kanpur@inext.co.in kanpur : माता-पिता के गुनाहों की सजा उनके बच्चो को भी काटनी पड़ती है. जिला जेल में छह साल से छोटे ऐसे ही क

- जिला जेल में पांच महिला बंदियों के साथ उनके छह बच्चे भी रह रहे, मदर सेल में रखा गया

- छह साल से छोटे बच्चों को महिला बंदी रख सकती हैं साथ, रोजाना हो रहा मेडिकल चेकअप

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KANPUR : माता-पिता के गुनाहों की सजा उनके बच्चो को भी काटनी पड़ती है। जिला जेल में छह साल से छोटे ऐसे ही कई मासूम बच्चे बिना किसी अपराध के सजा भुगत रहे हैं। क्योंकि वो इतने छोटे हैं कि मां के बिना नहीं रह सकते हैं और उनकी देखभाल के लिए घर पर भी कोई नहीं है। ऐसे में महिला बंदियों ने अपने बच्चों को परवरिस के लिए अपने साथ रखा है। ये सभी मदर सेल में हैं। प्रचंड ठंड को देखते हुए इन बच्चों का पूरा ख्याल रखा जा रहा है। डॉक्टर डेली इनका मेडिकल चेकअप कर रहे हैं।

कानपुर में पांच महिला बंदियों/कैदियों के साथ उनके छह बच्चे भी रह रहे हैं। इसमें पांच बच्चियां हैं और एक लड़का है। इसमें हत्या के केस में मंजू, दहेज हत्या में गुड्डी देवी और एनडीपीएस में नजमा खातून की एक-एक बेटी है। वहीं धारा 306(खुदकुशी के लिए प्रेरित करना) में जेल में बंद नेहा की दो बेटियां हैं। इनमें से एक महज चार महीने की है। चोरी के केस में जेल गईं जागेश्वरी का एक साल का लड़का है। ये सभी मदर सेल में हैं। नियमानुसार जिनके बच्चे छह साल से कम उम्र के होते हैं, वो महिलाएं अपने बच्चों को साथ में जेल में रख सकती हैं।

आंकड़ों पर एक नजर

5 महिला बंदी हैं इस समय कानपुर जिला जेल में

6 बच्चे भी मदर सेल में अपनी मां के साथ रहते

5 लड़कियां हैं इनमें से और एक लड़का

490 बच्चे यूपी की अलग-अलग जेलों में मां के साथ

1 नंबर पर है उत्तर प्रदेश इस मामले में, बंगाल दूसरे पर

देश में यूपी शीर्ष पर

देश में यूपी में सबसे अधिक मासूम बच्चे अपनी मां के अपराधों की वजह से जेल में हैं। प्रदेश भर की अलग-अलग जेलों में कुल 320 महिलाओं के साथ उनके 490 बच्चे जेल में रह रहे हैं। दूसरे नंबर पर पश्चिम बंगाल है, यहां पर 147 महिलाओं के साथ 192 बच्चे जेल में हैं। वहीं तीसरे नंबर पर मध्य प्रदेश है। यहां की कुल जेलों में बंद 138 महिलाओं के साथ 177 बच्चे सलाखों के पीछे हैं। अगर पूरे देश की बात करें तो देश में 1543 महिला कैदी/बंदी के कुल 1779 बच्चे जेल में बंद हैं।

जेल में वर्तमान में पांच महिलाओं के छह बच्चे साथ में मदर सेल में हैं। इसमें पांच ब“ियां हैं जबकि एक लड़का है। उनकी अच्छे से देखभाल कर हर जरूरतों को पूरा किया जा रहा है।

आरके जायसवाल, जेल अधीक्षक कानपुर

Posted By: Inextlive