kanpur@inext.co.in kanpur : जिले में कमिश्नरेट लागू होने के बाद पहली बार अस्थाई कोर्ट पुलिस लाइन के कॉन्फ्रेंस हॉल में लगाई गई. एसीपी आलोक सिंह ठीक 3 बजे कोर्ट में सुनवाई करने के लिए पुलिस लाइन पहुंच

-20 मामलों की एसीपी ने की सुनवाई, पुलिस लाइन के कॉन्फ्रेंस हॉल में लगी कोर्ट में सुने गए मामले

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kanpur : जिले में कमिश्नरेट लागू होने के बाद पहली बार अस्थाई कोर्ट पुलिस लाइन के कॉन्फ्रेंस हॉल में लगाई गई। एसीपी आलोक सिंह ठीक 3 बजे कोर्ट में सुनवाई करने के लिए पुलिस लाइन पहुंच गए। जहां कुछ देर बाद ही कोर्ट की सुनवाई शुरू की गई। बताते चलें कि आलोक सिंह समेत तीन अधिकारी तीन दिन की कोर्ट की ट्रेनिंग करके लखनऊ से आए हैं। इसी वजह से वेडनसडे को पहली कोर्ट उनकी लगाई गई।

बदला दिखा पुलिस लाइन का माहौल

वेडनसडे को जिले की पुलिस लाइन का माहौल बिल्कुल बदला बदला सा दिखाई दिया। पुलिस लाइन के प्रेस कॉन्फ्रेंस हॉल का लुक बिल्कुल बदला था। पीछे लगे शासन और पुलिस के झंडे हटा दिए गए थे। एक तरफ दो बॉक्स रखे थे जबकि दूसरी तरफ पेशकार अपना कंपयूटर लेकर बैठे काम करते दिखाई दिए। पहला दिन होने की वजह के कुछ अव्यवस्था दिखाई दी। हालांकि आरआई-2 जटाशंकर पाठक ने आईटी के कंप्यूटर सिस्टम मंगवाकर परेशानियों को दूर करने की कोशिश की, लेकिन एक के बाद एक नई समस्या खड़ी हो रही थीं।

देर तक चली कोर्ट

पहला दिन होने की वजह से मामलों की सुनवाई देर से शुरू होकर देर शाम खत्म हुई। कई मामलों में एसीपी ने जमानत दे दी तो कई मामलों में अपराध की गंभीरता को देखते हुए डिसीजन लिया गया।

इन मामलों में हुई सुनवाई

-कर्नलगंज पुलिस ने आपसी मारपीट के मामले में जीतेंद्र, आशीष और आयुष को अरेस्ट किया गया था। इन सभी को विशेष कोर्ट में पेश किया गया।

-पनकी पुलिस ने दीपक मिश्र को आपस में मारपीट करने के मामले में अरेस्ट किया था। उन्हें भी पुलिस लाइन में लगी एसीपी कोर्ट में पेश किया गया। (जमानत मंजूर) धारा 323, 504 (पत्नी मधू से मारपीट)

-ग्वालटोली निवासी जितेंद्र धर्मशाला में शराब पीकर हुल्लड़ कर रहे थे। इसी दौरान कुछ पटाखे भी चलाए गए। पुलिस ने जीतेंद्र को कोर्ट में पेश किया।

-ग्वालटोली निवसी जितेंदश सिंह को पुलिस ने शांति भंग करने में गिरफ्तार कर पुलिस लाइन में लगे कोर्ट में पेश ि1कया गया।

कुल मामले सुने गए: 20

अभियुक्त पेश्ा हुए: 25

सभी एसीपी कोर्ट करेंगे। उनके सर्किल के अलग-अलग लिंक अफसर होंगे। कोई अधिकारी अपने सर्किल की कोर्ट नहीं करेगा। जल्द ही व्यवस्था ठीक हो जाएगी।

-डॉ। मनोज कुमार, अपर पुलिस आयुक्त।

Posted By: Inextlive