किदवई नगर के चालीस दुकान बाजार में फ्राईडे देर रात लगी भीषण आग से आठ व्यापारियों की दुकानें राख हो गईं. आग लगी देख सूचना कंट्रोल रूम और दुकानदारों को दी गई. मौके पर फजलगंज लाटूशरोड और मीरपुर फायर स्टेशन की तीन दमकल की गाडिय़ां पहुंची और डेढ़ घंटे में आग पर काबू पाया. हादसे में व्यापारियों को लाखों का माल जल गया. आग किस वजह से लगी यह अभी साफ नहीं हो पाया है. कोई इसे साजिश और शरारत बता रहा है तो कोई हादसा.

कानपुर (ब्यूरो) व्यापारियों ने अराजकतत्वों पर आग लगाने का आरोप लगाया है। बता दें कि किदवईनगर थाना क्षेत्र में करीब 60 साल पुरानी चालीस दुकान के नाम से बाजार है। यहां 40 पक्की दुकानें और 200 से ज्यादा टट्टर से बनी दुकानें हैं। फ्राईडे देर रात एक बजे के करीब किदवईनगर के शिवदयाल की खिलौने की दुकान में आग लग गई। आग की लपटों ने जल्द ही आसपास की दुकानों को भी अपनी चपेट में ले लिया।

इनकी दुकानें चपेट में
जो दुकानें आग की चपेट में आकर राख हो गईं उनमें मो। अलीम की पीको-फाल की दुकान, किदवईनगर निवासी ओमप्रकाश की होजरी, नौबस्ता संजयगांधी नगर निवासी सुभाष चंद्र की साड़ी की दुकान, अनूप गुप्ता की क्राकरी, राजू की चाय-समोसे की दुकान, रंजीत की कपड़े की दुकान, मो। अलताब खान की चूड़ी की दुकान है।

साजिश के तहत लगाई आग!
व्यापारी ओमप्रकाश, सुभाष चंद्र,मो। अलीम आदि व्यापारियों का आरोप है कि कुछ लोग उनकी दुकानें यहां से हटवाना चाहते हैं। इसलिए दुकान में आग लगाई गई है। उनका कहना है कि सभी व्यापारी दुकानें बंद करने के बाद कटआउट भी निकाल देते हैं। शॉर्ट सर्किट से आग लगने की बात गलत है। बाबूपुरवा थाना प्रभारी प्रदीप कुमार ङ्क्षसह ने बताया कि प्रथम²ष्टया आग शार्ट सर्किट से लगने की जानकारी मिली है। आग लगाए जाने के आरोपों की जांच की जा रही है।

Posted By: Inextlive