सचेेंडी के सीढ़ी इटारा गांव में चाची और भतीजे के अजब प्रेम की गजब दास्तां सामने आई है. भतीजे ने कीटनाशक पीकर जान दे दी तो चाची ये बर्दाश्त नहीं कर पाई. चाची ने भी देर रात तीन बजे घर में दुपट्टïे के सहारे फांसी लगाकर जान दे दी. सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया और शव परिजनों को सौंप दिए. दोनों में चार साल से अफेयर चल रहा था.

कानपुर (ब्यूरो)। सचेेंडी के सीढ़ी इटारा गांव में चाची और भतीजे के अजब प्रेम की गजब दास्तां सामने आई है। भतीजे ने कीटनाशक पीकर जान दे दी तो चाची ये बर्दाश्त नहीं कर पाई। चाची ने भी देर रात तीन बजे घर में दुपट्टïे के सहारे फांसी लगाकर जान दे दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया और शव परिजनों को सौंप दिए। दोनों में चार साल से अफेयर चल रहा था।

इसलिए बिगड़ गई बात

सचेंडी गांव के सीढ़ी इटारा निवासी हीरा लाल की 33 साल की पत्नी पुष्पा और उसके पारिवारिक भतीजे राम जी के बीच तीन साल से प्रेम प्रसंब चल रहा था। हीरा लाल मजदूर हैैं और उनके पांच बच्चे हैैं। चार साल पहले तक हीरालाल के परिवार में सब कुछ नॉर्मल था, लेकिन जब से पारिवारिक भतीजे रामजी का आना-जाना शुरू हुआ, परिवार की खुशियों को ग्रहण लग गया। रामजी हीरालाल के घर से चंद कदम की दूरी पर रहता था। परिवार का भतीजा लगता था, इसलिए किसी को शक नहीं हुआ। दोनों की प्रेम कहानी शबाब पर थी। इसी बीच एक दिन पुष्पा को रामजी के साथ के साथ खेत में आपत्तिजनक हालत में स्थानीय लोगों ने पकड़ लिया।

चर्चा हुई तो पत्नी छोडक़र चली गई
इस बात की चर्चा हुई तो हीरा लाल ने पत्नी को फटकारा, वहीं राम जी की पत्नी उसे छोडक़र चली गई। कुछ दिन तो दोनों के बीच संबंध कम हो गए। हीरा लाल ने एक दिन पत्नी पुष्पा को फोन पर रामजी से बातें करते रंगे हाथ पकड़ लिया तो परिवार में जमकर विवाद हुआ। इसके बाद जब हीरा लाल ने किसी एक को चुनने को कहा तो पुष्पा ने परिवार की तरफ झुकाव दिखाया और रामजी से बात करना बंद कर दिया।

जब बाजार में हुआ आमना सामना
पुष्पा लगभग छह महीने से रामजी से न तो बात कर रही थी और न ही मिल रही थी, जिससे राम जी मानसिक रूप से परेशान था। शुक्रवार को जब पुष्पा बाजार में बच्चों के लिए कपड़े खरीद रही थी तो इसी दौरान राम जी वहां पहुंच गया। शिकवा शिकायत के बाद रामजी ने पुष्पा को बीच बाजार चार पांच थप्पड़ जड़ दिए। इसके बाद मौके से भाग गया और खेत में जाकर कीटनाशक पी लिया। कुछ ही देर में उसकी मौत हो गई।

बदनामी के डर से पुष्पा ने भी लगा ली फांसी
देखते ही देखते रामजी की मौत की जानकारी पूरे गांव में फैल गई, वहीं पुष्पा की पिटाई की चर्चा भी जोरों पर थी। रात खाने के दौरान हीरालाल ने पुष्पा से मारपीट की जानकारी मांगी, तो पुष्पा घबड़ा गई। अंदर जाकर सो गई। रात तीन बजे पुष्पा ने दुपट्टïे से फांसी लगा ली। सुबह जब हीरालाल ने पत्नी का शव फंदे पर टंगा देखा तो घर में कोहराम मच गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

Posted By: Inextlive