अगर आप पैदल या गाड़ी से शहर में कहीं जा रहे हैं और तेज हवा या आंधी आ जाए तो सतर्क हो जाएं. खास तौर पर भारी भरकम होर्डिंंग और यूनीपोल को लेकर. पता नहीं कब कौन सी होर्डिंग या यूनिपोल मुसीबत बनकर आप पर गिर जाए. शहर में सैकड़ों की संख्या में जर्जर होर्डिंग और यूनीपोल लगे हुए हैं. लखनऊ के इकाना स्टेडियम के बाहर जर्जर यूनी पोल गिरने से कानपुर की रहने वाली मां-बेटी की मौत के बाद कानपुर नगर निगम की नींद टूटी है.

कानपुर (ब्यूरो)। अगर आप पैदल या गाड़ी से शहर में कहीं जा रहे हैं और तेज हवा या आंधी आ जाए तो सतर्क हो जाएं। खास तौर पर भारी भरकम होर्डिंंग और यूनीपोल को लेकर। पता नहीं कब कौन सी होर्डिंग या यूनिपोल मुसीबत बनकर आप पर गिर जाए। शहर में सैकड़ों की संख्या में जर्जर होर्डिंग और यूनीपोल लगे हुए हैं। लखनऊ के इकाना स्टेडियम के बाहर जर्जर यूनी पोल गिरने से कानपुर की रहने वाली मां-बेटी की मौत के बाद कानपुर नगर निगम की नींद टूटी है। शहर में लगे न केवल 157 यूनी पोल के मजबूती के सत्यापन की रिपोर्ट के लिए नोटिस जारी की है बल्कि शहर में लगी करीब तीन सौ अवैध होर्डिंग के खिलाफ अभियान चलाकर उन्हें हटाया गया। शहर के कई इलाकों में अभी भी जर्जर भवनों में लगी होर्डिंग हादसे का इंतजार कर रही हैं।

देनी होगी मजबूती के सत्यापन की रिपोर्ट
जोन दो जोनल इंचार्ज व विज्ञापन प्रभारी राजेश ने बताया कि शहर में नगर निगम में रजिस्टर्ड 157 यूनी पोल है। जिन्हें अलग अलग एजेंसी ने हायर कर रखर है। यूनीपोल की मजबूती के सत्यापन के लिए उन्हें नोटिस दी जा रही है। वह उसकी मजबूती की जांच करा के उसकी रिपोर्ट नगर निगम में सबमिट करें। राजेश सिंह ने बताया कि आर्किटेक्ट इंजीनियर यूनीपोल की जांच कर उसकी मजबूती की रिपोर्ट देंगे। यह रिपोर्ट हर साल देनी होती है। हालांकि पिछले एक साल से अभी तक कई यूनी पोल की रिपोर्ट नहीं दी गई है।

यूनी पोल से ज्यादा खतरनाक जर्जर होर्डिंग
शहर में यूनी पोल से ज्यादा खतरनाक शहर के कई इलाके में जर्जर भवन में लगी होर्डिंग है। सुरक्षा के मानकों को अनदेखी कर बड़े पैमाने पर होर्डिंग लगी हैं, जिनके न तो कभी मजबूती की जांच कराई जाती है और न ही नगर निगम कोई कार्रवाई करता है। कमाई के चलते जर्जर भवनों में लगी होर्डिंग आए दिन हादसे की वजह भी बनती हैं। पहले ही जर्जर भवन में लगी होर्डिंग के चलते जान जा चुकी हैं।
बिना परमीशन मकानों में
नगर निगम की इनकम का बड़ा साधन होर्डिंग का किराया भी है। नगर निगम एजेंसियों को निर्धारित स्पेस बेचता है। एजेंसियां होर्डिंग लगाती हैं। लेकिन, बहुत से मकानों में बिना परमीशन होर्डिंग लगा दी गई हैं। मकानों में होर्डिंग लगी है तो कॉमर्शियल टैक्स भी वसूल करना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। राजस्व निरीक्षक और कर्मचारी सुविधा शुल्क के चलते आंखें बंद किए हुए हैं और अपनी जेब भारी कर रहे हैं। साथ ही नगर निगम को रेवेन्यू का चूना भी लगा रहे हैं।

मॉनीटरिंग डिपार्टमेंट की लापरवाही
नगर निगम में विज्ञापनों पर कार्रवाई करने के लिए एक मॉनीटरिंग डिपार्टमेंट है। हर जोन में अवैध होर्डिंग हटाने की जिम्मेदारी है। इसके बाद भी शहर में जगह जगह अवैध होर्डिंग लगी हैं। मकानों को विज्ञापन के रूप में प्रयोग करते हैं, लेकिन नगर निगम को कोई टैक्स नहीं दे रहे है।

शहर में होर्डिंग का आंकड़ा
157 यूनी पोल लगे हुए हैं शहर मं
550 होर्डिंग नगर निगम से रजिस्टर्ड
1200 से ज्यादा होर्डिंग अवैध लगीं
300 अवैध होर्डिंग हटाई गईं

मकानों में होर्डिंग लगाने का नियम
- मकानों में होर्डिंग लगाने के लिए नगर निगम से परमिशन जरूरी
-मकान का रेजीडेंशियल की जगह कामर्शियल टैक्स का नियम
- मकानों का नक्शा पास होना चाहिए, मजबूती का भी प्रमाण पत्र हो
- हर साल रिन्यूवल से पहले मजबूती के सत्यापन की रिपोर्ट व एनओसी
- कमी मिलने पर इसकी जिम्मेदारी राजस्व इंस्पेक्टर व कर्मचारियों की होगी

इन एरिया में लगी है जर्जर भवन पर भारी भरकम होर्डिंग
हटिया, नरोना चौराहा, फूलबाग, परेड, लाटूश रोड, गोविंद नगर, घंटाघर, मूलगंज, रावतपुर, जनरलगंज समेत कई जगह जर्जर भवनों पर होर्डिंग लगी है। जर्जर भवन गिरने के साथ ही भारी भरकम लगी होर्डिंग गिरने से बड़ा हादसा हो सकता है।

शहर में अवैध होर्डिंग को चिन्हित कर उसके खिलाफ अभियान पहले से चलाया जा रहा है। देवकी टाकीज, कोचिंग मंडी व नीरछीर चौराहे के पास 40 अवैध होर्डिंग हटाई गई है।
प्रमिला पांडेय, महापौर


अवैध होर्डिंग के खिलाफ लगाकर अभियान चलाया जा रहा है। अब तक तीन सौ से ज्यादा अवैध होर्डिंग हटाई गई हैं। यूनी पोल की मजबूती के लिए सत्यापन रिपोर्ट की मांग भी की गई है।
-राजेश सिंह, जोनल इंचार्ज दो व विज्ञापन प्रभारी

Posted By: Inextlive