सेंट्रल स्टेशन पर वेडनसडे को रेल कर्मियों की सजगता के बड़ा हादसा होने से टल गया. नई दिल्ली से सेंट्रल स्टेशन तक हमसफर एक्सप्रेस के बी-11 कोच की छत पर लेटकर आए युवक की जानकारी स्टेशन के दिल्ली छोर पर केबिन कर्मियों ने अफसरों व कंट्रोल रुम को दी जिसके बाद डायरेक्टर आशुतोष ङ्क्षसह व सुपरिटेंडेंट अनिल तिवारी ने संज्ञान लिया.


कानपुर (ब्यूरो)। सेंट्रल स्टेशन पर वेडनसडे को रेल कर्मियों की सजगता के बड़ा हादसा होने से टल गया। नई दिल्ली से सेंट्रल स्टेशन तक हमसफर एक्सप्रेस के बी-11 कोच की छत पर लेटकर आए युवक की जानकारी स्टेशन के दिल्ली छोर पर केबिन कर्मियों ने अफसरों व कंट्रोल रुम को दी, जिसके बाद डायरेक्टर आशुतोष ङ्क्षसह व सुपरिटेंडेंट अनिल तिवारी ने संज्ञान लिया। आरपीएफ व जीआरपी टीमों ने सक्रियता दिखा उसे नीचे उतारा। इससे बड़ा हादसा टल गया। बड़ा हादसा भले ही टल गया हो लेकिन महज 500 रुपए जुर्माना देकर आरोपित छूट गया है।कर्मचारियों की नजर पड़ी
नई दिल्ली के आनंद विहार टर्मिनल से गोरखपुर जंक्शन जा रही हमसफर एक्सप्रेस के कोच की छत पर फतेहपुर के ङ्क्षबदकी थानाक्षेत्र के फिरोजपुर का दिलीप कुमार लेटकर सेंट्रल स्टेशन आ गया था। जूही यार्ड से आगे हैरिसगंज पुल के नीचे से गुजर रही ट्रेन जैसे ही प्लेटफार्म नौ पर जाने लगी तभी प्लेटफार्म संख्या 10 पर दिल्ली छोर में स्थित पावर केबिन के कर्मियों की निगाह इंजन से पांचवें एलएचबी कोच की छत पर पड़ी।

इसके बाद आरपीएफ सेंट्रल स्टेशन पोस्ट के इंस्पेक्टर बीपी ङ्क्षसह, जीआरपी थाना प्रभारी अनिल कुमार शर्मा की अगुवाई में टीम प्लेटफार्म नौ की ओर दौड़ पड़ी। अफसरों के मुताबिक आरोपित युवक के कहीं भी कोच पर खड़े होने से ओएचई की चपेट में आकर पूरी ट्रेन में करंट फैल सकता था। इससे हादसा बड़ा हो जाता आरपीएफ इंस्पेक्टर ने बताया, प्रयागराज रेलवे कोर्ट पहुंचे स्वजन ने 500 रुपये जुर्माना भरा, जिसके बाद आरोपित को छोड़ा गया।

Posted By: Inextlive