बढ़ते साइबर अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए शासन ने प्रदेश की राजधानी में स्टेट साइबर सेल बनाई है. स्टेट साइबर सेल से हर जिले के साइबर सारथी को कनेक्ट किया गया है. इस साइबर सारथी की जिम्मेदारी थानों की हेल्प डेस्क की मॉनीटरिंग करना होगा जिससे शहर में होने वाले साइबर क्राइम पर रोक लगाई जा सकेगी. पुलिस कमिश्नर ने बताया कि हर थाने में साइबर सारथी का पद जेनरेट किया गया था. हर थाने में दो सिपाहियों को साइबर सारथी के पद पर तैनात किया गया है. ये पीडि़तों के केस का निस्तारण तो करेंगे ही आईटी धाराओं में दर्ज केसेस की विवेचना में जांच अधिकारी की मदद भी करेंगे. थाने के अन्य कार्यों से इन्हें मुक्ति दी गई है. साइबर से जुड़ी प्रॉब्लम्सं ही इनके लिए प्रमुख होंगी. थानों में तैनात एसआई टेक्निकल साइबर सारथियों के कामकाज की मॉनीटरिंग और रिव्यू करेंगे.


कानपुर (ब्यूरो) साइबर क्राइम को आम भाषा में साइबर क्राइम या कंप्यूटर क्राइम भी कहा जाता है। ये एक तरह की गैर कानूनी गतिविधि है। जिसे इंटरनेट या डिजिटल माध्यमों की हेल्प से अंजाम दिया जाता है। सामान्य शब्दों में डिजिटल या इंटरनेट के जरिए होने वाला कोई भी क्राइम साइबर क्राइम कहलाता है। जैसे जैसे इनफार्मेशन और आईटी का क्षेत्र बढ़ रहा है वैसे वैसे साइबर क्राइम भी बढ़ता जा रहा है।

Posted By: Inextlive