अपने गुस्से से बाहर आ कर फाइनली लिएंडर पेस विष्णु वर्धन के साथ खेलने के लिए रेडी हो गए हैं.


इंडियन टेनिस के इस डिस्प्यूट से पूरा र्स्पोटस वर्ल्ड हिल गया था। सवाल तो यहां तक उठने लगे थे कि इस बार लंदन ओलंपिक्स  इंडियन टेनिस का रिप्रजेंटेशन हो भी पाएगा या नहीं। हांलाकि इतने डिबेट और आरग्यूमेंटस के बाद अब भी क्लियर नहीं है कि ओलंपिक्स में हमारे प्लेयर्स की परफार्मेंस कैसी रहेगी। फिलहाल एक बार ओलंपिक्स को बायकॉट करने धमकी दे चुके पेस ने अपने पार्टिसिपेशन को लेकर कई दिन तक चुप रहने के बाद विम्बलडन में चेक रिपब्लिक के राडेक स्टीपानेक के साथ फर्स्ट राउंड का मैच जीतने के बाद प्रेस कांफेंस में कंफर्म कर दिया कि वे ओलंपिक्स में खेल रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वे उसी टीम को रिप्रजेंट करेंगे जिसे आईटीए ने सलेक्ट किया है। उन्होंने कहा यहां खेलने के लिये आया हूं, पॉलिटिक्स करने नहीं।
महेश भूपति और रोहन बोपन्ना के उनके साथ खेलने के लिए मना करने के बाद आईटीए ने उनके साथ विष्णु वर्धन को पेयर किया जो एटीपी में 207 रैंक के प्लेयर हैं। पहले उन्होंने वर्धन के साथ खेलने पर आब्जेक्शन किया था। मिक्स डब्लस में वो सानिया मिर्जा के साथ खेलेंगे जिनको ओलंपिक्स में वाइल्ड कार्ड एंट्री मिली है। सानिया ने इस मामले में पेस और आईटीए को टारगेट करके कहा था कि पेस को खुश करने के लिए उनका यूज चारे की तरह किया गया है।अपने खेलने की कंफर्मेशन देते हुए पेस ने यह भी कहा कि खेल में पालिटिक्स हो रही है जो अच्छा  नहीं है। वे 22 साल से टेनिस खेल रहे हैं यह उनका सिक्थ टाइम है जब वे ओलंपिक में खेलेंगे और हर बार ऐसा कुछ होता है जो कंट्रोवर्शियल बन जाता है। उन्होंने कहा वे अपने खेल पर पूरी मेहनत करते हैं और इसे उन्हें किसी के आगे प्रूव नहीं करना जो उनको पसंद करते हैं वह उनकी एबिलिटी के बारे में जानते हैं और जिनके दिल में उनके लिए रेस्पेक्ट नहीं है वे उनकी परवाह नहीं करते।पेस ने कहा कि विष्णु वर्धन ने पहले कभी विम्बलडन खेला नहीं है जिसके कारण प्राब्लम्स तो आयेंगी ही मैं उसकी जो हेल्प कर सकता हूं जरूर करूंगा। उसके साथ खेलने मुझे कोई नाराजगी नहीं है पर मैं यह नहीं जानता कि वह कैसा खेलता है और हमारा कोऑर्डिनेशन कैसा रहेगा।

Posted By: Inextlive