150 करोड़ से पॉल्यूशन पर बड़ा प्रहार
- नगर निगम में तैयार किए गए प्रपोजल, रोड्स पर बिछेगा इंटरलॉकिंग का जाल, मृत जानवरों के लिए बनेगा प्लांट
- फाउंटेन, नाला निर्माण, पॉल्यूशन सोखने वाले पौधे समेत मिट्टी को दबाने के लिए बड़े पैमाने पर होगा निर्माण KANPUR : सिटी में बढ़ रहे पॉल्यूशन को गंभीरता से लेते हुए शासन ने 150 करोड़ रुपए का बजट अलग से नगर निगम के खाते में भेजा है। पॉल्यूशन पर वार करने के लिए कराए जाने वाले कार्यो की लिस्ट भी लगभग फाइनल की जा चुकी है, बस महापौर और नगर आयुक्त के साथ होने वाली मीटिंग में इन पर मुहर लग जाएगी और कार्य शुरू कर दिए जाएंगे। उम्मीद की जा रही है कि जनवरी के लास्ट वीक में मीटिंग होगी और जो भी वर्क्स होने हैं, उनके सभी प्रस्तावों को फाइनल कर ि1दया जाएगा। डस्ट पॉल्यूशन कम करने पर जोरयूपी पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के आंकड़ों के मुताबिक सिटी में 14 परसेंट डस्ट पॉल्यूशन है। इसको कम करने के लिए जीटी रोड पर आईआईटी से रामादेवी तक सड़क किनारे इंटरलॉकिंग टाइल्स बिछाई जाएगी। इसके अलावा 10 मेन रोड्स को भी इसमें शामिल किया गया है। वहीं बंद पड़े 14 फाउंटेन को शुरू करने के साथ ही 6 अन्य चौराहों पर भी नए फाउंटेन लगाए जाएंगे। ये सभी कार्य होने पर काफी हद तक पॉल्यूशन के ग्राफ को नीचे लाया जा सकेगा।
एक और विद्युत शवदाह गृह एयर पॉल्यूशन को रोकने के लिए 75 लाख रुपए से भगवतदास घाट में एक और विद्युत शवदाह गृह का निर्माण कराने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। इसके अलावा शहर में मरे जानवरों के निस्तारण को लेकर भी विद्युत शवदाह गृह बनाया जाएगा। साथ ही नालों के किनारे कच्चे स्थानों पर टाइल्स और धूल उड़ती सड़कों को दुरुस्त किया जाएगा। नगर निगम प्रयागराज की तर्ज पर नगर निगम कानपुर भी शहर में एयर पॉल्यूशन रोकने की प्लानिंग तैयार की जा रही है। शासन से 75 करोड़ रुपए एयर पॉल्यूशन दूर करने के लिए मिले हैं। वहीं भाऊसिंह पनकी में कूड़ा निस्तारण प्लांट में मरे जानवरों के निस्तारण के लिए विद्युत शवदाह गृह बनाया जा रहा है। इन चौराहों पर फाउंटेन होंगे शुरू -किदवई नगर चौराहा -घंटाघर चौराहा -नरौना चौराहा -चार्लीस चौराहा, फूलबाग -मेघदूत तिराहा -चार्लीस फलमंडी चौराहा -वीआईपी रोड -आर्य नगर चौराहा -ग्वालिन चौराहा, स्वरूप नगर -गोल चौराहा -बकरमंडी चौराहा -चावला मार्केट चौराहा -शास्त्री नगर काली मठिया चौराहा -नीरक्षीर चौराहा, काकादेवनालों के किनारे पर लगेंगे पत्थर व पौधारोपण
नाला नाले की लंबाई टैफ्को नाला 0.70 परमियां नाला 4.50 सीओडी नाला 8.50 आईसीआई नाला 3.06 गंदा नाला विजय नगर 7.50 हलवा खेड़ा नाला 6.60 पनकी थर्मल पावर नाला 1.80 नोट- नाले की लंबाई किमी। में है। इन 7 इंडीकेटर्स पर होगा काम -वॉल पेंटिंग -कवर्ड जल निकासी व सीवर निकासी -वेस्ट से बना हुआ कोई स्थान या सेल्फी प्वाइंट -साफ-सुथरा स्ट्रीट वेंडिंग जोन -कोई बैनर न लगा हुआ हो -दीवार कहीं कोई पोस्टर न लगा हो -चौराहे पर फाउंटेन हो व उसमें वेस्ट वाटर का यूज हो डस्ट पॉल्यूशन कम करने के लिए काम-रोड व फुटपाथ पर गड्ढे न हो
-एसके सिंह, चीफ इंजीनियर, नगर निगम।-निर्माण कार्य पूरी तरह से कवर्ड हो
-रोड पर चल रहे निर्माण कार्य कवर्ड हो -रोड के आसपास निर्माण सामग्री न एकत्रित हो -3 फीट चौड़े डिवाइडर के आसपास पौधरोपण -ग्रीनबेल्ट एरिया अतिक्रमण मुक्त हो इन सड़कों पर डस्ट हटाने का विशेष प्लान -जरीबचौकी से विजय नगर तक -जरीबचौकी से घंटाघर चौराहा तक -जरीबचौकी से टाटमिल चौराहा तक -रामादेवी चौराहा से जाजमऊ -विजय नगर से नमक फैक्ट्री चौराहा -वीआईपी रोड से अफीमकोठी होते हुए टाटमिल -गुमटी नं.-5 से गोल चौराहा -फजलगंज से मरियमपुर चौराहा -कोकाकोला चौराहा से रावतपुर तिराहा -रावतपुर तिराहा से चुन्नीगंज होते हुए परेड ये पॉल्यूशन हैं के प्रमुख सोर्स इंडस्ट्रियल- 33 परसेंट व्हीकल- 20 परसेंट रोड डस्ट- 14 परसेंट कूड़ा जलाने से- 5 परसेंट एग्रीकल्चरल वेस्ट जलाने से- 4 परसेंट कंस्ट्रक्शन एंड डिमोलेशन- 19 परसेंट सभी अधिशासी अभियंताओं को निर्देश दिए हैं कि एयर पॉल्यूशन कम करने के लिए मिले 75 करोड़ से कार्यो को किए जाने के लिए प्रस्ताव तैयार करें। इसके अलावा वेस्ट डिस्पोजल और ड्रिंकिंग वाटर के लिए अलग से मिले 75 करोड़ रुपए से भी कार्य कराए जाएंगे।