कई प्रदेशों में आध्यात्मिक यात्रा के दौरान करौली शंकर महादेव के सामने बच्चों की पढ़ाई से जुड़ी कई समस्याएं सामने आईं. लोग बच्चों के ब्राइट फ्यूचर के लिए उनके सामने कई तरह के प्रश्न करते थे. जैसे पढ़ाई में मन न लगना पढ़ के याद न होना याद किया हुआ भूल जाना पढ़ाई करते समय घबराहट होना पढ़ते पढ़ते सो जाना आदि.


कानपुर (ब्यूरो)। कई प्रदेशों में आध्यात्मिक यात्रा के दौरान करौली शंकर महादेव के सामने बच्चों की पढ़ाई से जुड़ी कई समस्याएं सामने आईं। लोग बच्चों के ब्राइट फ्यूचर के लिए उनके सामने कई तरह के प्रश्न करते थे। जैसे पढ़ाई में मन न लगना, पढ़ के याद न होना, याद किया हुआ भूल जाना, पढ़ाई करते समय घबराहट होना, पढ़ते पढ़ते सो जाना आदि। बच्चों की इन समस्याओं को दूर करने के लिए गुरुजी करौली शंकर ने स्पेशल प्रोग्राम बनाया है। बनाया स्पेशल प्रोग्राम
करौली शंकर ने बताया कि इस कार्यक्रम के माध्यम से तहत बच्चो में अध्यात्मिक ज्ञान, सामाजिक ज्ञान, व्यवहारिक ज्ञान व संस्कृति का विकास किया जाएगा। जिससे वो अपनी जिंदगी में आगे बढऩे के साथ साथ राष्ट्र निर्माण में भी अपना योगदान दे सकें। कार्यक्रम का लव कुश फाउंडेशन के तत्वावधान में करौली शंकर महादेव ने लखनऊ में शुभारंभ किया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य स्मृति का पवित्रीकरण करना है।

इसलिए इसका नाम भी (मेमोरी प्यूरिफिकेशन प्रोग्राम) एमपी 2 है। पहला कार्यक्रम लखनऊ के सरोजनी नगर के न्यू पब्लिक कोलिजिएट इंटर कॉलेज में किया गया। जिसमें बच्चे, टीचर, मैनेजमेंट के लोग भी शामिल हुए। करौली शंकर महादेव 1000 से ज्यादा बच्चों के साथ सामूहिक प्रयोग किया और प्रयोग के बाद उनमें बदलाव देखने को मिला।

Posted By: Inextlive