रामायण दर्शन स्पेशल ट्रेन में वेंडर के बासी खाना परोसने व खराब होटल में ठहराने को लेकर पैसेंजर्स के ग्रुप ने रेलवे के कंट्रोल रूम समेत आईआरसीटीसी एमडी से शिकायत की है. इसके साथ ही उन्होने आईआरसीटीसी के इस टूर को आधे से छोडऩे व बाकी का पैसा रिटर्न करने के लिए अधिकारियों से कहा है.

कानपुर (ब्यूरो) रामायण दर्शन स्पेशल ट्रेन में जर्नी कर रहे विजय गर्ग ने बताया कि वह गंगानगर के रहने वाले हैं। वह भारतीय स्टेट बैंक के शाखा प्रबंधक पद से रिटायर्ड हुए हैं। उन्होने बताया कि हम और हमारा ग्रुप गंगानगर से टूर शुरू होने से अभी तक अव्यवस्था का सामना कर रहे हैं। जिसकी वजह से हम लोगों ने टूर को बीच में खत्म कर वापस घर लौटने का निर्णय लिया है। ट्रेन में मौजूद आईआरसीटीसी मैनेजर चंद्रभान यादव समस्याओं का समाधान न कर पाने में असमर्थता जताते हैं। इन हालातों में आगे की जर्नी हम कैसे कर सकते हैं।


नहीं कर पाए बाबा के दर्शन
रामायण दर्शन ट्रेन में जर्नी कर रहे पैसेंजर राजेंद्र कुमार ने बताया कि वह बिजनेसमैन हंै। उन्होने बताया कि बनारस में जहां हम लोगों के फ्रेश होने के लिए रोका गया था। वहां टॉयलेट व बाथरूम ही नहीं था। जिसकी वजह से काफी समस्या हुई। जिसका विरोध करने पर आईआरसीटीसी ने वैकल्पिक सुविधा की जिसमें दो घंटे बर्बाद हो गए। इसकी वजह से हमारा पूरा ग्रुप बाबा विश्वनाथ के दर्शन नहीं कर पाए। इसके अलावा उन्होने बताया कि प्रयागराज में जिस होटल में हम लोगों को ठहराया गया था। वहां टॉयलेट गंदे होने के साथ गद्दे व कंबल फटे थे।


एमडी को मेल कर करी शिकायत
पैसेंजर संतोष कुमार बिरला ने बताया कि हमे पूरे ग्रुप ने आईआरसीटीसी की एमडी को मेल के माध्यम से टूर में हो रही समस्या से अवगत कराया है। ट्यूजडे रात को व्यवस्थाओं में कोई बदलाव नहीं आया था। उन्होने बताया कि आईआरसीटीसी का यह टूर गंगानगर से रामेश्वरम तक था। जिसमें प्रयागराज, बनारस समेत कई धार्मिक स्थानों पर घुमाना था। टूर का पैकेज 27 हजार रुपए पर हेड था। यह टूर 25 नवंबर को गंगानगर से शुरू हुआ था। ट्यूजडे को टूर चित्रकूट में था।

Posted By: Inextlive