- रूमा से सुजातपुर तक डीएफसी ट्रैक का निर्माण कार्य लगभग 90 फीसदी हो चुका है पूरा, सितंबर में होगा ट्रायल

- गुड्स ट्रेनों के डीएफसी पर ट्रांसफर होने से ट्रैक पर 40 फीसदी कम हो जाएगा लोड, बार-बार नहीं लगेगा ब्रेक

KANPUR: कानपुर से प्रयागराज रूट पर ट्रेन से सफर करने वालों के लिए च्च्छी खबर है। जल्द ही वो ये जर्नी लगभग दो घंटे में पूरी कर सकेंगे। क्योंकि डीएफसी(डेडीकेटेड फ्रेट कॉरीडोर) का 131 किमी के सेकेंड फेज का रूमा से सुजातपुर तक ट्रैक अक्टूबर में चालू कर दिया जाएगा। 90 फीसदी काम पूरा हो चुका है। इसके बाद वर्तमान में भाऊपुर के बाद मेन रेल लाइन में चलने वाली गुड्स ट्रेनें डीएफसी पर ट्रांसफर हो जाएंगी। जिससे मेन लाइन पर 40 परसेंट तक लोड कम हो जाएगा और पैसेंजर ट्रेनें अपनी पूरी रफ्तार से दौड़ सकेंगे। इससे लाखों यात्रियों को राहत मिलेगी।

एनसीआर जीएम ने ली रिपोर्ट

एनसीआर रीजन के सीपीआरओ डॉ। शिवम ने बताया की थर्सडे को एनसीआर जीएम ने डीएफसी के अधिकारियों के साथ मीटिंग कर प्रोगे्रस रिपार्ट की समीक्षा की। इसमें डीएफसी के अधिकारियों ने रूमा से सुजातपुर तक का सेक्शन अक्टूबर में चालू करने की बात कही है। वहीं भाऊपुर से रूमा तक डीएफसी का भाग कानपुर सिटी के बाहर-बाहर निकाला जा रहा है। इसकी वजह से उसका काम थोड़ा लेट चल रहा है। रूमा से सुजातपुर का सेक्शन चालू होने के बाद भाऊपुर से रूमा सेक्शन प्रॉयरिटी से तैयार किया जाएगा। इसका कार्य भी लगभग 70 परसेंट पूरा हो चुका है।

यात्रियों का बचेगा समय

रेलवे अधिकारियों के मुताबिक वर्तमान में खुर्जा से भाऊपुर तक डीएफसी ट्रैक पर आने वाली गुड्स ट्रेन को प्रयागराज होते हुए बिहार रूट व अन्य प्रदेशों में जाना होता है। भाऊपुर से गुड्स ट्रेनें मेन रेल लाइन में आ जाती हैं। इसकी वजह से कानुपर से प्रयागराज आने जाने वाली पैसेंजर्स ट्रेनों की चाल प्रभावित होती है। इसी कारण कानपुर से प्रयागराज का सफर साढ़े तीन से चार घंटे में होता है। रूमा से सुजातपुर सिराथू तक डीएफसी ट्रैक चालू होने पर गुड्स ट्रेनें उसी में चलेंगी। जिससे मेन लाइन पर ट्रैफिक लगभग 40 परसेंट कम हो जाएगा।

कंट्रोल रूम बनेगा टूंडला में

एनसीआर सीपीआरओ के मुताबिक भाऊपुर से न्यू खुर्जा तक डीएफसी का कंट्रोल रूम टूंडला में बनाया गया है। जहां से डीएफसी में चलने वाली गुड्स ट्रेनों को कंट्रोल किया जा रहा है। भाऊपुर से रूमा व रूमा से सुजातपुर तक डीएफसी स्टेशनों का कंट्रोल टूंडला से ही किया जाएगा। अगर कोई समस्या आती है तो कानपुर-प्रयागराज के बीच एक और कंट्रोल रूम बनाया जाएगा। जिससे डीएफसी ट्रैक में गुड्स ट्रेनों का संचालन बेहतर तरीके से हो सके।

आंकड़े

- 90 परसेंट वर्क रूमा से सुजातपुर तक डीएफसी का कंपलीट

- 60 परसेंट डीएफसी का कार्य रूमा से भाऊपुर के बीच हो चुका

- 45 परसेंट ट्रेनों का लोड कानपुर-प्रयागराज मेन रेल लाइन का कम होगा

कोट

कानपुर के रूमा से सुजातपुर तक डीएफसी ट्रैक को अक्टूबर में चालू कर दिया जाएगा। सितंबर में इसका ट्रायल किया जाना है। डीएफसी चालू होने के बाद दिल्ली-हावड़ा मेन रेल लाइन से गुड्स ट्रेनों का ट्रैफिक न के बराबर हो जाएगा। इससे पैसेंजर्स ट्रेनों की स्पीड में काफी सुधार आएगा।

डॉ। शिवम, सीपीआरओ, एनसीआर

Posted By: Inextlive