जिस जमीन को दबंगों के कब्जे से छुड़ाने के लिए ईश्वर चंद थाने के चक्कर काटते रहे. अफसरों से फरियाद करते रहे और आखिरकार कहीं से न्यास न मिलने पर बीच चौराहे पर आग लगाकर जान दे दी. उसी जमीन को पुलिस ने ईश्वर चंद की मौत के बाद भूमाफिया के कब्जे से छुड़ा लिया. चकेरी के चाणक्य पुरी निवासी प्रापर्टी डीलर ईश्वर चंद दीक्षित के परिजनों ने पोस्टमार्टम के बाद शव को घटनास्थल के पास रखकर जाम लगा दिया. डीसीपी एडीसीपी और चकेरी थाने के अलावा आसपास के थानों की पुलिस को मौके पर बुला लिया गया. जमीन को मुक्त कराने की जानकारी भी दी गई. लेकिन परिजन 50 लाख रुपये मुआवजा बेटी के लिए सरकारी नौकरी और आरोपी पुलिसकर्मियों की बर्खास्तगी की मांग करते रहे. देर शाम तक 7 बजे तक जाम लगा रहा. परिवार की मांगों को शासन को भेजने के आश्वासन पर परिजनों ने जाम खत्म किया.

कानपुर (ब्यूरो) श्याम नगर के चाणक्यपुरी निवासी 55 साल के ईश्वर चंद्र दीक्षित प्रॉपर्टी डीलर थे। पत्नी रानी ने बताया कि पति ने 2017 में बिधनू के गंगापुर में 200 गज का प्लॉट श्याम नगर निवासी सुनीता वर्मा से खरीदा था। दशहरे के दिन वे परिवार के साथ प्लॉट में पूजन कर बाउंड्री वाल करवाने के लिए गए थे। लेकिन, वहां पर जितेंद्र गौड़ और घनश्याम दीक्षित नाम का व्यक्ति पुलिस लेकर आया और खुद का प्लाट होने की बात कहकर मारपीट शुरू कर दी थी। न्यू आजाद नगर चौकी चौकी और बिधनू थाने में शिकायत की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। आहत ईश्वर चंद्र ने संडे सुबह छप्पन भोग चौराहा श्याम नगर पर पेट्रोल डालकर खुद को आग लगा ली। पुलिस ने ईश्वर चंद को गंभीर अवस्था में हैलट में भर्ती कराया। जहां देर शाम ईश्वर चंद ने दम तोड़ दिया था।

दोनों तरफ गाडिय़ों की लाइन
मंडे को ईश्वरचंद के परिजनों ने फ्लाईओवर के नीचे डेडबॉडी रखकर दोनों तरफ से रास्ता बंद कर दिया। यशोदा नगर से रामादेवी की तरफ जाने वाला और रामादेवी से यशोदा नगर की तरफ आने वाला रास्ता पूरी तरह से बंद हो गया। जाम की सूचना पर अधिकारी मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाने की कोशिश की, लेकिन कोई कुछ सुनने को तैयार नहीं था। पुलिस प्रशासन ने नौबस्ता और रामादेवी से नीचे जाने वाले व्हीकल्स रोक दिए। सारे वाहन फ्लाईओवर के ऊपर से भेजे जाने लगे, जिससे फ्लाईïओवर पर लोड बढ़ गया। देखते ही देखते फ्लाईओवर पर लंबा जाम लग गया।

Posted By: Inextlive