बजरंगल दल कार्यकर्ता के मामा की गर्दन पर चाकू से हमला कर गंभीर रूप से घायल करने के मामले में गुजैनी थाने में एफआईआर लेने पहुंचे कार्यकर्ताओं से एक दारोगा ने अभद्रता कर धक्का दे दिया. जिससे भडक़े कार्यकर्ताओं ने थाने का घेराव कर प्रदर्शन किया. करीब दो घंटे हंगामे के बाद एसीपी नौबस्ता पहुंचे और जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया. दारोगा ने भी जब कार्यकर्ताओं से माफी मांगी तब मामला शांत हो सका.


कानपुर (ब्यूरो) कर्रही रोड निवासी महेन्द्र वर्मा भवन निर्माण की ठेकेदारी करते हैं। उनके भांजे विशाल वर्मा ने बताया कि वह बजरंग दल कार्यकर्ता और कानपुर दक्षिण गौरक्षा प्रमुख हैं। शुक्रवार रात मामा बर्रा आठ स्थित एक ढाबे में खाना खा रहे थे। तभी कर्रही निवासी अनिल कश्यप ने चाकू से जानलेवा हमला किया। वह गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें लहूलुहान हालत में देख लोग दौड़े तो आरोपी बाइक व चाकू वहीं छोडक़र भाग निकला। जानकारी होने पर वे परिजनों के साथ पहुंचे और मामा व आरोपी की बाइक व चाकू लेकर गुजैनी थाने पहुंचे। यहां से मामा को इलाज के लिए भेजा गया। देर रात थाने में तहरीर दी।

एफआईआर की कॉपी मांगी
विशाल ने बताया कि शनिवार को वह बजरंग दल के कानपुर दक्षिण के संयोजक दिलीप ङ्क्षसह बजरंगी समेत कार्यकर्ताओं के साथ थाने पहुंचे और दारोगा से एफआईआर की कॉपी मांगी। आरोप है कि दारोगा ने उनसे अभद्रता की और हाथ पकडक़र धक्का देने लगे, जिस पर कार्यकर्ता भडक़ गए और थाने का घेराव कर वहीं गेट पर बैठकर नारेबाजी करने लगे। एसीपी नौबस्ता अभिषेक कुमार पांडेय के आश्वासन और दारोगा के गलती मानने पर कार्यकर्ता शांत हुए।

Posted By: Inextlive