असम के लखीमपुर और धेमाजी ज़िलों में आई बाढ़ के कारण करीब दो लाख लोग प्रभावित हुए हैं. गृह मंत्रालय ने कहा है कि केंद्र सरकार स्थिति पर नज़र रखे हुए है.

कम से कम बीस हज़ार हेक्टेयर कृषि भूमि में बाढ़ का पानी घुस गया है जिससे खेतों और फसलों को नुकसान पहुँचा है। सरकारी टेलीविज़न ने सू्त्रों के हवाले से कहा है कि चार लोगों की मौत हो चुकी है।

ब्रह्मपुत्र और उसकी सहायक नदियों में बढ़ते जलस्तर के कारण लखीमपुर और सोनितपुर ज़िले ख़ासे प्रभावित हुए हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग-52 का एक हिस्सा भी बाढ़ के कारण क्षतिग्रस्त हो गया है। प्रभावित इलाक़ों में राहत और बचाव कार्य के लिए मोटर बोट की सेवा ली जा रही है। धेमाजी ज़िला प्रशासन प्रभावित लोगों को खाद्य सामग्री पहुँचा रहा है।

आपदा दल तैनात

गृह मंत्रालय की प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि भारत सरकार राष्ट्रीय आपदा फ़ोर्स के पाँच दल तैनात कर दिए हैं। हर दल में करीब 40 कर्मचारी हैं जो चार बाढ़ प्रभावित इलाक़ों में भेज दिए गए हैं। गृह मंत्रालय ने कहा है कि बाढ़ से जुड़ी किसी भी आपदा से निपटने के लिए दलों के पास नौकाएँ, लाइफ़ जैकेट और अन्य उपकरण हैं।

प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है, “ब्रह्मपुत्र, धुबरी, दिसांग, जियाभरली और दनिसरी नदियों में जल स्तर या तो ख़तरे के निशान से ऊपर है या उसे छू रहा है। असम के चार ज़िले- धेमाजी (46 गाँव), जोरहट (25 गाँव), लखीमपुर ( 65 गाँव) और सोनितपुर ( तीन रेवेन्यू सर्किल) बाढ़ प्रभावित हैं.”

Posted By: Inextlive