइक्रोग्र्राम प्रति मीट्रिक क्यूब से अधिक नहीं होनी चाहिए। पर संडे को सुबह से एयर पाल्यूशन अधिक रहा है। सेंट्रल पाल्यूशन कन्ट्रोल बोर्ड के नेहरू नगर सेंटर्स पर पर्टिकुलेट मैटर 2.5 की सुबह न्यूनतम मात्रा 158 माइक्रोग्र्राम प्रति मीट्रिक क्यूब रही, जो कि मानक से अधिक रही। वहीं पीएम 2.5 की अधिक संख्या 362 माइक्रोग्र्राम प्रति मीट्रिक क्यूब रही।

हर एरिया में
संडे को एवरेज पीएम 2.5 की एवरेज मात्रा 264 माइक्रोग्र्राम प्रति मीट्रिक क्यूब रही। साउथ सिटी में रहने वालों को भी एयर पॉल्यूशन से छुटकारा नहीं मिला। किदवई नगर सेंटर पर पीएम 10 की अधिकतम मात्रा 390 माइक्रोग्र्राम प्रति मीट्रिक क्यूब दर्ज हुई, जबकि पीएम 2.5 की मात्रा 330 माइक्रोग्र्राम प्रति मीट्रिक क्यूब रही।

उड़ रही है धूल
लोगों के मुताबिक सफाई न होने से रोड और फुटपाथ पर धूल-मिïट्टी और गन्दगी फैली हुई है। जो हवा और गाडिय़ों के आवागमन से उड़ा करती है। केवल कागजों पर ही पाल्यूशन से निटपने के उपाए किए जा रहे हैं। न तो पानी छिडक़ाव हो रहा है और न ही समय से कूड़ा उठाया जा रहा है।

Posted By: Inextlive