-स्मार्ट चौराहे स्पीड सेंसर से होंगे लैस

- ट्रैफिक सिस्टम को बेहतर बनाने व दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए स्मार्ट चौराहों पर लगाए जाएंगे स्पीड सेंसर

- 10 स्मार्ट चौराहें चिन्हित किए जा चुके हैं

- 5 स्मार्ट चौराहों का काम हो चुका है पूरा

KANPUR। आप अपने वाहन से फर्राटा भरते हैं और चौराहों से जल्दी निकलने की कोशिश में रहते हैं तो अब आपको अपनी यह आदत जल्द से जल्द बदल लेनी चाहिए। दरअसल, सिटी के ट्रैफिक सिस्टम को और बेहतर व दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए ट्रैफिक डिपार्टमेंट ने स्मार्ट चौराहों को स्पीड सेंसर से लैस करने जा रहा है। जिससे जल्दबाजी के चक्कर में चौराहों पर होने वाले एक्सीडेंट पर पूर्ण रूप से अंकुश लगाया जा सके। चौराहों पर लगाए जाने वाले सेंसर 40 किमी प्रतिघंटे की स्पीड से गुजरने वाले व्हीकल को कैप्चर कर ऑटोमैटिक ई-चालान कर देगा। ट्रैफिक डिपार्टमेंट के अधिकारियों के मुताबिक पायलट प्रोजक्ट के तहत स्मार्ट चौराहों पर स्पीड सेंसर लगा जाने की प्लानिंग की जा रही है।

जल्दबाजी बनती हादसे की वजह

ट्रैफिक डिपार्टमेंट के अधिकारियों के मुताबिक स्मार्ट ट्रैफिक वाले अन्य सिटीज में लोग रेड सिग्नल होने से एक-दो मिनट पहले व्हीकल धीमा कर खड़े हो जाते हैं। कानपुर में रेड सिग्नल होता देख लोग व्हीकल की स्पीड बढ़ा कर जल्द पार होने की सोचते हैं। जो दुर्घटना का कारण बन जाता है। इसी सोच को बदलना है। अवेयरनेस प्रोग्राम और स्पीड सेंसर से कार्रवाई करके दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाया जाएगा।

ऑटोमैटिक सिग्नल में कई खामी

ट्रैफिक डिपार्टमेंट के अधिकारियों की माने तो ऑटोमैटिक सिग्नल सिस्टम में अभी कई खामियां है। जिनको एक-एक कर के दूर किया जा रहा है। उन्होंने बताया की कमिश्नरेट लागू होने के बाद ट्रैफिक सिस्टम में काफी बदलाव कानपुराइट्स को देखने को मिल रहा है। ऑटोमैटिक सिग्नल की खामियों को दूर कर स्मार्ट ट्रैफिक सिस्टम बनाने की कवायद चल रही है। उन्होंने बताया की अभी सिटी के चिन्हित चौराहों पर भी ऑटोमैटिक सिग्नल सहीं से नहीं चल पा रहा है। कहीं टाइमर तो कहीं यलो लाइट नहीं जलती है। इन खामियों को दूर करने की कवायद चल रही है।

दुर्घटनाओं पर अंकुशल लगाना प्रॉयरिटी

सोर्सेस के मुताबिक, सिटी के कई चिन्हित चौराहों पर स्पीड निर्धारित है। अभी तक इंटरसेप्टर की ओवर स्पीड पर कार्रवाई करती थी। स्मार्ट ट्रैफिक प्लान के तहत आने वाले समय पर चौराहों पर भी अधिक स्पीड से गुजरने वाले व्हीकल्स पर भी ऑनलाइन चालान किया जाएगा। उन्होंने बताया की चौराहों पर जल्दबाजी के चक्कर में दुर्घटनाओं होने के कई मामले संज्ञान में आए है। दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए यह प्लान तैयार किया गया है।

रैश ड्राइविंग में होने वाली दुर्घटनाएं

दुर्घटनाएं 289

घायल 137

मौतें 152

ओवर स्पीड से होने वाली दुर्घटनाएं

घटनाएं 256

घायल 111

मौतें 145

ड्रिंक एंड ड्राइव मामले में

घटनाएं 32

घायल 24

मौतें 08

टोटल दुर्घटनाएं और मौतें

वर्ष दुर्घटना घायल मौतें

2019 599 418 294

2020 404 276 162

Posted By: Inextlive