kanpur@inext.co.in kanpur : शहर में तमाम ऐसे मामले हुए जिन्होंने पुलिस की विवेचना पर सवालिया निशान खड़े कर दिए. विवेचना शुरू से ही गलत डायरेक्शन में चली गई. जिसकी वजह से

- अनसुलझे चर्चित केसों की क्राइम ब्रांच तैयार कर रही है लिस्ट

- शिकायत मिलने पर फाइनल रिपोर्ट के केस की होगी इनवेस्टिगेशन

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KANPUR : शहर में तमाम ऐसे मामले हुए जिन्होंने पुलिस की विवेचना पर सवालिया निशान खड़े कर दिए। विवेचना शुरू से ही गलत डायरेक्शन में चली गई। जिसकी वजह से हत्या के गम्भीर मामले खुल नहीं सके। ऐसे केसों की फाइलें या तो ठंडे बस्ते में चली गई या फिर पुलिस ने उनमें एफआर लगाकर उन्हें बंद कर दिया। अब ऐसे मामलों में अब क्राइम ब्रांच काम करेगी। इसके लिए अलग से एक टीम भी बनाई गई है। सबूत मिला तो केस का खुलासा भी किया जाएगा।

चर्चित मामलों की होगी री इनवेस्टिगेशन

रेल बाजार का आयुष हत्याकांड में भी दोनों आरोपी फरार चल रहे हैं। इसके अलावा दर्जनों मामले ऐसे हैं। जिनमें पुलिस ने कहीं दबाव में तो कहीं प्रभाव में आकर फाइनल रिपोर्ट लगा दी। साथ ही संजीत अपहरण कर हत्याकांड और पिंटू सेंगर हत्याकांड की री इनवेस्टिगेशन हो सकती है। यह चार मामले भी शहर में चर्चित रहे हैं।

केस 01 :

हारून केस में फाइनल रिपोर्ट लगी

2012 में काकादेव में कोचिंग संचालक मोहम्मद हारून की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। घटना के वक्त वह कृष्णधाम अपार्टमेंट स्थित अपने फ्लैट में जा रहे थे। हेलमेट पहने तीन हत्यारों ने उन्हें गोली मार दी और घटना को अंजाम देने के बाद पैदल ही घटनास्थल से भाग निकले थे। इस मामले में एक सपा नेता का नाम आया। पुलिस ने उसी बिन्दु पर जांच शुरू की उसके बाद कोचिंग प्रतिद्वंदिता के तथ्य भी सामने आए मगर पुलिस इस मामले को खोल नहीं सकी आखिरी में इसमें फाइनल रिपोर्ट लगा दी गई.

केस 02 :

बड़े व्यापारी का नाम सामने आया

2007 में ज्वाइंट कमिश्नर सेल्स टैक्स अभय राज सिंह का शव उनके लखनपुर स्थित आवास पर मिला था। उनके हाथ पैर बंधे हुए थे। सिर और गले पर धारदार हथियार से वार के निशान मिले थे। इस मामले में नवाबगंज पुलिस ने केस दर्ज कर विवेचना की थी। जांच में पुलिस को पता चला कि अधिकारी के घर में कोई फोर्सफुल एंट्री नहीं थी। यानी यह तथ्य स्थापित था कि जिसने उन्हें मारा वह उनका जानने वाला था। इसके बाद शहर के एक बड़े व्यापारी का नाम भी जांच में आया जिससे अधिकारी का टैक्स वसूलने को लेकर विवाद चल रहा था मगर अंत तक पुलिस को कुछ मिला नहीं और केस में फाइनल रिपोर्ट लगा दी गई।

केस 03 :

स्वरूप नगर में बुजुर्ग महिलाओं का मर्डर

स्वरुप नगर में दो वृद्ध महिलाओं की हत्या कर दी गई थी जो एक पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी की रिश्तेदार भी थी। इस मामले में भी पुलिस ने बहुत प्रयास किया मगर कुछ नहीं मिला।

केस 04 :

मधु शुक्ला हत्याकांड ब्ाना चुनौती

शहर का मधु शुक्ला हत्याकांड पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ है। पुलिस इस केस का खुलासा करने में सफल नहीं हो सकी है। मधु शुक्ला को भी उनके घर में मारा गया था। पुलिस घर के सदस्य पर ही शक की बिनाह पर जांच को आगे बढ़ा रही है।

ऐसे मामलों को देखने के लिए अलग से एक टीम का गठन किया गया है। यह टीम सभी केसों पर काम करेगी। नए सबूत मिलने पर उसी तरह से कार्रवाई को आगे बढ़ाया जाएगा।

सलमान ताज पाटिल, डीसीपी क्राइम

Posted By: Inextlive