कानपुर जू में कई अहम जानवरों की कमी के कारण दर्शकों की रुचि कम हो रही है. बूढ़े जानवरों की मौत के बाद चिडिय़ाघर में नए जानवरों की दरकार थी. ऐसे में जू प्रशासन ने चेन्नई जू से जानवरों का आदान प्रदान करने का फैसला किया. चेन्नई जू से लगभग एक दर्जन से अधिक अलग अलग प्रजातियों के जानवरों को लाया गया है.

कानपुर (ब्यूरो)। कानपुर जू में कई अहम जानवरों की कमी के कारण दर्शकों की रुचि कम हो रही है। बूढ़े जानवरों की मौत के बाद चिडिय़ाघर में नए जानवरों की दरकार थी। ऐसे में जू प्रशासन ने चेन्नई जू से जानवरों का आदान प्रदान करने का फैसला किया। चेन्नई जू से लगभग एक दर्जन से अधिक अलग अलग प्रजातियों के जानवरों को लाया गया है। उन्हें पहले क्वारेंटाइन किया गया था। अब दर्शकों के लिए उन्हें बाड़े में शिफ्ट कर दिया गया है।

खोल दिया गया सांप घर
इतना ही नहीं जो प्रशासन ने दर्शकों के लिए सांप घर को भी खोल दिया है जिसमें सांपों की विभिन्न प्रजातियों को दर्शन देख सकेंगे। हाल ही में पड़ रही गर्मी को भी देखते हुए जू प्रशासन जानवरों की देख-रेख की उचित व्यवस्था में जुट गया है। जबकि तीन जोड़ी जेब्रा चेन्नई से लाये गए थे। जो लखनऊ चिडिय़ाघर में पहुंचे हैं जल्द ही एक जोड़ी जेब्रा कानपुर चिडिय़ाघर में भी लाये जाएंगे।

देख रेख के लिए कीपरों की ट्रेनिंग पूरी
प्राणि उद्यान में जू कीपरों की ट्रेनिंग पूरी हो गई। ट्रेनिंग के दौरान उनको जानवरों के एक बाड़े से दूसरे बाड़े में ट्रांसफर, उनको ङ्क्षपजड़े में बंद करना, जानवरों को खाना देना, जानवरों व उनके शावकों की देखभाल की ट्रेनिंग दी गई। दिल्ली चिडिय़ाघर के लिए 64 जू कीपरों का चयन किया गया है।

Posted By: Inextlive