कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी के पंजाब के युवाओं पर दिए बयान के विवाद खड़ा हो गया है.

चंडीगढ़ में पंजाब यूनिवर्सिटी कैंपस में नेशनल स्टुडेंट यूनियन आफ इंडिया (एनएसयूआई) की रैली को संबोधन को दौरान राहुल ने कहा कि प्रदेश में 10 में से सात युवा नशे की चपेट में हैं।

राहुल की इस टिप्पणी पर अकाली नेताओं ने खासी नाराजगी व्यक्त की है। उन्होंने सवाल किया है कि आखिर कांग्रेस नेता ने यह आंकड़ा कैसे निकाला है।

अकाली दल के सांसद नरेश गुजराल ने राहुल के इस बयान पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा, “मैं राहुल गांधी की तरह कोई गणित का विशेषज्ञ नहीं हूं जिन्होंने एक तूफानी दौरे में ही पता लगा लिया कि पंजाब में 10 में से सात युवा नशे के शिकार हैं.”

हालांकि गुजराल ने माना कि नशा पंजाब में एक समस्या है और इस बारे में केंद्र सरकार का भी ध्यान दिया जाना भी जरूरी है। उन्होंने आरोप लगाया कि पाकिस्तान प्रदेश में नशे की तस्करी करके एक परोक्ष लड़ाई लड़ रहा है।

'राष्ट्रीय समस्या'इस बारे में पंजाब से उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि प्रदेश की सरकार का नशे की तस्करी और प्रसार पर कोई नियंत्रण नहीं है। नशे की तस्करी पाकिस्तान से हो रही है, यह समस्या राष्ट्रीय है।

बादल ने कहा कि सीमा पर चौकसी और नशे की तस्करी रोकने का काम सीमा सुरक्षा बल का है जो कि केंद्र के अधीन है। राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि पंजाब सरकार बेरोजगार युवाओं को दिया जाने वाला भत्ता नहीं दे रही है।

उन्होंने कहा, “ केंद्र अनुसूचित जाति और जनजाति के युवाओं के लिए स्कॉलरशिप भेज रही है। लेकिन पंजाब इसका प्रयोग किए बिना इसे वापस भेज देता है। ”

राहुल की इस सभा में भारी संख्या में युवतियां भी मौजूद थीं। उन्होंने उम्मीद जताई कि अगले 10-15 सालों में पंजाब को फिर एक महिला मुख्यमंत्री मिलेगी।

राहुल ने युवाओं से कहा, “मैं पिछले आठ साल से राजनीति मैं हूं। लेकिन मैं यकीनी तौर पर कह सकता हूं कि राजनीति में युवाओं की हिस्सेदारी काफी कम है। भ्रष्टाचार हो या विकास, इस सब का जबाव आप ही हैं। आप के पास देश को चलाने की ताकत और ज्ञान है.”

Posted By: Inextlive