अब गवर्नमेंट इंडस्ट्रीयल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट आईटीआई में भी प्राइवेट आईटीआई की तर्ज महंगी फीस वसूली जाएगी. कानपुर डिवीजन की तीन नई गवर्नमेंट आईटीआई को पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप पीपीपी मोड के तहत चलाने का फैसला लिया गया है. इन तीनों इंस्टीट्यूट्स में कानपुर के शिवराजपुर क्षेत्र कन्नौज के सौरिख और इटावा की ताखा स्थित आईटीआई शामिल हैं.

कानपुर (ब्यूरो) इन तीनों इंस्टीट्यूट्स में में शिवराजपुर और ताखा की बिल्ंिडग बीते एक साल से बनकर तैयार है। सेशन 2022-23 में भी यह इंस्टीट्यूस एडमिशन से वंचित रह गए थे। वहीं कन्नौज के सौरिख में बन रही आईटीआई की बिल्डिंग का कंस्ट्रक्शन भी लास्ट स्टेज में है।

12 ट्रेड की दो-दो यूनिट
इन सभी इंस्टीट्यूट्स में विभिन्न 12 ट्रेड को मान्यता मिल चुकी है। सभी की दो दो यूनिटें कुल 24 यूनिट प्रत्येक संस्थान में चलेंगी। हर ट्रेड में करीब 60 स्टूडेंट्स को एडमिशन दिया जाएगा।

कंपनी रखेगी टीचर्स
गवर्नमेंट की योजनानुसार गवर्नमेंट बिल्ंिडग को तैयार करके पीपीपी मोड में इंस्टीट्यूट संचालित करने वाली कंपनी को देगी। टीचिंग स्टाफ कंपनी की ओर से रखा जाएगा। ऐसे में कंपनी किस तरह के टीचिंग स्टाफ का एप्वाइंटमेंट करती है। यह भी एक सवाल है।


फीस बढऩा तय
गवर्नमेंट आईटीआई में 450 रुपए में स्टूडेंट्स को पूरे साल पढ़ाई कराई जाती है। वहीं प्राइवेट इंस्टीट्यूट 20-25 हजार एक साल की फीस लेते हैैं। गवर्नमेंट इंस्टीट्यूट्स को पीपीपी मोड से ऑपरेट होने के बाद वहां भी प्राइवेट इंस्टीट्यूट्स वाली फीस अप्लाई होना तय है। ऐसे में नाम तो गवर्नमेंट का रहेगा लेकिन वहां पढऩे वाले स्टूडेंट्स को मोटी फीस चुकानी होगी।

मार्कशीट में गवर्नमेंट आईटीआई
पीपीपी मोड पर चलने वाली आईटीआई में स्टडी करने वाले स्टूडेंट्स का एडमिशन गवर्नमेंट इंस्टीट्यूट्स की प्रोसिडिंग से ही होगा। स्टडी कंपलीट होने के बाद मिलने वाली मार्कशीट में गवर्नमेंट आईटीआई ही लिखा होगा। उसमें कहीं भी पीपीपी नहीं लिखा होगा।

दो इंस्टीट्यूट्स की बिल्डिंग बनकर रेडी है। एक का बिल्ंिडग कंस्ट्रक्शन लास्ट स्टेज में है। फीस न बढ़े इसके लिए शासन स्तर पर प्लान बनाया जा रहा है। इकोनॉमिकली वीक स्टूडेंट्स का ध्यान रखा जएगा।

राहुल देव, संयुक्त निदेशक प्रशिक्षण एवं शिशिक्षु कानपुर मंडल

Posted By: Inextlive