- तेजस एक्सप्रेस भी इस रूट में भर सकेगी फर्राटा, फरवरी तक पूरी तरह बदल दिए जाएंगे ट्रैक

- कानपुर-लखनऊ रूट में अभी तक वर्षो पुरानी पटरियां लगी हुई है। जिसमें आए दिन फ्रैक्चर होता

KANPUR। कानपुर-लखनऊ रूट पर भी ट्रेनें जल्द ही दिल्ली-हावड़ा रूट की तरह स्पीड में चल सकेंगी। इसके लिए रेलवे कानपुर से लखनऊ तक बिछे ट्रैक का रिप्लेसमेंट कर रहा है। जो गंगाघाट तक फरवरी के फ‌र्स्ट वीक तक पूरा होने की संभावना है। रेलवे आफिसर्स के मुताबिक लखनऊ से अजगैन लगभग 50 किमी तक पुरानी पटरियों को हटाकर नया ट्रैक बिछाया जा चुका है।

ओल्ड ट्रैक स्पीड में ब्रेकर

रेलवे आफिसर्स के मुताबिक कानपुर-लखनऊ रूट में पटरियां सालों पुरानी होने इस रूट में आए दिन ट्रैक फ्रैक्चर की घटनाएं भी ज्यादा होती है। रेलवे ट्रैक की स्थिति अच्छी न होने से तेजस एक्सप्रेस जैसी ट्रेनें भी 80 से 90 किमी की स्पीड में चलती हैं। अब ट्रैक रिप्लेस होने के बाद तेजस भी 130 किमी की स्पीड से दौड़ सकेगी।

अजगैन से गंगाघाट का काम अधूरा

लखनऊ रीजन के पीआरओ आलोक श्रीवास्तव ने बताया कि गंगाघाट से लखनऊ तक रेलवे ट्रैक को रिप्लेसमेंट किया जा रहा है। लखनऊ से अजगैन तक लगभग 50 किमी तक वर्क पूरा हो चुका है। वहीं अजगैन से गंगाघाट तक का काम हो रहा है। जो फरवरी मंथ के फ‌र्स्ट वीक तक पूरा हो जाएगा।

सन् 1986 की लगी है पटरियां

रेलवे वर्कर्स की माने तो कानपुर-लखनऊ रूट में गंगाघाट से अजगैन, उन्नाव तक सन् 1986 की रेल पटरियां लगी हुई है। जो सर्दी में जगह-जगह क्रैक हो रही है। जिससे दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है। रेलवे पटरियां पुरानी होने से इस रूट की ट्रेनों की अधिकतम स्पीड 110 किसी है।

---

50 किमी लखनऊ से अजगैन तक रेल पटरी रिप्लेसमेंट का वर्क पूरा

30 किमी अजगैन से गंगाघाट तक रेल पटरी रिप्लेसमेंट का वर्क बाकी

110 किमी प्रति घंटे है, कानपुर-लखनऊ रूट की ट्रेनों की मैक्सिमम स्पीड

130 किमी प्रति घंटे से अधिक रूट की मैक्सिमम स्पीड करने की तैयारी

160 किमी प्रति घंटे है दिल्ली-हावड़ा रूट की ट्रेनों की मैक्सिमम स्पीड

'' कानपुर-लखनऊ रूट की ट्रेनों की स्पीड दिल्ली-हावड़ा रूट की तरह करने के लिए रेल पटरी को रिप्लेस करने का काम चल रहा है। फरवरी तक काम पूरा होने की संभावना है।

आलोक श्रीवास्तव, पीआरओ, लखनऊ डिवीजन

Posted By: Inextlive