एमबीबीएस प्रथम वर्ष के करीब दो सौ विद्यार्थियों की पूरक परीक्षा के चैलेंज मूल्यांकन का परिणाम जारी न होने के बावजूद सीएसजेएमयू प्रशासन ने एक फरवरी से परीक्षा तिथि घोषित कर दी. परीक्षा परिणाम जारी न होने के कारण इन छात्र-छात्राओं ने शुक्रवार शाम विवि में जमकर हंगामा व नारेबाजी की. कुलसचिव व परीक्षा नियंत्रक का घेराव कर रिजल्ट जारी करने की मांग की

कानपुर(ब्यूरो)। एमबीबीएस प्रथम वर्ष के करीब दो सौ विद्यार्थियों की पूरक परीक्षा के चैलेंज मूल्यांकन का परिणाम जारी न होने के बावजूद सीएसजेएमयू प्रशासन ने एक फरवरी से परीक्षा तिथि घोषित कर दी। परीक्षा परिणाम जारी न होने के कारण इन छात्र-छात्राओं ने शुक्रवार शाम विवि में जमकर हंगामा व नारेबाजी की। कुलसचिव व परीक्षा नियंत्रक का घेराव कर रिजल्ट जारी करने की मांग की। आरोप लगाया कि विवि मूल्यांकन कर चुका है, लेकिन जानबूझकर रिजल्ट जारी नहीं कर रहा। रात करीब नौ बजे विवि प्रशासन ने विद्यार्थियों को सात फरवरी तक रिजल्ट जारी करने का भरोसा दिलाया और एक फरवरी से प्रस्तावित परीक्षा कार्यक्रम स्थगित कर दिया।

नई तिथि की जाएगी घोषित
अब परीक्षा के लिए नई तारीख की घोषणा बाद में की जाएगी। सरस्वती मेडिकल कालेज के प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों ने बताया कि उन्होंने वर्ष 2019 में संस्थान में प्रवेश लिया था। प्रथम वर्ष के प्रोफेशनल एग्जाम जुलाई-अगस्त 2020 में होने थे, लेकिन विवि प्रशासन ने कोरोना संक्रमण का हवाला देते हुए यह एग्जाम जनवरी-फरवरी 2021 में कराए। जुलाई में परीक्षा परिणाम आया तो 150 में से 135 विद्यार्थी अनुत्तीर्ण रहे।

कॉलेज गेट पर हंगामा
इसी तरह जीएसवीएम मेडिकल कालेज और ङ्क्षहद इंस्टीट््यूट के भी करीब 40 विद्यार्थी अनुत्तीर्ण रहे थे। इन सभी विद्यार्थियों ने पूरक (सप्लीमेंट्री) परीक्षा के लिए आवेदन किया तो सितंबर 2021 में पूरक परीक्षा आयोजित हुई, लेकिन इसमें भी सरस्वती कालेज के सौ से ज्यादा विद्यार्थी फेल रहे। इसी तरह अन्य कालेजों में भी दो दर्जन से ज्यादा विद्यार्थी फेल आए थे। इस पर विद्यार्थियों ने कालेज गेट पर जमकर हंगामा किया था। इसके बाद चैलेंज मूल्यांकन के लिए आवेदन किया, लेकिन अब तक मूल्यांकन का परिणाम जारी नहीं किया गया।

बगैर रिजल्ट जारी किए
छात्रों का कहना है कि रिजल्ट जारी किए बगैर ही विवि प्रशासन ने एक फरवरी से प्रथम व द्वितीय प्रोफेशनल एग्जाम का कार्यक्रम भी जारी कर दिया है। इसमें विवि ने रिजल्ट के इंतजार में बैठे विद्यार्थियों को भी शामिल होने की छूट दी है। लेकिन ये विद्यार्थी परेशान हैं। उन्हें समझ में नहीं आ रहा है कि वह प्रथम वर्ष का बैक एग्जाम दें या फिर द्वितीय वर्ष की प्रोफेशनल परीक्षा। उन्होंने कहा कि एमसीआई की गाइडलाइन के तहत अगर पूरक परीक्षा के परिणाम में कोई छात्र फेल होता है तो द्वितीय वर्ष की परीक्षा में पास होने के बाद भी उसे अनुत्तीर्ण ही माना जाएगा।


छात्रों को भरोसा दिलाया गया है कि उनके चैलेंज मूल्यांकन का परिणाम सात फरवरी तक जारी कर दिया जाएगा। साथ ही एक फरवरी से प्रस्तावित परीक्षा कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया है। नए कार्यक्रम की घोषणा जल्द की जाएगी।
- प्रो। विनय कुमार पाठक, कुलपति

Posted By: Inextlive