थानों में फरियादियों से मारपीट अभद्रता या उनका उत्पीडऩ पर पुलिसकर्मी खुद को बचा नहीं सकेंगे. वैसे ही थाना चौकियों व पुलिस कार्यालयों पर उग्र प्रदर्शन भी भारी पड़ सकता है. प्रदेश में पहली बार कानपुर कमिश्नरेट पुलिस अपने सभी थानों चौकियों व पुलिस कार्यालयों को आईपी इंटरनेट प्रोटोकाल कैमरों से लैस करने जा रही है. दावा है कि प्रदेश में पहली बार ऐसी कोई कवायद की जा रही है. वहीं शहर के 26 थानों में कैमरे लगाने का काम पूरा हो चुका है. आने वाले सप्ताह में थानों चौकियों और ऑफिस में कैमरे लगाने का काम पूरा हो जाएगा.


कानपुर (ब्यूरो) हालही में कानपुर में दो घटनाएं सामने आईं। नवाबगंज में चोरी के आरोप में पकड़कर लाई गई महिला ने बाद में आत्महत्या कर ली। आरोप लगा कि पुलिस ने थाने में उससे पूछताछ के दौरान मारपीट की, जिससे आहत होकर उसने यह कदम उठाया। स्वरूपनगर में मधु कपूर हत्याकांड में आरोपी नौकरानी सावित्री ने भी पूछताछ के नाम पर पुलिस पर थर्ड डिग्री देने का आरोप लगाया। हर बार पुलिस सवालों के घेरे में खड़ी रहती दिखाई देती है। पुलिस अपना पक्ष रखती रही, लेकिन आरोपों को नकारने के लिए उनके पास कोई साक्ष्य नहीं होता। वहीं कई बार पीडि़त के साथ पुलिस अभद्रता करती है तो पीडि़त के पास भी साक्ष्य नहीं रहता। मगर अब ऐसा नहीं होगा। कमिश्नरेट के प्रत्येक थाना, चौकी व पुलिस कार्यालयों को आधुनिक आईटी कैमरों से लैस किया जा रहा है। दिन और रात दोनों माध्यमों में काम करने वाले इन कैमरों में वीडियो के साथ आवाज रिकार्ड करने की क्षमता भी है।

थाने का कोना कोना रहेगा नजर में
इस व्यवस्था के तहत थाना प्रभारी के कार्यालय, विजिटर रूम, मुंशियाना, हवालात, के अलावा पूरे थाना परिसर के एक-एक स्थान को कवर करते हुए कैमरे लगाए गए हैं। जेसीपी आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया कि कमिश्नरेट के सभी थानों, चौकियों और ऑफिस में हाई रिज्योल्यूशन के कैमरे लगाए जा रहे हैैं। जिससे अधिकारी कहीं भी बैठकर थानों का निरीक्षण कर सकेंगे। इससे आम आदमी को भी लाभ मिलेगा और पुलिस का पक्ष भी मजबूत होगा। थाने के हर महत्वपूर्ण स्थान पर कैमरे लगाने का काम जारी है।

Posted By: Inextlive