- एचबीटीयू ने इसी माह होने वाले दीक्षांत समारोह के लिए तय की गाइडलाइन, ऑफलाइन होगा प्रोग्राम

-कोविड प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए सिर्फ मेडल पाने वाले स्टूडेंट्स को मिलेगी समारोह में एंट्री, यूनिवर्सिटी

-29 को एचबीटीयू का दूसरा दीक्षा समारोह होगा

- 568 स्टूडेंट्स को मिलेगी समारोह में डिग्री

- 100 प्रोफेसर सिर्फ कनवोकेशन का हिस्सा बनेंगे

- 36 मेडल पाने वाले स्टूडेंट्स को मिलेगी एंट्री

- 2016 यूनिवर्सिटी बनने के बाद बीटेक का फ‌र्स्ट बैच कंपलीट

KANPUR: एचबीटीयू पहली बार अपने बीटेक स्टूडेंट्स का कनवोकेशन में डिग्री देने जा रहा है। ख्0क्म् में संस्थान से यूनिवर्सिटी बनने के बाद बीटेक का पहला बैच साल ख्0ख्0 में पासआउट हुआ है। कोविड प्रोटोकॉल को देखते हुए एचबीटीयू के दीक्षांत समारोह में सिर्फ मेडल पाने वाले स्टूडेंट्स को ही एंट्री दी जाएगी। ख्9 जनवरी को होने वाले समारोह के लिए यूनिवर्सिटी प्रशासन ने गाइडलाइन तय कर दी है। सिर्फ क्00 प्रोफेसर और मेडल पाने वाले फ्म् मेधावियों को ही समारोह में भाग लेने का अवसर मिलेगा। बाकी स्टूडेंट्स ऑनलाइन समारोह का हिस्सा बनेंगे। ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन के भ्म्8 स्टूडेंट्स को डिग्री दी जाएगी।

गवर्नर करेंगीं अध्यक्षता

कार्यक्रम की अध्यक्षता गवर्नर आनंदीबेन पटेल करेंगी। वर्ष ख्0क्म् में स्थापित इंस्टीट्यूट से यूनिवर्सिटी बनी एचबीटीयू के पहले कॉनवोकेशन में एमटेक व एमसीए स्टूडेंट्स को डिग्री प्रदान की गई थी क्योंकि बीटेक छात्रों का यूनिवर्सिटी बनने के बाद पहला वर्ष था। अब उनके चार वर्ष पूरे हो चुके हैं जिसके चलते इस बार बीटेक स्टूडेंट्स को भी डिग्री प्रदान की जाएगी।

ये मेडल दिए जाएंगे

समारोह में यूनिवर्सिटी के सर्वश्रेष्ठ मेधावी को चांसलर मेडल प्रदान किया जाएगा जबकि प्रत्येक ब्रांच के टॉपर को वीसी गोल्ड, सिल्वर और ब्रांज मेडल से नवाजा जाएगा। वाइस चांसलर प्रो। एनबी सिंह ने बताया कि पहले यह समारोह ऑनलाइन होना था लेकिन गवर्नर की परमीशन मिलने के बाद अब यह ऑफलाइन हो रहा है जिसके चलते कार्यक्रम में बड़ा बदलाव हुआ है।

कब क्या हुआ?

यूनिवर्सिटी के प्रो वीसी प्रो। मनोज कुमार शुक्ला ने बताया कि जब यह संस्थान था तब बायोकेमिकल इंजीनिय¨रग व फूड टेक्नोलॉजी एक विभाग था। ऑयल टेक्नोलॉजी व पेंट टेक्नोलॉजी एक डिपार्टमेंट था। यूनिवर्सिटी बनने के बाद सभी विभाग एकल कर दिए गए। फिजिक्स, केमेस्ट्री और मैथ्स डिपार्टमेंट सब डिपार्टमेंट हुआ करते थे जबकि अब यह सभी मेन डिपार्टमेंट बन गए हैं। जिन्हें स्कूल ऑफ बेसिक साइंस का नाम दिया गया है। इसके अलावा ह्यूमैनिटीज विभाग भी बनाया गया। स्कूल ऑफ इंजीनिय¨रग, स्कूल ऑफ केमिकल टेक्नोलॉजी, ह्यूमैनिटीज व बेसिक साइंसेज के तहत यूनिवर्सिटी में अकादमिक कार्यक्रम संचालित हो रहे हैं।

मेडल पर अपत्तियां मांगी गईं

रजिस्ट्रार डॉ। नीरज सिंह ने बताया कि मेधावियों की लिस्ट वेबसाइट पर अपलोड कर दी गई है। जिन स्टूडेंट्स का नाम मेडल पाने वालों की लिस्ट में है उन पर आपत्तियां दर्ज कराने के लिए ट्यूजडे को आखिरी दिन था। चांसलर मेडल के लिए मैकेनिकल इंजीनिय¨रग बीटेक के स्टूडेंट शुभम कुमार सिंह का नाम शामिल है। उनका नाम वाइस चांसलर गोल्ड के लिए भी चुना गया है।

Posted By: Inextlive