उप्र पंजाबी एकेडमी के पूर्व उपाध्यक्ष और पूर्व राज्यमंत्री गुरविंदर सिंह छाबड़ा उर्फ विक्की और उनकी पत्नी परमजीत उर्फ प्रीति ने घरेलू कलह के चलते नींद की गोलियां खाकर जान देने की कोशिश की. दोनों को इलाज के लिए सर्वोदय नगर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जहां आईसीयू में उनका इलाज चल रहा है. फिलहाल हालत स्थिर बताई जा रही है.


कानपुर (ब्यूरो) विक्की के बड़े भाई टोनी छाबड़ा ने बताया कि विक्की परिवार के साथ फजलगंज चेन फैक्ट्री चौराहा के पास अपार्टमेंट में रहते हैं। पत्नी परमजीत, बेटा अंगद और बेटी साक्षी हैैं। बेटी नोएडा के एक कॉलेज से कानून की पढ़ाई कर रही है। थर्सडे शाम दोनों के बीच घर में ही किसी बात को लेकर विवाद हुआ था। इसी दौरान पहले परमजीत ने नींद की गोलियां खा लीं। पत्नी की हालत बिगडऩे पर विक्की उन्हें लेकर खुद गाड़ी चलाकर हूटर बजाते हुए अस्पताल पहुंचे। पुलिस ने बताया कि कुछ देर तक विक्की अस्पताल में ठीकठाक रहे। बाद में उनकी भी हालत बिगड़ी और भर्ती हो गए। आशंका जताई जा रही है कि विक्की ने अस्पताल में आकर पिल्स खाई हैं।

सतीश महाना ने जाना हाल
पूर्व राज्यमंत्री के बारे में सूचना मिलते ही सिख समाज और शहर के नेताओं ने अस्पताल पहुंचकर उनका हालचाल लिया। अस्पताल में चर्चा रही कि विक्की पहले भी आत्महत्या का प्रयास कर चुके हैैं। विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने अस्पताल पहुंचकर दोनों का हालचाल लिया। अस्पताल से जारी मेडिकल बुलेटिन के मुताबिक, दोनों ने नींद की गोलियां खाई हैैं। हालत खतरे से बाहर बताई गई। उन्होंने ऐसा क्यों किया यह होश में आने पर पता चलेगा।

Posted By: Inextlive