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खाकी पर खून के छींटे, फ्राईडे लेट नाइट हुई वारदात, डीआईजी सहित कई थानों का फोर्स पहुंचा

- सीने के आरपार हुई गोली, परिजनों ने दारोगा और एक सिपाही पर गोली मारने का आरोप लगाकर किया हंगामा

- आरोपी दारोगा को गिरफ्तार कर पिस्टल को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया, सिपाही को किया गया निलंबित

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KANPUR : अपने कारनामों के कारण बदनाम होने वाली खाकी के दामन पर फिर गहरा दाग लगा है। घाटमपुर में जुए की फड़ पर मौजूद पूर्व बीडीसी मेंबर की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। खून की छींटे खाकी वदी पर पड़े हैं। इलाके के लोगों का आरोप है कि जुआ लूटने आए पुलिस कर्मियों की फायरिंग में में मौत हुई है। इसके बाद बखेड़ा खड़ा हो गया। जांच में दरोगा प्रेमवीर सिंह और सिपाही दीपांशु का नाम सामने आया है। जिसके बाद दारोगा प्रेमवीर को गिरफ्तार किया गया है, उसकी पिस्टल फोरेंसिक जांच के लिए भेजी गई है। वहीं प्रेमवीर के साथ गए सिपाही दीपांशु को निलंबित किया गया है। पुलिस ने मृतक के पिता की तहरीर पर गांव के चार लोगों पर मुकदमा दर्ज कर दो को गिरफ्तार कर लिया है। डीआईजी डॉ। प्रीतिंदर सिंह भी घटनास्थल पर पहुंचे।

सुबह डेडबॉडी मिलने से मची सनसनी

सैटरडे सुबह गांव के हुनिया साहू खेतों में जा रहे थे। इसी दौरान उन्हें पूर्व बीडीसी मेंबर पप्पू बाजपेई की डेडबॉडी मिली। इसके बाद गांव में सनसनी फैल गई। देखते ही देखते पूरा गांव फौजी के खेत के बाहर पहुंच गया। सूचना पर घाटमपुर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। कुछ दूरी पर पप्पू की चप्पल और प्रतिबंधित बोर के कारतूस का खोखा भी मिला। इसी बीच लोगों ने हंगामा कर दिया। लोगों का कहना था कि पप्पू की मौत पुलिस की गोली से हुई है। हंगामा की सूचना पर आस पास के थानों की पुलिस भी बुला ली गई। डीआईजी, एसपी, सीओ और फोरेंसिक टीम भी मौके पर पहुंच गई। जांच में पाया गया कि पप्पू के सीने में लगी गोली आर-पार हो गई।

शराब का लती था पप्पू

पप्पू के परिवार में पिता पूरन लाल बाजपेई, मां सुंदारा देवी और भाई उमेश हैं। परिजनों के मुताबिक पप्पू शुरू से ही अपराधी किस्म का था। इसी के चलते उसकी शादी नहीं हुई थी। पहली बार वह जयमल की हत्या में जेल गया था। इसके बाद वह कई बार जेल गया। वह शराब और कई नशीले पदाथरें का लती था। शराब के साथ ही वह जुए का लती था। अपने हिस्से की जमीन बेचकर वह मिली रकम जुए और नशे में उड़ा चुका था। कई बार जेल जाने की वजह से गांव में उसकी दबंगई हो गई थी। उस पर पुलिस ने गुंडा एक्ट, हत्या का प्रयास, गैंगस्टर समेत कई गंभीर धाराओं में केस दर्ज किए थे। उसकी गांव के ही कल्लू यादव से दुश्मनी भी चल रही थी।

फड़ को खाकी का संरक्षण

ग्रामीणों के मुताबिक गांव के बाहर फौजी का खेत है। जिसमें टार्च और मोबाइल की रोशनी में जुआ खेला जाता है। जिसकी जानकारी पुलिस को भी थी। जुए की फड़ से खेत मालिक फौजी नाल बटोरता था। फौजी की ही पुलिस से सेंिटंग थी। जिसकी वजह से सभी वहां बिना किसी डर के जुआ खेलते थे। रोज की तरह सूरज ढलने के बाद सभी खेत पर पहुंच गए थे। पप्पू कई लोगों के साथ जुआ खेल रहा था। रात करीब आठ बजे के आसपास उसकी गोली मार कर हत्या कर दी गई। सफेद शर्ट और नीली जींस पहने व्यक्ति पर गोली मारने का आरोप लगा रहे हैं। पिता पूरन बाजपेई की तहरीर पर गांव के ही दुर्गा सिंह, सोनू सिंह, वीरेंद्र और महाबल के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज की गई। पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि दो अन्य की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित की गई है।

पिस्टल की होगी फोरेंसिक जांच

डीआईजी डॉ। प्रीतिंदर सिंह ने बताया कि गांव में जाकर लोगों से पूछताछ की गई। जिसमें जानकारी मिली कि हल्का इंचार्ज प्रेमवीर सिंह और सिपाही दीपांशु भी मौके पर गए थे। प्रेमवीर सिंह ने एक फायर भी किया था। मौके से कारतूस का एक खोखा भी मिला है। प्रेमवीर को गिरफ्तार कर उनकी रिवाल्वर फोरेंसिक जांच के लिए भेजी गई है। पूरे मामले को छिपाने के चलते सिपाही दीपांशु को निलंबित किया गया है।

मौत पर सियासत गर्म

घाटमपुर में दो दिन बाद उपचुनाव है। पुलिस प्रशासन अलर्ट है। ऐसे में सनसनीखेज वारदात होने से माहौल गर्मा गया है। पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे कानपुर कांग्रेस कमेट के जिलाध्यक्ष हरप्रकाश अग्निहोत्री ने उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। वहीं मामले को लेकर सपाइयों ने कोतवाली को घेर कर हंगामा किया। आरोप लगाया है कि सादे कपड़ों में पुलिसकर्मी जुआ लूटने गए थे और भाग रहे जुआरियों पर फायरिंग कर दी, जिसमें युवक की मौत हुई है।

Posted By: Inextlive