साइबर ठगी के जरिए हजारों लोगों को करोड़ों का चूना लगाने वाले तीन साइबर किमिनल्स को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया. आरोपियों में दो कॉल सेंटर संचालक हंै और एक इनके फाइनेंस का पूरा काम देखता था. क्राइम ब्रांच को दो दर्जन बैंक खातों के बारे में जानकारी मिली है. जिनका सत्यापन कराया जा रहा है. इंश्योरेंस कम्पनी के कर्मचारी बनकर आरोपी कॉल सेंटर की आड़ में लोगों को फोन कराते थे. प्रीमियम जमा करवाने क्रेडिट कार्ड लिमिट बढ़वाने गिफ्ट वाउचर और लोन दिलाने के नाम पर लोगों को ठगा जा रहा था.


कानपुर (ब्यूरो) डीसीपी क्राइम सलमान ताज पाटिल ने बताया कि इस तरह के फ्रॉड की जानकारी क्राइम ब्रांच को तब मिली जब कैटरिंग और वॉटर सप्लाई का काम करने वाले कल्याणपुर निवासी शत्रुघ्न महतो ने थाना कल्याणपुर में एफआईआर दर्ज कराई। पीडि़त के मुताबिक 2019 में उन्होंने एक्साइड लाइफ इंश्योरेंस से पॉलिसी ली थी। बीती 14 सितंबर को उनके पास इंश्योरेंस का प्रीमियम भरने के लिये कॉल सेंटर से फोन आया। फोन करने वाले ने प्रीमियम जमा करने पर 10 प्रतिशत छूट दिलाने का झांसा दिया। साथ ही यह भी बताया कि वह डायरेक्ट कम्पनी की तरफ से बात कर रहे हैं। छूट उन्हें तभी मिलेगी जब वह सीधे पैसा जमा कराएं। इस पर महतो ने किश्त के 47,950 रुपये ऑनलाइन जमा कर दिया। उसके एक सप्ताह बाद तक उनके पास रसीद नहीं आई। इस पर उन्होंने दोबारा उसी फोन नम्बर पर फोन किया। इस बार उन्हें फिर से कुछ और चार्जेज बताकर पैसे ऐंठने का प्रयास किया गया। मगर तब तक महतो फ्रॉड को समझ गए थे। उन्होंने थाने में एफआईआर दर्ज करा दी। क्राइम ब्रांच ने इस केस को टेकओवर किया।

चंदौसी से चल रहा था गैैंग
डीसीपी क्राइम ने बताया कि जब जांच शुरु की तब पता चला यह गैंग चंदौसी से संचालित हो रहा है। वहां के गोव गांव पोस्ट मौलागढ़ निवासी अतुल कुमार की घेराबंदी कर गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में पता चला कि बदायूं में एक कॉल सेंटर संचालित हो रहा है। टीम ने आरोपी की निशानदेही पर ग्राम धनौली सिम्ल्ला भौजपुर बदायूं निवासी दर्शन श्रीवास्तव को गिरफ्तार किया। वहां से जानकी विहार प्रेम नगर दिल्ली निवासी रघुवीर कुमार का पता चला। यह वहां से कॉल सेंटर संचालित कर रहा था। रघुवीर मूल रूप से गोरखपुर का रहने वाला है। क्राइम ब्रांच की टीम ने इसे भी गिरफ्तार कर लिया।

Posted By: Inextlive