- जूते के सोल बनाने वाली फैक्ट्री में शॉर्ट सर्किट से लगी भीषण आग, बम की तरह फटे केमिकल से भरे ड्रम

-बगल की एक फैक्ट्री और एक गोदाम भी चपेट में आने से हुआ राख, दहशत में घरों से बाहर निकल आए लोग

KANPUR: दादा नगर इंडस्ट्रियल एरिया में वेडनसडे देर रात जूते के सोल का दाना बनाने वाली फैक्ट्री में शॉर्ट सर्किट से भीषण आग लग गई। देखते ही देखते आग की लपटों ने गोदाम में रखे केमिकल के ड्रमों को भी चपेट में ले लिया। एक के बाद एक ड्रम धमाके के साथ फटने लगे। जिससे इलाकाई में दहशत फैल गई। लोग घरों और फैक्ट्रियों निकलकर बाहर आ गए। आग बढ़ते हुए बगल की एक फैक्ट्री औ गोदाम तक पहुंच गई। फजलगंज, मीरपुर, जाजमऊ, लाटूसरोड समेत अन्य फायर स्टेशनों से पहुंची दमकल की 15 गाडि़यों ने आठ घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। इस बीच आग से दोनों फैक्ट्री और गोदाम पूरी तरह जलकर राख हो गया।

तेज हवा ने किया घ्ाी का काम

स्वरूप नगर निवासी उमंग जैन और गौतम खेमका की दादा नगर में जूते के पीवीसी सोल का दाना बनाने की फैक्ट्री है। वेडनसडे देर रात करीब 2.30 बजे आग की लपटें और धुआं निकलता देख गार्ड दिनेश कुमार ने फायर कंट्रोल रूम और मालिक को जानकारी दी। इस बीच तेज हवा चलने से आग ने शास्त्रीनगर के गुलमोहर अपार्टमेंट निवासी सुमित अग्रवाल के केमिकल गोदाम और उनकी पत्नी रीतिका अग्रवाल के ¨प्र¨टग फैक्ट्री को भी अपनी चपेट में लिया। वहीं केमिकल से भरे ड्रम और प्लास्टिक के रोल ने आग में घी का काम किया। केमिकल के ड्रम धमाके के साथ फटने लगे। फैक्ट्री की टिनशेड उड़कर दूर गिरी। वहीं दीवारें भी गिरने लगीं।

कई स्टेशनों से मंगाई गाडि़यां

गार्ड की सूचना पर पहुंची फजलगंज फायर स्टेशन की गाडि़यों ने आग पर काबू पाने की कोशिश की लेकिन आग भयानक रूप से बढ़ती जा रही थी। जिसके बाद अन्य फायर स्टेशनों से भी गाडि़यां मंगाई गई। फायर बिग्रेड टीम ने केमिकल फोम और पानी की बौछार से आग पर काबू पाना शुरू किया। सुबह करीब 10 बजे आग पर पर पूरी तरह काबू पाया जा सका।

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सूझबूझ से बच गए दो गोदाम

दाना फैक्ट्री और केमिकल गोदाम के बीच किदवईनगर निवासी आनंद मोहन अग्रवाल की विनायक गिफ्ट के नाम से गोदाम है। जिसमें भारी मात्रा में प्लास्टिक फोटो फ्रेम रखे हुए थे। वहीं साधना इंटरप्राइजेज कंपनी का कोयला गोदाम था। आग की लपटें तेज होती देख दमकलकर्मियों की एक टीम ने कटर मशीन से दोनों गोदाम के ताले काटकर कोयले और प्लास्टिक के फ्रेम के गोदाम को पूरी तरह से भिगो दिया। जिससे आग उन गोदाम तक नही पहुंच सकी।

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प्राथमिक जांच में शॉर्ट सर्किट से आग लगने की बात सामने आई है। आग से नुकसान का आंकलन किया जा रहा है। समय रहते आग पर काबू पा लेने से कोई जनहानि नही हुई है।

एमपी सिंह, मुख्य शमन अधिकारी

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आग से फटे फायर एक्सिटंग्यूसर

आग से गोदाम में रखे अग्निशमन यंत्र भी फटने लगे। जिससे सीमेंट शीटें, दीवार उड़ गई। लोहे के एंगल टेढ़े हो गए। पंखें, कुर्सियां, कंप्यूटर, लैपटॉप, मेज, स्कूटर, करोड़ों की ¨प्र¨टग मशीनें जलकर राख हो गईं। आग विकराल होती देख दमकल कर्मियों ने आस पास की फैक्ट्रियों को खाली कराने के साथ ही 40 केमिकल ड्रम, गोदाम में खडे दो डाले को बाहर निकाल लिये। केमिकल के जहरीले धुएं के कारण आग बुझाने में दमकल जवानों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। गो¨वद नगर थाने का फोर्स और एसीएम प्रथम आरपी वर्मा भी घटनास्थल पहुंचे।

चौकीदार के परिवार को निकाला

केमिकल गोदाम से सटी रेलवे के पा‌र्ट्स बनाने की फैक्ट्री है। यहां पर चौकीदार मनोज अपने परिवार के साथ रहता है। गोदाम से निकलती लपटों को देख मनोज, पत्नी प्रिया, बेटी अनुष्का और बेटे निर्मित के साथ अंदर ही फंस गये। जानकारी होने पर दमकलकर्मियों ने रेस्क्यू कर पूरे परिवार को सकुशल बाहर निकाला। केमिकल गोदाम के मैनेजर विनोद कुमार ने बताया कि धमाकों से मुख्य टिनशेड गिर गया। बाउड्रीवॉल भी ढह गई। वाहन, मशीनें, कारोबार से संबंधित सारे दस्तावेज जलकर राख हो गए।

2.30 बजे करीब रात को फैक्ट्री में लगी आग

15 गाडि़यां फायर ब्रिगेड की लगीं आग बुझाने में

8 घंटे में पाया आग पर पाया गया पूरी तरह काबू

2 फैक्ट्री और एक गोदाम पूरी तरह हो गया नष्ट

Posted By: Inextlive