कानपुर मेट्रो स्टेशनों पर शहर के विकास की तस्वीरों के साथ कनपुुरिया आर्ट एंड कल्चर भी दिखाई देगा. गंगा जमुनी तहजीब का गंगा मेला और ऐतिहासिक बिठूर की तमाम तस्वीरें मेट्रो की दीवारों पर दिखाई देंगी. मेट्रो में सफर करते समय ये अहसास होगा कि आप कानपुर में हैैं . मेट्रो के स्टेशनों की आर्ट तैयार हो चुकी है. हर स्टेशन पर अलग-अलग आर्ट बनाने की तैयारी है. इसमें जेके मंदिर कोतवाली के भवन की आर्ट भी बनाई जा रही है.

कानपुर(ब्यूरो) प्रॉयरिटी रूट पर मेट्रो के एलीवेटेड स्टेशन लगभग तैयार हो चुके हैं। स्टेशनों पर बनाई गई आर्ट नजर आने लगी है। जिन स्टेशन पर अभी आर्ट नजर नहीं आ रही, वहां भी अगले कुछ दिन में दिखने लगेगी। इसके लिए मेट्रो की एक अलग टीम काम कर रही है। सभी स्टेशनों की थीम तैयार हो चुकी है। इसमें जो स्टेशन किसी खास चीज से जुड़े हैं, उनमें तो उसी चीज से जुड़ी हुई आर्ट को चित्रित किया गया है। वहीं जिस स्टेशन से किसी खास चीज का जुड़ाव नहीं है, उसमें शहर की प्रसिद्ध चीजों को लिया जा रहा है।

आईआईटी स्टेशन पर टेक्नालॉजी
आईआईटी मेट्रो का पहला स्टेशन है और यहां इस स्टेशन के नाम के साथ टेक्नोलॉजी पर आधारित आर्ट बनाई गई है। इसके बाद कल्याणपुर स्टेशन पर बिठूर के गंगा के घाट के दृश्य दिखाए गए हैं। एसपीएम हॉस्पिटल स्टेशन पर कृषि से जुड़ी चीजों को दर्शाया गया है। दलहन अनुसंधान संस्थान के पास में होने की वजह से इस तरह की आर्ट बनाई गई है। अगला स्टेशन विश्वविद्यालय है जिसकी दीवारों पर पढ़ाई और डिग्री लेते छात्र-छात्राओं की फोटो है।


फेस्टिव मूड भी दिखेगा
गुरुदेव टाकीज पर ऐसा कुछ खास नहीं है जिसे स्टेशन पर दर्शाया जा सके। इसलिए कानपुर की सबसे प्रसिद्ध चीज गंगा मेला को दर्शाया जा रहा है। इसमें फेस्टिवल का मूड भी दिखाया गया है। गीतानगर स्टेशन की भी यही स्थिति है, इसलिए इस स्टेशन को शहर की प्रसिद्ध बिङ्क्षल्डग को दर्शाने के लिए चुना गया है। इस पर लाल इमली, जेके मंदिर, कोतवाली को दिखाने की तैयारी है। रावतपुर में ट्राईकलर से डिजाइन बनाई जाएगी। इसके बाद लाला लाजपत राय अस्पताल में स्वास्थ्य से जुड़ी आर्ट होगी। इसको देखते ही स्वास्थ्य का महत्व समझ में आएगा। सबसे अंत में मोतीझील है।

Posted By: Inextlive