- 1.90 करोड़ से शिफ्ट होंगे इलेक्ट्रिसिटी पोल व लाइन

आईआईटी से लखनपुर तक जीटी रोड की वाइडनिंग के रास्ते में आ रहे इलेक्ट्रिसिटी पोल्स व लाइन शिफ्ट होंगे। पीडब्ल्यूडी एनएच ने इसके लिए 1.90 करोड़ रूपए केस्को को दिए हैं। केस्को ने पोल व लाइन हटाने के लिए टेंडर कॉल किए हैं। हालांकि वाइडनिंग के रास्ते में अभी भी कई समस्या हैं। जिसके चलते जीटी रोड के फोरलेन होने में काफी वक्त लग सकता है।

28 करोड़ से वाइडनिंग

गौरतलब है कि रामादेवी चौराहा से लेकर लखनपुर तक जीटी रोड पहले ही फोरलेन हो चुकी है। अब लखनपुर मोड़ से आईआईटी तक जीटी रोड को फोरलेन किए जाने और डिवाइडर भी बनाने की तैयारी शुरू हो गई है। सबसे अधिक जाम वाले जीटी रोड के हिस्से बिठूर तिराहा से आवास विकास क्राॉसिंग तक रोड 6 लेन की जानी है। ये हिस्सा करीब 875 मीटर लंबा है। सेंट्रल गवर्नमेंट पहले ही 28 करोड़ के प्रोजेक्ट को हरी झंडी दे चुका है और टेंडर के बाद कांट्रैक्टर भी फाइनल हो चुका है।

मुश्किलें अभी बाकी हैं

कांट्रैक्टर फाइनल होने के बावजूद भी अभी तक वाइडनिंग का काम तेज रफ्तार में शुरू नहीं हो सका है। इसकी दो बड़ी वजह हैं। एक तो जीटी रोड के पैरलल केस्को की ओवरहेड हाईटेंशन लाइन और अंडरग्राउंड केबिल। जिसे हटाए बिना जीटी रोड की वाइडनिंग संभव नहीं है। केस्को ने ओवरहेड व अंडरग्राउंड केबिल हटाने के लिए 1.90 करोड़ रुपए मांगे थे। केस्को के एक्सईएन वीके शर्मा ने बताया कि पीडब्ल्यूडी एनएच से पैसा मिल चुका है और शिफ्टिंग के लिए टेंडर भी कॉल किया है। वहीं एक अन्य समस्या जीटी रोड की वाइडनिंग में आने वाले पेड़ हैं। हालांकि इन्हें काटने के लिए फारेस्ट डिपार्टमेंट ने एनओसी दे दी है। पर अभी तक स्टीमेट नहीं सौंपा है। जीटी रोड के कुछ हिस्से में पड़ी जलकल की वाटर लाइन भी समस्या साबित है। हालांकि पीडब्ल्यूडी एनएच, जलकल के सहयोग से हल कर लेने के दावे किए जा रहे है। पीडब्ल्यूडी एनएच के सुपरिटेंडेंट इंजीनियर पृथ्वेश कुमार ने बताया कि कांट्रैक्ट ने प्लांट लगा दिया है और वाइडनिंग के लिए कंक्रीट इकट्ठी करनी शुरू कर दी है। यूनिवर्सिटी के पास पुलिया पर काम शुरू किया है।

Posted By: Inextlive