कानपुर-लखनऊ रेल रूट पर ट्रेनों के फुल स्पीड से दौडऩे के लिए अभी लंबा इंतजार करना पड़ेगा. क्योंकि ट्रैक को फोर लेन करने का प्रोजेक्ट अभी तक शुरू नहीं हो पाया है. इसका मुख्य कारण यह है कि मौजूदा रूट पर पटरियों को रिप्लेस करने का काम ही चार महीने लेट चल रहा है. जिसके अक्टूबर में पूरे होने की उम्मीद है. इसके बाद ही कानपुर-लखनऊ रेल रूट को फोर लेन करने पर काम किया जाएगा.


कानपुर(ब्यूरो)। कानपुर-लखनऊ रेल रूट पर ट्रेनों के फुल स्पीड से दौडऩे के लिए अभी लंबा इंतजार करना पड़ेगा। क्योंकि ट्रैक को फोर लेन करने का प्रोजेक्ट अभी तक शुरू नहीं हो पाया है। इसका मुख्य कारण यह है कि मौजूदा रूट पर पटरियों को रिप्लेस करने का काम ही चार महीने लेट चल रहा है। जिसके अक्टूबर में पूरे होने की उम्मीद है। इसके बाद ही कानपुर-लखनऊ रेल रूट को फोर लेन करने पर काम किया जाएगा। रूट फोर लेन होने पर ट्रेनें 150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सकेंगी और सिग्नल न मिलने की प्रॉब्लम भी खत्म हो जाएगी। जिससे लखनऊ का सफर एक घंटे से भी कम सफर में पूरा हो सकेगा।

नया गंगापुल बनाया जाएगा
गौरतलब है कि दो वर्ष पूर्व कानपुर-लखनऊ रेल रूट को डबल ट्रैक की बजाए चार लेन करने का प्रस्ताव रेल बजट में पास हुआ था। रूट को फोर लेन करने के प्रोजेक्ट में शुक्लागंज में नया गंगापुल भी बनाया जाना है। इसको लेकर रेलवे इंजीनियर्स ने डीपीआर तैयार करने की कवायद शुरू कर दी है। रेलवे अधिकारियों के मुताबिक फोर लेन के लिए सर्वे बजट तैयार हो चुका है। इस पर काम किया जा रहा है। सर्वे रिपोर्ट लगभग तैयार हो चुकी है। रिपोर्ट जल्द ही रेलवे बोर्ड को भेज दी जाएगी। वर्तमान में डबल ट्रैक के रिप्लेसमेंट का काम चल रहा है। जो दो से तीन माह में खत्म हो जाएगा।

गुड्स ट्रेनें नहीं बनेंगी ब्रेकर
रेलवे अधिकारियों के मुताबिक कानपुर-लखनऊ रेल रूट फोर लेन होने से डेढ़ से दो घंटे में पूरा होने वाला लखनऊ का सफर महज 45 से 50 मिनट में पूरा हो जाएगा। वर्तमान में इस रूट में 80 से 100 किमी प्रति घंटे से चलने वाली ट्रेनें फोर लेन होने पर अधिकतम 160 किमी प्रति घंटे से दौड़ सकेंगी। उन्होंने बताया कि फोर लेने होने से पैसेंजर्स ट्रेन की स्पीड के आगे गुड्स ट्रेनें भी ब्रेकर नहीं बनेंगी।

60 गेज की पटरियां
नार्दन रेलवे के पीआरओ के मुताबिक कानपुर-लखनऊ डबल ट्रैक पर लगीं 40 गेज की पटरियों को बदल कर 60 गेज की पटरियां लगाई जा रही है। जिसका काम लखनऊ से अचलगंज तक लगभग पूरा हो चुका है। अचलगंज से शुक्लागंज के बीच काम चल रहा है। रेलवे अधिकारियों के मुताबिक ट्रैक रिप्लेसमेंट का काम मार्च में ही पूरा हो जाना चाहिए था लेकिन विभिन्न कारणों की वजह से प्रोजेक्ट चार महीने लेट चल रहा है।

दो साल अभी इंतजार
नार्दन रेलवे के पीआरओ विक्रम सिंह ने बताया कि कानपुर-लखनऊ रेल रूट को फोर लेन होने में लगभग दो साल का समय लगेगा। इस वर्ष के एंड से फोर लेन का काम शुरू होने की संभावना है। जिसके बाद डबल ट्रैक के बगल में दो ट्रैक नए बिछाए जाएंगे। फोर लेन प्रोजेक्ट में रेलवे के सामने सबसे बड़ी चुनौती गंगा नदी पर नया पुल बनाया है। इसमें कुछ जमीन भी अधिग्रहण करनी पड़ेगी।

आंकड़े
4 लेन किया जाना है कानपुर-लखनऊ रेल रूट को
2 वर्ष पूर्व रेलवे बोर्ड ने यह प्रस्ताव पास किया था
4 महीने लेट चल रहा है ट्रैक रिप्लेसमेंट का काम
3 महीने करीब ट्रैक रिप्लेसमेंट मेंं अभी और लगेंगे
2 वर्ष अभी और फोर लेन के लिए इंतजार करना होगा

कोट
कानपुर-लखनऊ रेल रूट को फोर लेन करने का प्रस्ताव रेलवे बोर्ड से पास हो चुका है। वर्तमान में डबल ट्रैक पर पटरियों के रिप्लेसमेंट का काम चल रहा है। जो तीन महीने में पूरा हो जाएगा। इसके बाद ही फोर लेन का काम शुरू किया जाएगा।
विक्रम सिंह, पीआरओ, नार्दन रेलवे

Posted By: Inextlive